BRTS कॉरिडोर हटने के बाद भी नहीं सुधरे हालत:अजमेर रोड पर बने जाम के हालात, डिवाइडर बना परेशानी का कारण
जयपुर के अजमेर रोड पर बने बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाए हुए एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया है। लेकिन इसके बावजूद ट्रैफिक जाम की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। क्यों कि कॉरिडोर को हटाने के बाद भी अब तक जेडीए ने रोड डिवाइडर नहीं हटाए है। जिसकी वजह से शहर के सबसे व्यस्ततम अजमेर रोड पर आम जनता को परेशान होना पड़ रहा है। रोजाना हजारों वाहन इस रूट से गुजरते हैं, लेकिन जाम से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस की तैनाती और मैनेजमेंट पर्याप्त नहीं है। कई बार लोग खुद सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर शिकायत कर चुके हैं। लेकिन शासन और प्रशासन द्वारा कोई समाधान नहीं निकल गया है। जो अब आम जनता की परेशानी को बढ़ा रहा है। दरअसल, जेडीए द्वारा जयपुर के सबसे प्रमुख और व्यस्ततम अजमेर रोड, सीकर रोड और न्यू सांगानेर रोड पर सरकार ने बसों के संचालन के लिए एक विशेष कॉरिडोर का निर्माण किया था। लेकिन 16 साल तक यह कॉरिडोर आम जनता के काम आने की जगह परेशानी का कारण बन गया। कॉरिडोर के निर्माण से शहर की प्रमुख अजमेर रोड न्यू सांगानेर रोड और सीकर रोड की चौड़ाई कम हो गई। वहीं, जिस कॉरिडोर में बसों का संचालन किया जाना था। वहां पर भी सही ढंग से बसें संचालित नहीं हो पाई। इसके बाद जयपुर विकास प्राधिकरण की सिफारिश के बाद सरकार ने इस कॉरिडोर को हटाने का फैसला किया था। इसके बाद जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने कॉरिडोर को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। शहर के न्यू सांगानेर रोड और अजमेर रोड पर जहां कॉरिडोर को हटाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। इसके बाद न्यू सांगानेर रोड पर जहां डिवाइडर को हटाकर सड़क को चौड़ा किया जा चुका है। वही अजमेर रोड पर अब तक डिवाइडर को नहीं हटाया गया है। जिसकी वजह से आम जनता को ट्रैफिक जाम की समस्या से परेशान होना पड़ रहा है। सुबह और शाम ऑफिस टाइमिंग पर तो हालत इतना बिगड़ जाते है कि वाहन चालकों को अपने गंतव्य पर पहुंचने में 30 मिनट से एक घंटे तक की देरी हो जाती है।
