गोपालगंज में तेज बारिश से तापमान गिरा:किसानों को फायदा, गन्ना, धान और मक्का के फसल में लौटी हरियाली

गोपालगंज में सुबह के समय आसमान में काले घने बादल छाए हुए थे जो एक सुखद बदलाव का संकेत था। ऐसा लग रहा था कि प्रकृति अपनी बाहें फैलाकर बारिश का स्वागत कर रही है। जब कुछ देर बाद, उन बादलों से बूंदें बरसने लगीं, तो हर तरफ एक ताजगी और शीतलता छा गई। जिससे गर्मी और उमस से आखिरकार मौसम ने करवट ली है। शुरुआत में धीमी फुहार, फिर धीरे-धीरे गरज और बिजली के चमक के साथ तेज होती हुई बारिश ने पूरे शहर को भिगो दिया। इस झमाझम बारिश से गर्मी का सारा असर खत्म हो गया और मौसम बेहद सुहाना हो गया। हवा पेड़-पौधे और हरियाली और भी खिल उठी। मौसम विभाग के माने तो अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा वही न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं 80% बारिश की संभावन जताई जा रही है। जबकि 14 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से हवा बह रही है। मक्का, धान और गन्ने के खेतों में फिर हरियाली लौटी तापमान में आई इस गिरावट से न सिर्फ इंसानों को सुकून मिला है, बल्कि फसलों के लिए भी यह बारिश किसी संजीवनी से कम नहीं है। मक्का, धान और गन्ने के खेतों में एक बार फिर से हरियाली लौट आई है। किसान जो सूखे और कम बारिश की वजह से चिंतित थे, अब उनके चेहरों पर खुशी देखी जा सकती है। इस अचानक हुई बारिश से शहर के निचले इलाकों में कुछ जगह पानी भी जमा हुआ, गाड़ियों और पैदल चलने वालों को काफी दिक्कत हुई। जिससे उनके दैनिक जीवन पर असर पड़ा।

Aug 31, 2025 - 12:49
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गोपालगंज में तेज बारिश से तापमान गिरा:किसानों को फायदा, गन्ना, धान और मक्का के फसल में लौटी हरियाली
गोपालगंज में सुबह के समय आसमान में काले घने बादल छाए हुए थे जो एक सुखद बदलाव का संकेत था। ऐसा लग रहा था कि प्रकृति अपनी बाहें फैलाकर बारिश का स्वागत कर रही है। जब कुछ देर बाद, उन बादलों से बूंदें बरसने लगीं, तो हर तरफ एक ताजगी और शीतलता छा गई। जिससे गर्मी और उमस से आखिरकार मौसम ने करवट ली है। शुरुआत में धीमी फुहार, फिर धीरे-धीरे गरज और बिजली के चमक के साथ तेज होती हुई बारिश ने पूरे शहर को भिगो दिया। इस झमाझम बारिश से गर्मी का सारा असर खत्म हो गया और मौसम बेहद सुहाना हो गया। हवा पेड़-पौधे और हरियाली और भी खिल उठी। मौसम विभाग के माने तो अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा वही न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं 80% बारिश की संभावन जताई जा रही है। जबकि 14 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से हवा बह रही है। मक्का, धान और गन्ने के खेतों में फिर हरियाली लौटी तापमान में आई इस गिरावट से न सिर्फ इंसानों को सुकून मिला है, बल्कि फसलों के लिए भी यह बारिश किसी संजीवनी से कम नहीं है। मक्का, धान और गन्ने के खेतों में एक बार फिर से हरियाली लौट आई है। किसान जो सूखे और कम बारिश की वजह से चिंतित थे, अब उनके चेहरों पर खुशी देखी जा सकती है। इस अचानक हुई बारिश से शहर के निचले इलाकों में कुछ जगह पानी भी जमा हुआ, गाड़ियों और पैदल चलने वालों को काफी दिक्कत हुई। जिससे उनके दैनिक जीवन पर असर पड़ा।