छठ पूजा की टोकरी में जरूर रखें ये 7 पवित्र फल, इनके बिना अधूरा है आपका महापर्व!

छठ पर्व की शुरुआत कल यानी शनिवार से हो रही है। छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय से शुरु होता है। खरना के दिन व्रत का आरंभ होता है, इसके अगले दिन घाट पर टोकरी में कई प्रकार के फल, पकवान आदि लेकर जाया जाता है। छठ पूजा को बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में इस त्योहार को भक्ति और धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा की टोकरी और सूप में कुछ फलों का होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। जब टोकरी में ये फल न हो, तो पूजा भी अधूरी मानी जाती है। छठी मैया को यह फल बेहद प्रिय हैं। इन्हें जरुर लेकर आएं। आइए आपको बताते हैं छठ मईया के 7 फल, जिन्हें पूजा में जरुर शामिल करें।डाभ नींबू जरूर लाएंयह डाभ नींबू समान्य नींबू से काफी अलग होता और यह काफी बड़ा भी होता है। यह फल अंदर से लाल रंग का होता है। डाभ नींबू का स्वाद खट्टा-मीठा होता है। यह डाभ नींबू छठी मैया को बेहद प्रिया है। इसलिए छठ पूजा में डाभ नींबू जरूर लाएं। डाभ नींबू की परत मोटी होती है, जिसको पशु-पक्षी भी झूठा नहीं कर पाते हैं। छठ पूजा के लिए गन्ना जरुरी कई जगहों पर लोग गन्ने का घर अपने आंगन में बनाकर उसके नीचे हाथी रखकर छठी मैया की पूजा करते हैं। यह तब किया जाता है जब छठ पर्व में कोसी भरी जाती हैं। इसलिए पत्ते वाले गन्ने जरुर लें। माना जाता है कि ऐसा करने से छठी मैय्या प्रसन्न होती है। घर में माता की कृपा प्राप्त होती है और सुख-शांति मिलती है। गन्ना सख्त होता है, जिसे पशु-पक्षी जूठा नहीं कर सकते हैं। गन्ने की पवित्रता के चलते छठ माता को गन्ना सबसे प्रिय है। केला भी है मैया का प्रिय फलमान्यता है कि केले में भगवान विष्णु का वास होता है। इस फल को बेहद पवित्र माना जाता है। छठ माता को यह फल काफी प्रिय है। इसलिए कच्चा केला को घर पर ही पकाया जाता है क्योंकि पशु-पक्षी केले को जूठा न कर पाएं। छठ पर्व में केले को शामिल करने से माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।नारियल है काफी जरुरीधार्मिक मान्यता के अनुसार, नारियल देवी लक्ष्मी का स्वरुप है। इसे पवित्र फल माना गया है। इस पर्व पर लोग नारियल चढ़ाकर मनोकामना मांगते हैं। छठ पूजा में पवित्रता का सबसे अधिक महत्व दिया गया है। नारियल को पूजा में जरुर शामिल करें।सिंघाड़ा खरीदेंछठ पूजा की खरीदारी में सिंघाड़ा जरुर खरीदें। माता लक्ष्मी को यह फल काफी प्रिय होता है और इसके आयुर्वेद में भी कई फायदे बताएं। यह फल जल में उगता है और इसका छिलका सख्त होता है, ऐसे में पशु-पक्षी इसे जूठा नहीं करते हैं। इसलिए पवित्रता के कारण छठ मईया को सिंघाड़ा बहुत प्रिय है।सुपारी को खरीदेंपूजा के दौरान शुभ कार्यों में सुपारी का जरुर उपयोग किया जाता है। पान और सुपारी के साथ ही पूजा का संकल्प लिया जाता है। सुपारी काफी सख्त होती है, इसे माता लक्ष्मी का प्रभाव माना जाता है। इसलिए इस पर्व में सुपारी बहुत ही जरुरी है।सुथनी जरुरी हैमिट्टी के अंदर उगने वाला यह फल कई बीमारियों को राहत दिलाता है। इसके साथ ही सुथनी को बहुत पवित्र और शुद्ध माना जाता है। इसलिए छठ पूजा की टोकरी में सुथनी फल भी खरीदा जाता है। छठ पर्व में इन 7 फलों को खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। 

Oct 25, 2025 - 07:59
 0
छठ पूजा की टोकरी में जरूर रखें ये 7 पवित्र फल, इनके बिना अधूरा है आपका महापर्व!

