जमुहारी उप स्वास्थ्य केंद्र में मूलभूत सुविधाओं की कमी:मरीजों को बिना जांच दवाएं दी जा रही हैं, बिजली और उपकरणों की स्थिति खराब
अरवल जिले के कलेर प्रखंड के जमुहारी स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मूलभूत सुविधाओं का गंभीर अभाव है। यहां मरीजों को नियमित जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही है, जिससे उन्हें बिना उचित परीक्षण के ही दवाएं दी जा रही हैं। मरीजों को नहीं मिल पा रहा सही उपचार ग्रामीणों का कहना है कि केंद्र में आने वाले मरीजों से केवल उनके लक्षण पूछकर दवाएं दे दी जाती हैं। जांच के लिए कोई समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण मरीजों को सही उपचार नहीं मिल पा रहा है। जर्जर भवन की मरम्मत के बावजूद सेवाएं बदहाल केंद्र के जर्जर भवन की मरम्मत 14 फरवरी 2025 को की गई थी, जिसके बाद इसे अस्पताल का रूप दिया गया। हालांकि, मरम्मत के बावजूद आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल बनी हुई हैं। उप केंद्र पर सीएचओ प्रीति कुमारी और एएनएम कुमारी इंदु सहित दो स्वास्थ्यकर्मी नियुक्त हैं, जो प्रतिदिन अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहते हैं। दवाओं और बैठने की सुविधाओं का अभाव एएनएम कुमारी इंदु ने बताया कि केंद्र में दवाएं रखने के लिए अलमारी नहीं है, न ही मरीजों के बैठने के लिए कुर्सी या बेंच उपलब्ध हैं। पीने के पानी के लिए चापाकल की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे पानी की गंभीर समस्या बनी रहती है। शौचालय तो बना दिया गया है, लेकिन उसमें पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई है। बीपी मशीन और अन्य उपकरण लंबे समय से खराब स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है अस्पताल में बिजली कनेक्शन तो है, लेकिन आवश्यक वायरिंग न होने के कारण न तो रोशनी होती है और न ही बिजली से चलने वाले उपकरणों का उपयोग हो पाता है। केंद्र में उपलब्ध बीपी मशीन भी लंबे समय से खराब पड़ी है और पुरानी मशीन ठीक से काम नहीं कर रही है।
अरवल जिले के कलेर प्रखंड के जमुहारी स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मूलभूत सुविधाओं का गंभीर अभाव है। यहां मरीजों को नियमित जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही है, जिससे उन्हें बिना उचित परीक्षण के ही दवाएं दी जा रही हैं। मरीजों को नहीं मिल पा रहा सही उपचार ग्रामीणों का कहना है कि केंद्र में आने वाले मरीजों से केवल उनके लक्षण पूछकर दवाएं दे दी जाती हैं। जांच के लिए कोई समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण मरीजों को सही उपचार नहीं मिल पा रहा है। जर्जर भवन की मरम्मत के बावजूद सेवाएं बदहाल केंद्र के जर्जर भवन की मरम्मत 14 फरवरी 2025 को की गई थी, जिसके बाद इसे अस्पताल का रूप दिया गया। हालांकि, मरम्मत के बावजूद आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल बनी हुई हैं। उप केंद्र पर सीएचओ प्रीति कुमारी और एएनएम कुमारी इंदु सहित दो स्वास्थ्यकर्मी नियुक्त हैं, जो प्रतिदिन अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहते हैं। दवाओं और बैठने की सुविधाओं का अभाव एएनएम कुमारी इंदु ने बताया कि केंद्र में दवाएं रखने के लिए अलमारी नहीं है, न ही मरीजों के बैठने के लिए कुर्सी या बेंच उपलब्ध हैं। पीने के पानी के लिए चापाकल की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे पानी की गंभीर समस्या बनी रहती है। शौचालय तो बना दिया गया है, लेकिन उसमें पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई है। बीपी मशीन और अन्य उपकरण लंबे समय से खराब स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है अस्पताल में बिजली कनेक्शन तो है, लेकिन आवश्यक वायरिंग न होने के कारण न तो रोशनी होती है और न ही बिजली से चलने वाले उपकरणों का उपयोग हो पाता है। केंद्र में उपलब्ध बीपी मशीन भी लंबे समय से खराब पड़ी है और पुरानी मशीन ठीक से काम नहीं कर रही है।