जींद में आज से कोरोना जांच की सुविधा शुरू:सिविल अस्पताल को मिली 400 टेस्टिंग किट, डॉक्टर की सलाह के बाद होगा टेस्ट
जींद में आज से कोरोना के टेस्ट शुरू हो जाएंगे। सिविल अस्पताल को 400 टेस्टिंग किट मिली हैं। अब तक किट नहीं होने के कारण कोरोना के जैसे लक्षणों वाले मरीजों की जांच नहीं हो पा रही थी। प्रतिदिन होने वाली ओपीडी में 20 प्रतिशत मरीज खांसी और जुकाम के आ रहे हैं। लेकिन टेस्टिंग किट नहीं होने के कारण मरीजों का कोरोना टेस्ट नहीं हो पा रहा था। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से निपटने को लेकर तैयारियां पूरी की हुई हैं। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग की पहली मंजिल पर फ्लू कार्नर भी बनाया गया है। मरीजों के लिए वेंटिलेटर और आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। कोविड मरीजों के लिए 10 बेड रिजर्व किए गए हैं और इसे रिस्ट्रिक्टेड एरिया बनाया गया है। कोरोना टेस्ट केवल उन्हीं के होंगे, जिनमें लक्षण होंगे, सीधे टेस्ट नहीं होगा फिजिशियन डा. गौरव को नोडल अफसर नियुक्त किया गया है। कोरोना के इलाज को लेकर दवाइयों का स्टॉक रखा गया है। स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटियां भी लगाई गई हैं। मरीजों को कोरोना के प्रति स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा जागरूक किया जा रहा है। कोरोना टेस्ट उन्हीं लोगों के किए जाएंगे, जिनमें कोरोना से संबंधित लक्षण दिखाई देते हैं। अगर कोई व्यक्ति सीधे तौर पर टेस्ट करवाने के लिए आएगा तो फिलहाल उसका टेस्ट नहीं किया जाएगा। इसे पहले उसे डॉक्टर को दिखाना होगा और उनकी अनुमति के बाद ही उसका टेस्ट किया जाएगा। ओपीडी में हर रोज 1500 से ज्यादा लोग आते जींद के सिविल अस्पताल में हर रोज 1500 के करीब ओपीडी होती हैं। इनमें 20 प्रतिशत के करीब यानि 200 से 300 के बीच मरीज खांसी व जुकाम के होते हैं। अभी तक जिले में कोरोना का कोई केस नहीं है। सिविल सर्जन ने सभी डॉक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि संदिग्ध मरीजों की गहनता से जांच करें और ये लगे कि कोरोना के लक्षण हैं, उसी का सैंपल लिया जाए। सिविल सर्जन डॉ. सुमन कोहली ने बताया कि कोरोना की जांच के लिए टेस्टिंग किट आ चुकी हैं। संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। जिले में कोरोना को कोई केस नहीं आया है। कोरोना से बचने के लिए अभी से सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है। सिविल अस्पताल में फ्लू कॉर्नर शुरू किया गया है।
