सोनीपत में पेंशनधारी से 2 लाख हड़पे:फर्जी अधिकारी बन ली बैंक डिटेल और ओटीपी; फेक वेबसाइट से 5 ट्रांजैक्शन

सोनीपत जिले में फर्जी बैंक अधिकारी बनकर किए गए कॉल के जरिए आधार, पैन, बैंक विवरण और ओटीपी हासिल कर दो लाख रुपए की साइबर ठगी का मामला सामने आया। पीड़ित से धोखे से निकाली गई जानकारी के आधार पर रकम विभिन्न खातों में ट्रांसफर की गई। जिसके बाद साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। लाइव सर्टिफिकेट अपडेट करने को बोला सेक्टर-15 के रहने वाले भीम सैन ने बताया कि उसके मोबाइल पर एक अज्ञात कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक का अधिकारी बताकर कहा कि वह पेंशन का सालाना लाइव सर्टिफिकेट अपडेट करने के लिए फोन करने की बात कही, ताकि पीड़ित को बैंक शाखा न जाना पड़े। भरोसा दिलाकर आरोपी ने आधार नंबर, पैन कार्ड, बैंक खाता नंबर, डेबिट कार्ड विवरण, पीपीओ नंबर और ओटीपी तक ले लिया। धीरे-धीरे खाते से निकाले दो लाख ओटीपी प्राप्त करते ही साइबर ठगों ने पीड़ित के खाते से लगातार कई ट्रांजैक्शन कर कुल 2 लाख रुपए निकाल लिए। जिसमें ठग ने तीन बार 50 हजार और दो बार 25-25 हजार रू की ट्रांजैक्शन कर ली और आरोपी ने खाते से पैसे उड़ा दिए। पीड़ित ने जैसे ही मोबाइल पर पैसे कटने के संदेश देखे, उसे पूरे घटनाक्रम का एहसास हुआ। 1930 पर दर्ज कराई शिकायत धोखाधड़ी का पता चलते ही भीम सैन ने तुरंत नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाना सोनीपत में भी विस्तृत शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अज्ञात ठगों के खिलाफ धारा 318(4), 338, 336(3), 340, 61 BNS में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस से राशि वापस दिलाने की मांग भीम सैन ने अपनी शिकायत में स्पष्ट कहा कि फर्जी वेबसाइट और फर्जी दस्तावेजों से खोले गए खातों के माध्यम से उनसे 2 लाख रुपए की ठगी की गई है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उनका पैसा वापस दिलाया जाए। उन्होंने बैंक स्टेटमेंट की स्टाम्प लगी प्रतियां भी पुलिस को उपलब्ध कराई हैं।

Nov 26, 2025 - 11:39
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सोनीपत में पेंशनधारी से 2 लाख हड़पे:फर्जी अधिकारी बन ली बैंक डिटेल और ओटीपी; फेक वेबसाइट से 5 ट्रांजैक्शन
सोनीपत जिले में फर्जी बैंक अधिकारी बनकर किए गए कॉल के जरिए आधार, पैन, बैंक विवरण और ओटीपी हासिल कर दो लाख रुपए की साइबर ठगी का मामला सामने आया। पीड़ित से धोखे से निकाली गई जानकारी के आधार पर रकम विभिन्न खातों में ट्रांसफर की गई। जिसके बाद साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। लाइव सर्टिफिकेट अपडेट करने को बोला सेक्टर-15 के रहने वाले भीम सैन ने बताया कि उसके मोबाइल पर एक अज्ञात कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक का अधिकारी बताकर कहा कि वह पेंशन का सालाना लाइव सर्टिफिकेट अपडेट करने के लिए फोन करने की बात कही, ताकि पीड़ित को बैंक शाखा न जाना पड़े। भरोसा दिलाकर आरोपी ने आधार नंबर, पैन कार्ड, बैंक खाता नंबर, डेबिट कार्ड विवरण, पीपीओ नंबर और ओटीपी तक ले लिया। धीरे-धीरे खाते से निकाले दो लाख ओटीपी प्राप्त करते ही साइबर ठगों ने पीड़ित के खाते से लगातार कई ट्रांजैक्शन कर कुल 2 लाख रुपए निकाल लिए। जिसमें ठग ने तीन बार 50 हजार और दो बार 25-25 हजार रू की ट्रांजैक्शन कर ली और आरोपी ने खाते से पैसे उड़ा दिए। पीड़ित ने जैसे ही मोबाइल पर पैसे कटने के संदेश देखे, उसे पूरे घटनाक्रम का एहसास हुआ। 1930 पर दर्ज कराई शिकायत धोखाधड़ी का पता चलते ही भीम सैन ने तुरंत नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाना सोनीपत में भी विस्तृत शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अज्ञात ठगों के खिलाफ धारा 318(4), 338, 336(3), 340, 61 BNS में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस से राशि वापस दिलाने की मांग भीम सैन ने अपनी शिकायत में स्पष्ट कहा कि फर्जी वेबसाइट और फर्जी दस्तावेजों से खोले गए खातों के माध्यम से उनसे 2 लाख रुपए की ठगी की गई है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उनका पैसा वापस दिलाया जाए। उन्होंने बैंक स्टेटमेंट की स्टाम्प लगी प्रतियां भी पुलिस को उपलब्ध कराई हैं।