दरभंगा में ग्रामीणों ने किया विधायक का विरोध:कहा- भाजपा के नाम पर होती जीत, विकास के लिए कोई काम नहीं करते
दरभंगा के हायाघाट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा विधायक रामचंद्र साहू को इस बार जनता के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। मंगलवार को अटहर पंचायत के अटहर चौक पर पहुंचे विधायक के खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की और उन्हें गांव से बाहर जाने को मजबूर कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि विधायक के पांच साल के कार्यकाल में क्षेत्र में कोई ठोस विकास काम नहीं हुआ है। सड़क, नाला, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं की हालत लगातार खराब बनी हुई है। जनता पार्टी को देखकर वोट देती एक ग्रामीण ने कहा, “इनकी जीत सिर्फ भाजपा के नाम पर होती है। जनता पार्टी को देखकर वोट देती है, लेकिन विधायक बनने के बाद ये जनता की ओर पलटकर नहीं देखते। विकास तो दूर, अपने क्षेत्र में आना भी इन्हें मंजूर नहीं होता।” विरोध में शामिल विकास कुमार पासवान ने बताया- “कल विधायक साहू यहां आए थे। हम लोगों ने उन्हें गांव से धकेल कर भगा दिया। हमारे गांव में अब तक सड़क नहीं बनी, बिजली के पोल नहीं लगे, अस्पताल नहीं है। हम लोग चाहते हैं कि हमारे बच्चों को रोजगार के लिए बाहर न जाना पड़े। लेकिन विधायक ने कुछ भी नहीं किया। जीतने के बाद एक बार भी गांव में नहीं आए।” इसी तरह ग्रामीण रामकिशोर झा ने कहा, “ऐसे विधायक की कोई जरूरत नहीं है, जो पांच साल बाद सिर्फ वोट मांगने आता है। भाजपा को चाहिए कि ऐसे उम्मीदवार को बदले, नहीं तो जनता वोट से जवाब देगी।” ग्रामीणों ने साफ कहा कि इस बार हायाघाट में विकास के नाम पर वोट मांगे जाएंगे। पार्टी के नाम पर वोट नहीं मांगे जाएंगे। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से मांग की है कि रामचंद्र साहू को उम्मीदवार बदलकर किसी नए चेहरे को मौका दिया जाए, अन्यथा क्षेत्र में व्यापक विरोध झेलना पड़ेगा।
दरभंगा के हायाघाट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा विधायक रामचंद्र साहू को इस बार जनता के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। मंगलवार को अटहर पंचायत के अटहर चौक पर पहुंचे विधायक के खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की और उन्हें गांव से बाहर जाने को मजबूर कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि विधायक के पांच साल के कार्यकाल में क्षेत्र में कोई ठोस विकास काम नहीं हुआ है। सड़क, नाला, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं की हालत लगातार खराब बनी हुई है। जनता पार्टी को देखकर वोट देती एक ग्रामीण ने कहा, “इनकी जीत सिर्फ भाजपा के नाम पर होती है। जनता पार्टी को देखकर वोट देती है, लेकिन विधायक बनने के बाद ये जनता की ओर पलटकर नहीं देखते। विकास तो दूर, अपने क्षेत्र में आना भी इन्हें मंजूर नहीं होता।” विरोध में शामिल विकास कुमार पासवान ने बताया- “कल विधायक साहू यहां आए थे। हम लोगों ने उन्हें गांव से धकेल कर भगा दिया। हमारे गांव में अब तक सड़क नहीं बनी, बिजली के पोल नहीं लगे, अस्पताल नहीं है। हम लोग चाहते हैं कि हमारे बच्चों को रोजगार के लिए बाहर न जाना पड़े। लेकिन विधायक ने कुछ भी नहीं किया। जीतने के बाद एक बार भी गांव में नहीं आए।” इसी तरह ग्रामीण रामकिशोर झा ने कहा, “ऐसे विधायक की कोई जरूरत नहीं है, जो पांच साल बाद सिर्फ वोट मांगने आता है। भाजपा को चाहिए कि ऐसे उम्मीदवार को बदले, नहीं तो जनता वोट से जवाब देगी।” ग्रामीणों ने साफ कहा कि इस बार हायाघाट में विकास के नाम पर वोट मांगे जाएंगे। पार्टी के नाम पर वोट नहीं मांगे जाएंगे। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से मांग की है कि रामचंद्र साहू को उम्मीदवार बदलकर किसी नए चेहरे को मौका दिया जाए, अन्यथा क्षेत्र में व्यापक विरोध झेलना पड़ेगा।