रेवाड़ी DTP पर महिला से अभद्रता-रिश्वत मांगने के आरोप:बुलडोजर से तोड़फोड़, किसान की फसल बर्बाद; CM से मिलेंगे ग्रामीण
रेवाड़ी जिले में जिला नगर योजनाकार के अधिकारियों और भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष के बीच विवाद गहरा गया है। गांव सुठानी के ग्रामीणों ने डीटीपी विभाग पर घूस मांगने, जातिसूचक गालियां देने, महिला से अभद्रता करने और किसान की फसल बर्बाद करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों को लेकर कसौला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। गांव सुठानी की कॉलोनी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि डीटीपी मनदीप सिहाग अवैध कॉलोनियों में कार्रवाई के नाम पर उनसे घूस मांगते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि घूस न देने पर तुरंत बुलडोजर लेकर तोड़फोड़ शुरू कर दी जाती है, जबकि पैसे देने वालों के अवैध निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं होती। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकी वहीं 26 नवंबर को कसौला थाना क्षेत्र की एक महिला ने थाने पहुंचकर डीटीपी पर अभद्रता करने की शिकायत दी। महिला का आरोप है कि डीटीपी ने उसके साथ बदतमीजी की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकी भी दी। इसी तरह एक किसान ने अपनी फसल बर्बाद करने की शिकायत दर्ज कराई है। डीटीपी टीम और लोगों के बीच कहासुनी वहीं गांव सुठानी में अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची डीटीपी टीम और स्थानीय लोगों के बीच तीखी कहासुनी हुई थी। इस मामले में डीटीपी ने भी भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष निखिल सहित अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने की शिकायत पुलिस में दी थी। ग्रामीणों का कहना है कि वे अब सभी सबूतों के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर डीटीपी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत करेंगे। सभी आरोप झूठे और आधारहीन-डीटीपी गौरतलब है कि रेवाड़ी में इससे पहले भी डीटीपी रहे खत्री पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है, जिसकी जांच एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने की थी। सभी आरोपों को डीटीपी मनदीप सिहाग ने सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि ये सभी आरोप झूठे और आधारहीन हैं। सिहाग के अनुसार वे नियमानुसार कार्रवाई करने गए थे, जिसके चलते इस तरह के निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। फिलहाल, दोनों पक्षों की शिकायतें पुलिस के पास हैं और मामले की जांच जारी है।
रेवाड़ी जिले में जिला नगर योजनाकार के अधिकारियों और भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष के बीच विवाद गहरा गया है। गांव सुठानी के ग्रामीणों ने डीटीपी विभाग पर घूस मांगने, जातिसूचक गालियां देने, महिला से अभद्रता करने और किसान की फसल बर्बाद करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों को लेकर कसौला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। गांव सुठानी की कॉलोनी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि डीटीपी मनदीप सिहाग अवैध कॉलोनियों में कार्रवाई के नाम पर उनसे घूस मांगते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि घूस न देने पर तुरंत बुलडोजर लेकर तोड़फोड़ शुरू कर दी जाती है, जबकि पैसे देने वालों के अवैध निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं होती। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकी वहीं 26 नवंबर को कसौला थाना क्षेत्र की एक महिला ने थाने पहुंचकर डीटीपी पर अभद्रता करने की शिकायत दी। महिला का आरोप है कि डीटीपी ने उसके साथ बदतमीजी की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर धमकी भी दी। इसी तरह एक किसान ने अपनी फसल बर्बाद करने की शिकायत दर्ज कराई है। डीटीपी टीम और लोगों के बीच कहासुनी वहीं गांव सुठानी में अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची डीटीपी टीम और स्थानीय लोगों के बीच तीखी कहासुनी हुई थी। इस मामले में डीटीपी ने भी भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष निखिल सहित अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने की शिकायत पुलिस में दी थी। ग्रामीणों का कहना है कि वे अब सभी सबूतों के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर डीटीपी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत करेंगे। सभी आरोप झूठे और आधारहीन-डीटीपी गौरतलब है कि रेवाड़ी में इससे पहले भी डीटीपी रहे खत्री पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है, जिसकी जांच एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने की थी। सभी आरोपों को डीटीपी मनदीप सिहाग ने सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि ये सभी आरोप झूठे और आधारहीन हैं। सिहाग के अनुसार वे नियमानुसार कार्रवाई करने गए थे, जिसके चलते इस तरह के निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। फिलहाल, दोनों पक्षों की शिकायतें पुलिस के पास हैं और मामले की जांच जारी है।