रेवाड़ी में कोसली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास:13.90 करोड़ की लागत से 95 प्रतिशत काम पूरा, 40 किलोवाट का सोलर प्लांट लगेगा
रेवाड़ी में आज बीकानेर मंडल रेल प्रबंधक डॉ. आशीष कुमार ने कोसली रेलवे स्टेशन पर 13.90 करोड़ रुपए की लागत से चल रहे पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, स्टेशन कक्ष और बुकिंग ऑफिस का जायजा लिया और सुरक्षा को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए। डॉ. आशीष कुमार ने बताया कि स्टेशन पर 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य तेजी से पूरा किया जाएगा। स्टेशन पर 21 लाख रुपए की लागत से 40 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिससे हरित ऊर्जा का उपयोग होगा। इसके अतिरिक्त, 6.62 करोड़ रुपए की लागत से 12 मीटर चौड़ा फुट ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा। पुनर्विकास के तहत स्टेशन का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा, जिसमें एलईडी लाइटिंग, दीवारों पर आर्टवर्क और स्थानीय कला-संस्कृति का समावेश होगा। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए उपयुक्त साइनेज लगाए जाएंगे। यात्री सूचना प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए कोच गाइडेंस डिस्प्ले बोर्ड, मल्टी लाइन डिस्प्ले बोर्ड, सिंगल लाइन डिस्प्ले बोर्ड, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, बड़े एलईडी स्क्रीन और जीपीएस आधारित डिजिटल क्लॉक भी स्थापित किए जाएंगे। भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास- मंडल रेल प्रबंधक
मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास से यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, आवाजाही सुगम होगा और व्यापारियों को फायदा होगा। इससे स्थानीय कारीगरों और मजदूरों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है। साथ ही, पर्यटन और स्थानीय हस्तशिल्प कला को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र की लोकप्रियता और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह पुनर्विकास क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगा। निरीक्षण के दौरान मंडल वाणिज्य प्रबंधक वीरेंद्र जोशी, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर दक्षिण विष्णु चौधरी, निजी सचिव धीरज थानवी, सीएमआई गोतम शर्मा, स्टेशन अधीक्षक महेंद्र सिंह मीणा सहित रेलवे के कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
रेवाड़ी में आज बीकानेर मंडल रेल प्रबंधक डॉ. आशीष कुमार ने कोसली रेलवे स्टेशन पर 13.90 करोड़ रुपए की लागत से चल रहे पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, स्टेशन कक्ष और बुकिंग ऑफिस का जायजा लिया और सुरक्षा को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए। डॉ. आशीष कुमार ने बताया कि स्टेशन पर 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य तेजी से पूरा किया जाएगा। स्टेशन पर 21 लाख रुपए की लागत से 40 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिससे हरित ऊर्जा का उपयोग होगा। इसके अतिरिक्त, 6.62 करोड़ रुपए की लागत से 12 मीटर चौड़ा फुट ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा। पुनर्विकास के तहत स्टेशन का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा, जिसमें एलईडी लाइटिंग, दीवारों पर आर्टवर्क और स्थानीय कला-संस्कृति का समावेश होगा। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए उपयुक्त साइनेज लगाए जाएंगे। यात्री सूचना प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए कोच गाइडेंस डिस्प्ले बोर्ड, मल्टी लाइन डिस्प्ले बोर्ड, सिंगल लाइन डिस्प्ले बोर्ड, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, बड़े एलईडी स्क्रीन और जीपीएस आधारित डिजिटल क्लॉक भी स्थापित किए जाएंगे। भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास- मंडल रेल प्रबंधक
मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास से यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, आवाजाही सुगम होगा और व्यापारियों को फायदा होगा। इससे स्थानीय कारीगरों और मजदूरों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है। साथ ही, पर्यटन और स्थानीय हस्तशिल्प कला को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र की लोकप्रियता और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह पुनर्विकास क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगा। निरीक्षण के दौरान मंडल वाणिज्य प्रबंधक वीरेंद्र जोशी, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर दक्षिण विष्णु चौधरी, निजी सचिव धीरज थानवी, सीएमआई गोतम शर्मा, स्टेशन अधीक्षक महेंद्र सिंह मीणा सहित रेलवे के कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।