हिसार के सरसौद में धान से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी:हाईवे पर खड़े पानी में गिरकर फसल खराब, बाल-बाल बचा ड्राइवर
हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर सरसौद गांव के पास एक बार फिर बरसाती पानी भर जाने से वाहन ड्राइवरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे पर पानी और गहरे गड्ढों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन और संबंधित विभाग अब तक समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए हैं। बुधवार सुबह यहां एक धान से भरी ट्रैक्टर ट्राली पलट गई, जिसमें ड्राइवर बाल-बाल बच गया, लेकिन ट्राली पलटने से धान सड़क पर भरे पानी में जा गिरा। जिस कारण किसान को आर्थिक नुकसान हुआ है। समस्या का नहीं स्थायी समाधान स्थानीय लोगों मनोज, संदीप, कुलदीप आदि के अनुसार, अगस्त और सितंबर माह में हुई बारिश के दौरान गांव पंघाल और राजली की ओर से बरसाती पानी बहकर सरसौद गांव की तरफ आया था। इस दौरान पानी ने हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर कई दिनों तक डेरा जमाए रखा था, जिससे सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए। हालांकि कुछ समय बाद पानी उतर गया था, लेकिन अब फिर से वही स्थिति बन गई है। कई बार पलट चुके वाहन वहीं राजली गांव की ओर से आने वाले पानी को पाइप लगाकर आगे निकाला जा रहा था, मगर हाल ही में उस दिशा में पानी का प्रवाह रोक दिया गया है। नतीजतन, अब सारा पानी सरसौद गांव के पास हाईवे पर जमा हो गया है। कुछ दिन पहले भी इसी स्थान पर धान से भरी एक ट्राली पलट गई थी। उसके अगले दिन जब एक छोटा हाथी वाहन इस रास्ते से गुजर रहा था, पानी में बने गहरे गड्ढे दिखाई नहीं दिए और वाहन पलट गया। ड्राइवर को मामूली चोटें आईं, लेकिन वह बड़ी दुर्घटना से बच गया। सड़क पर पानी में बिखरा धान बताया जा रहा है कि गांव धांसू का किसान अपने ट्रैक्टर ट्राली में धान भरकर बेचने के लिए धांसू से बरवाला जा रहा था। जब वह गांव सरसौद में नेशनल हाईवे से सड़क पर भरे पानी से गुजरने लगा, तो पानी होने के कारण सड़क में बने गड्ढे दिखाई नहीं दे दिए और ट्रैक्टर ट्राली सड़क पर पलट गई। जिससे सारा धान सड़क पर बिखर गया। इस दौरान ड्राइवर भी बाल बाल बचा। प्रशासन का नहीं कोई ध्यान वाहन ड्राइवर डॉ. सूरजप्रकाश, नरेंद्र, सुरेंद्र, रणधीर आदि ने बताया कि वे पिछले करीब डेढ़ महीने से इस परेशानी को झेल रहे हैं। बरसाती पानी और टूटे हुए हाईवे के कारण हादसे लगातार हो रहे हैं, मगर न तो एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और न ही प्रशासन इस ओर कोई ध्यान दे रहा है। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। सीएम नायब सैनी से लोगों की अपील लोगों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से अपील की है कि वे इस गंभीर समस्या का संज्ञान लें और बरसाती पानी की निकासी के लिए स्थायी समाधान करवाएं, ताकि हादसे टल सकें और वाहन ड्राइवरों को राहत मिल सके।
हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर सरसौद गांव के पास एक बार फिर बरसाती पानी भर जाने से वाहन ड्राइवरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे पर पानी और गहरे गड्ढों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन और संबंधित विभाग अब तक समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए हैं। बुधवार सुबह यहां एक धान से भरी ट्रैक्टर ट्राली पलट गई, जिसमें ड्राइवर बाल-बाल बच गया, लेकिन ट्राली पलटने से धान सड़क पर भरे पानी में जा गिरा। जिस कारण किसान को आर्थिक नुकसान हुआ है। समस्या का नहीं स्थायी समाधान स्थानीय लोगों मनोज, संदीप, कुलदीप आदि के अनुसार, अगस्त और सितंबर माह में हुई बारिश के दौरान गांव पंघाल और राजली की ओर से बरसाती पानी बहकर सरसौद गांव की तरफ आया था। इस दौरान पानी ने हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर कई दिनों तक डेरा जमाए रखा था, जिससे सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए। हालांकि कुछ समय बाद पानी उतर गया था, लेकिन अब फिर से वही स्थिति बन गई है। कई बार पलट चुके वाहन वहीं राजली गांव की ओर से आने वाले पानी को पाइप लगाकर आगे निकाला जा रहा था, मगर हाल ही में उस दिशा में पानी का प्रवाह रोक दिया गया है। नतीजतन, अब सारा पानी सरसौद गांव के पास हाईवे पर जमा हो गया है। कुछ दिन पहले भी इसी स्थान पर धान से भरी एक ट्राली पलट गई थी। उसके अगले दिन जब एक छोटा हाथी वाहन इस रास्ते से गुजर रहा था, पानी में बने गहरे गड्ढे दिखाई नहीं दिए और वाहन पलट गया। ड्राइवर को मामूली चोटें आईं, लेकिन वह बड़ी दुर्घटना से बच गया। सड़क पर पानी में बिखरा धान बताया जा रहा है कि गांव धांसू का किसान अपने ट्रैक्टर ट्राली में धान भरकर बेचने के लिए धांसू से बरवाला जा रहा था। जब वह गांव सरसौद में नेशनल हाईवे से सड़क पर भरे पानी से गुजरने लगा, तो पानी होने के कारण सड़क में बने गड्ढे दिखाई नहीं दे दिए और ट्रैक्टर ट्राली सड़क पर पलट गई। जिससे सारा धान सड़क पर बिखर गया। इस दौरान ड्राइवर भी बाल बाल बचा। प्रशासन का नहीं कोई ध्यान वाहन ड्राइवर डॉ. सूरजप्रकाश, नरेंद्र, सुरेंद्र, रणधीर आदि ने बताया कि वे पिछले करीब डेढ़ महीने से इस परेशानी को झेल रहे हैं। बरसाती पानी और टूटे हुए हाईवे के कारण हादसे लगातार हो रहे हैं, मगर न तो एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और न ही प्रशासन इस ओर कोई ध्यान दे रहा है। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। सीएम नायब सैनी से लोगों की अपील लोगों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से अपील की है कि वे इस गंभीर समस्या का संज्ञान लें और बरसाती पानी की निकासी के लिए स्थायी समाधान करवाएं, ताकि हादसे टल सकें और वाहन ड्राइवरों को राहत मिल सके।