छठ पर्व की शुरुआत कल यानी शनिवार से हो रही है। छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय से शुरु होता है। खरना के दिन व्रत का आरंभ होता है, इसके अगले दिन घाट पर टोकरी में कई प्रकार के फल, पकवान आदि लेकर जाया जाता है। छठ पूजा को बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में इस त्योहार को भक्ति और धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा की टोकरी और सूप में कुछ फलों का होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। जब टोकरी में ये फल न हो, तो पूजा भी अधूरी मानी जाती है। छठी मैया को यह फल बेहद प्रिय हैं। इन्हें जरुर लेकर आएं। आइए आपको बताते हैं छठ मईया के 7 फल, जिन्हें पूजा में जरुर शामिल करें।

डाभ नींबू जरूर लाएं

यह डाभ नींबू समान्य नींबू से काफी अलग होता और यह काफी बड़ा भी होता है। यह फल अंदर से लाल रंग का होता है। डाभ नींबू का स्वाद खट्टा-मीठा होता है। यह डाभ नींबू छठी मैया को बेहद प्रिया है। इसलिए छठ पूजा में डाभ नींबू जरूर लाएं। डाभ नींबू की परत मोटी होती है, जिसको पशु-पक्षी भी झूठा नहीं कर पाते हैं।

छठ पूजा के लिए गन्ना जरुरी

कई जगहों पर लोग गन्ने का घर अपने आंगन में बनाकर उसके नीचे हाथी रखकर छठी मैया की पूजा करते हैं। यह तब किया जाता है जब छठ पर्व में कोसी भरी जाती हैं। इसलिए पत्ते वाले गन्ने जरुर लें। माना जाता है कि ऐसा करने से छठी मैय्या प्रसन्न होती है। घर में माता की कृपा प्राप्त होती है और सुख-शांति मिलती है। गन्ना सख्त होता है, जिसे पशु-पक्षी जूठा नहीं कर सकते हैं। गन्ने की पवित्रता के चलते छठ माता को गन्ना सबसे प्रिय है।

केला भी है मैया का प्रिय फल

मान्यता है कि केले में भगवान विष्णु का वास होता है। इस फल को बेहद पवित्र माना जाता है। छठ माता को यह फल काफी प्रिय है। इसलिए कच्चा केला को घर पर ही पकाया जाता है क्योंकि पशु-पक्षी केले को जूठा न कर पाएं। छठ पर्व में केले को शामिल करने से माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

नारियल है काफी जरुरी

धार्मिक मान्यता के अनुसार, नारियल देवी लक्ष्मी का स्वरुप है। इसे पवित्र फल माना गया है। इस पर्व पर लोग नारियल चढ़ाकर मनोकामना मांगते हैं। छठ पूजा में पवित्रता का सबसे अधिक महत्व दिया गया है। नारियल को पूजा में जरुर शामिल करें।

सिंघाड़ा खरीदें

छठ पूजा की खरीदारी में सिंघाड़ा जरुर खरीदें। माता लक्ष्मी को यह फल काफी प्रिय होता है और इसके आयुर्वेद में भी कई फायदे बताएं। यह फल जल में उगता है और इसका छिलका सख्त होता है, ऐसे में पशु-पक्षी इसे जूठा नहीं करते हैं। इसलिए पवित्रता के कारण छठ मईया को सिंघाड़ा बहुत प्रिय है।

सुपारी को खरीदें

पूजा के दौरान शुभ कार्यों में सुपारी का जरुर उपयोग किया जाता है। पान और सुपारी के साथ ही पूजा का संकल्प लिया जाता है। सुपारी काफी सख्त होती है, इसे माता लक्ष्मी का प्रभाव माना जाता है। इसलिए इस पर्व में सुपारी बहुत ही जरुरी है।

सुथनी जरुरी है

मिट्टी के अंदर उगने वाला यह फल कई बीमारियों को राहत दिलाता है। इसके साथ ही सुथनी को बहुत पवित्र और शुद्ध माना जाता है। इसलिए छठ पूजा की टोकरी में सुथनी फल भी खरीदा जाता है। छठ पर्व में इन 7 फलों को खरीदना बेहद शुभ माना जाता है।