हरियाणा में भूकंप के झटके:महेंद्रगढ़ रहा केंद्र, 5 किमी नीचे हलचल हुई; घबराए लोग घरों से बाहर निकले

हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में शुक्रवार शाम को भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 मापी गई। भूकंप शाम करीब 7 बजकर 33 मिनट पर आया, जिसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। उधर, हरियाणा में भूकंप, बाढ़ और सैन्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर रिसर्च की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार यहां से भू-स्थानिक डेटा एकत्र करेगी। राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति के तहत 'ऑपरेशन द्रोणगिरि' के पहले चरण में केंद्र सरकार ने हरियाणा समेत 5 राज्यों का चयन किया है। इस कार्य को और बेहतर ढंग से करने के लिए हरियाणा सरकार ने एक समिति का गठन किया है। ये समितियां राज्य स्तर और जिला स्तर पर कार्य करेंगी। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की पोस्ट... 25 दिसंबर को 5 जिलों में आया भूकंप इससे पहले 25 दिसंबर 2024 की दोपहर 12 बजकर 28 मिनट 31 सेकेंड पर भूकंप आया था। रोहतक, सोनीपत, पानीपत, झज्जर और गुरुग्राम में तेज झटके महसूस किए गए। जिसके बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 रही। इसका सेंटर सोनीपत में खरखौदा के पास कुंडल गांव में 5 किलोमीटर गहराई में रहा। क्या है हरियाणा में बार-बार भूकंप आने का कारण उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। इसमें जब प्लेट मूवमेंट होती है तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है। जिससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं। भूकंप से बचने के लिए क्या करें? घरों में भूकंप से बचने के लिए भूकंप रोधी पदार्थ से मकान बनाने चाहिए। 2-3 मंजिल से ज्यादा ऊंचा मकान भी नहीं बनाना चाहिए। इसके अलावा मकान बनाने से पहले मिट्टी की जांच के अलावा अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।

Jun 28, 2025 - 22:40
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हरियाणा में भूकंप के झटके:महेंद्रगढ़ रहा केंद्र, 5 किमी नीचे हलचल हुई; घबराए लोग घरों से बाहर निकले
हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में शुक्रवार शाम को भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 मापी गई। भूकंप शाम करीब 7 बजकर 33 मिनट पर आया, जिसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। उधर, हरियाणा में भूकंप, बाढ़ और सैन्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर रिसर्च की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार यहां से भू-स्थानिक डेटा एकत्र करेगी। राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति के तहत 'ऑपरेशन द्रोणगिरि' के पहले चरण में केंद्र सरकार ने हरियाणा समेत 5 राज्यों का चयन किया है। इस कार्य को और बेहतर ढंग से करने के लिए हरियाणा सरकार ने एक समिति का गठन किया है। ये समितियां राज्य स्तर और जिला स्तर पर कार्य करेंगी। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की पोस्ट... 25 दिसंबर को 5 जिलों में आया भूकंप इससे पहले 25 दिसंबर 2024 की दोपहर 12 बजकर 28 मिनट 31 सेकेंड पर भूकंप आया था। रोहतक, सोनीपत, पानीपत, झज्जर और गुरुग्राम में तेज झटके महसूस किए गए। जिसके बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 रही। इसका सेंटर सोनीपत में खरखौदा के पास कुंडल गांव में 5 किलोमीटर गहराई में रहा। क्या है हरियाणा में बार-बार भूकंप आने का कारण उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। इसमें जब प्लेट मूवमेंट होती है तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है। जिससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं। भूकंप से बचने के लिए क्या करें? घरों में भूकंप से बचने के लिए भूकंप रोधी पदार्थ से मकान बनाने चाहिए। 2-3 मंजिल से ज्यादा ऊंचा मकान भी नहीं बनाना चाहिए। इसके अलावा मकान बनाने से पहले मिट्टी की जांच के अलावा अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।