भिवानी में हसला की जिला स्तरीय बैठक:प्रदेशाध्यक्ष सिंधु बोले- ट्रांसफर के नाम पर पिछले 3 वर्षों से अध्यापकों का मानसिक शोषण कर रही सरकार
भिवानी के सेठ किरोड़ीमल राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) की जिला स्तरीय बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता पूर्व जिला प्रधान अत्तर सिंह मलिक ने की। मुख्य वक्ता के रूप में राज्य हसला प्रधान सतपाल सिंधु उपस्थित रहे। सतपाल सिंधु ने सरकार और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गहरा रोष व्यक्त किया। सरकार अपनी ड्रीम ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी पर ही बैकफुट पर आ गई है और पिछले 3 वर्षों से ट्रांसफर के नाम पर अध्यापकों का मानसिक शोषण कर रही है। तीन साल से 20 हजार से अधिक अध्यापक-प्राध्यापक अस्थायी स्टेशनों पर कार्यरत हैं और सैकड़ों अध्यापक ऐसे विद्यालयों में तैनात हैं। जहां उनके विषय का एक भी विद्यार्थी नहीं है। यह शिक्षा विभाग की नीतिगत विफलता और अकर्मण्यता का प्रतीक है। सरकार को चेताया कि यदि शीघ्र ही ट्रांसफर ड्राइव शुरू नहीं की गई तो शिक्षक वर्ग आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। जिला स्तर से होगी आंदोलन की शुरुआत उन्होंने घोषणा की कि आंदोलन की शुरुआत जिला स्तर से होगी और आवश्यक हुआ तो राज्य स्तर पर व्यापक आंदोलन चलाया जाएगा। ऑनलाइन सीसीएल पोर्टल लिंक को विभाग द्वारा एक साल बीत जाने के बाद भी जारी नहीं किया गया है। जिससे भ्रष्टाचार की आशंका बढ़ती है। इस लिंक को तुरंत जारी करने की मांग की। ऑनलाइन डायरी सिस्टम और टैब सिस्टम दोनों का विरोध करते हुए कहा कि ये व्यवस्थाएं केवल अध्यापकों का समय और ऊर्जा नष्ट करने वाली हैं। विभाग को डिजिटल दिखावे की बजाय शिक्षा की गुणवत्ता और अध्यापकों की कार्य सुविधा पर ध्यान देना चाहिए। जिला संगठन आंदोलन को तैयार जिला प्रधान महेंद्र मान ने कहा कि भिवानी जिला संगठन राज्य संगठन की हर कॉल पर संघर्ष और आंदोलन के लिए सदैव तैयार है। उन्होंने मेडिकल बिलों में आय सीमा समाप्त करने और लंबित बिलों के शीघ्र भुगतान की भी पुरजोर मांग की। साथ ही एसीपी मामलों में देरी, शिक्षकों के मेडिकल लीव प्रावधानों में संशोधन, गैर-शैक्षणिक कार्यों में प्राध्यापकों की ड्यूटी समाप्त करने, प्राचार्य पद पर पदोन्नति प्रक्रिया के सरलीकरण, शिक्षकों के स्थायीकरण एवं वरिष्ठता सूची जारी करने तथा कॉलेज कैडर में पदोन्नति जैसे मुद्दों पर भी सरकार से तुरंत कदम उठाने की मांग की।



