देव दीपावली पर 11 हजार दीपों से जगमगाया सौरा घाट:बनारस से आए पुरोहितों ने कराई महाआरती, सुरक्षा के कड़े इतजाम
पूर्णिया में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आयोजित देव दीपावली पर आस्था और भक्ति का विहंगम नजारा दिखाई दिया। पूर्णिया सिटी का सौरा नदी तट दीयों की रोशनी से जगमगा उठा। देव दीपावली के मौके पर 11 हजार दीए जलाए गए, जिसकी छटा और खूबसूरती देखते ही बन रही थी। सौरा नदी तट गेंदे के फूलों, रंगोली भगवा ध्वज और आकर्षक लाइट से दुल्हन की तरह सजा नजर आया। बनारस से आए 11 पुरोहितों की टोली ने गंगा महाआरती कराई। महाआरती के दौरान श्रीराम सेवा संघ के सदस्य और बहने पारंपरिक परिधानों के साथ ही माथे पर साफा पहने दिखाई दिए। बनारस के 11 अनुभवी पुरोहितों ने महाआरती को अद्भुत तरीके से प्रस्तुत किया। महाआरती में शामिल होने जिले भर से हजारों सनातन धर्मावलंबी पहुंचे। प्रसाद वितरण के बाद भजन गायन का आयोजन हुआ। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखाई दिए। चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती रही। चप्पे-चप्पे पर श्रीराम सेवा संघ के कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाल रखा था। देव दीपावली को लेकर सौरा नदी तट को आकर्षक रंगोली, चमचमाती बिजली लाइटिंग, भगवा ध्वज और 11 हजार दीप प्रज्ज्वलित कर फूल मालाओं से बेहद ही भव्य तरीके से सजाया गया था। समूचा वातावरण भक्ति और हर्षोल्लास से सराबोर रहा। इस अवसर पर सदर विधायक विजय कुमार खेमका, मेयर विभा कुमारी, शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ आलोक कुमार, साइकिल एसोसिएशन के विजय शंकर, समाजसेवी रविन्द्र साह समेत कई प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे। आयोजन को लेकर श्रीराम सेवा संघ के अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने बताया कि इस बार देव दीपावली को यादगार बनाने सिटी मां काली मंदिर प्रांगण को आकर्षक रंगोली के साथ-साथ 11000 हजार दीप से सजाया गया है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन होने के कारण भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म में गंगा स्नान और आरती का विशेष महत्व बताया है। इस आरती में जिले भर से हजारों सनातन धर्मावलंबी और श्रद्धालु पहुंचते हैं। महाआरती के बाद सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था की जाती है।
पूर्णिया में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आयोजित देव दीपावली पर आस्था और भक्ति का विहंगम नजारा दिखाई दिया। पूर्णिया सिटी का सौरा नदी तट दीयों की रोशनी से जगमगा उठा। देव दीपावली के मौके पर 11 हजार दीए जलाए गए, जिसकी छटा और खूबसूरती देखते ही बन रही थी। सौरा नदी तट गेंदे के फूलों, रंगोली भगवा ध्वज और आकर्षक लाइट से दुल्हन की तरह सजा नजर आया। बनारस से आए 11 पुरोहितों की टोली ने गंगा महाआरती कराई। महाआरती के दौरान श्रीराम सेवा संघ के सदस्य और बहने पारंपरिक परिधानों के साथ ही माथे पर साफा पहने दिखाई दिए। बनारस के 11 अनुभवी पुरोहितों ने महाआरती को अद्भुत तरीके से प्रस्तुत किया। महाआरती में शामिल होने जिले भर से हजारों सनातन धर्मावलंबी पहुंचे। प्रसाद वितरण के बाद भजन गायन का आयोजन हुआ। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखाई दिए। चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती रही। चप्पे-चप्पे पर श्रीराम सेवा संघ के कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाल रखा था। देव दीपावली को लेकर सौरा नदी तट को आकर्षक रंगोली, चमचमाती बिजली लाइटिंग, भगवा ध्वज और 11 हजार दीप प्रज्ज्वलित कर फूल मालाओं से बेहद ही भव्य तरीके से सजाया गया था। समूचा वातावरण भक्ति और हर्षोल्लास से सराबोर रहा। इस अवसर पर सदर विधायक विजय कुमार खेमका, मेयर विभा कुमारी, शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ आलोक कुमार, साइकिल एसोसिएशन के विजय शंकर, समाजसेवी रविन्द्र साह समेत कई प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे। आयोजन को लेकर श्रीराम सेवा संघ के अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने बताया कि इस बार देव दीपावली को यादगार बनाने सिटी मां काली मंदिर प्रांगण को आकर्षक रंगोली के साथ-साथ 11000 हजार दीप से सजाया गया है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन होने के कारण भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म में गंगा स्नान और आरती का विशेष महत्व बताया है। इस आरती में जिले भर से हजारों सनातन धर्मावलंबी और श्रद्धालु पहुंचते हैं। महाआरती के बाद सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था की जाती है।