पुलिस चौकी से फरार हुआ जोगीनवादा गोलीकांड का आरोपी:SSP ने चौकी प्रभारी और सिपाही को किया सस्पेंड, बदमाश को सता रहा था एनकाउंटर का डर

बरेली में पुलिस चौकी से एक बदमाश के फरार होने के बाद हड़कंप मच गया। इसके बाद एसएसपी ने इस मामले में चौकी इंचार्ज और सिपाही को सस्पेंड कर दिया। हालांकि बदमाश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। यह मामला रुहेलखंड पुलिस चौकी का है, जहां अमित राठौर नाम के बदमाश को SOG ने गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले किया था। लेकिन पुलिस की लापरवाही की वजह से बदमाश फरार हो गया। मंगलवार को अमित राठौर के खिलाफ बारादरी थाने के इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। चौकी से भागा, कोर्ट में किया सरेंडर बरेली के जोगीनवादा में पिछले साल दिसंबर में हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस ने मंगलवार को गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में बदमाश अमित राठौर को गिरफ्तार किया गया, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने रुहेलखंड पुलिस चौकी के प्रभारी जगत सिंह और सिपाही सचिन को सस्पेंड कर दिया। वहीं बदमाश अमित राठौर पुलिस को चकमा देकर सीधे कोर्ट पहुंच गया और वहां से उसे जेल भेज दिया गया। कोर्ट ने भेजा जेल दरअसल, बदमाश अमित राठौर को अपने एनकाउंटर का डर सता रहा था। यही वजह रही कि वह किसी तरह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। बदमाश अमित सीधे कोर्ट पहुंचा और अपने आपको सरेंडर कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। अब जानें विस्तार से पूरा मामला कैबिनेट मंत्री के भतीजे समेत 7 पर गैंगस्टर का मुकदमा बरेली पुलिस ने उत्तराखंड सरकार में मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी पप्पू के भतीजे टिंकू राठौर समेत 7 बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की बड़ी कार्रवाई की है। इन सभी पर संगठित अपराध में लिप्त होने, खुलेआम हथियार लहराकर दहशत फैलाने और बार-बार जानलेवा हमले करने का आरोप है। SSP बरेली की पहल पर गैंग को सूचीबद्ध कर गैंग नंबर 235/2025 के तहत कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस ने इनके खिलाफ मंगलवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर गैंग की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जोगीनवादा में अंधाधुंध फायरिंग: वकील के पति और देवर हुए थे गंभीर घायल 8 दिसंबर 2024 की शाम को बारादरी थाना क्षेत्र के जोगीनवादा इलाके में अधिवक्ता रीना सिंह के पति लखन राठौर, प्रेमपाल और सूरज राठौर पर करीब 10 बदमाशों ने रास्ता रोककर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। हमलावरों के पास अवैध तमंचे थे। हमले में तीनों को गंभीर चोटें आई थीं। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई थी। पीड़िता ने तत्काल बारादरी थाने में सौरभ, टिंकू, रजत, शिवम, आकाश, विशाल, हिमालय, अमित राठौर समेत 11 के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। 2023 में भी कर चुके हैं फायरिंग, जेल जा चुके हैं आरोपी पुलिस रिकॉर्ड में सामने आया कि टिंकू राठौर और उसके साथी सौरभ ने 23 जनवरी 2023 को भी इसी परिवार पर जानलेवा हमला किया था। उस समय भी केस दर्ज हुआ था और टिंकू-सौरभ को अवैध तमंचों समेत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। केस अब भी कोर्ट में लंबित है। यही नहीं, इन बदमाशों पर पहले से कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं—307, 323, 354, 147, 148, 504, 506 और आर्म्स एक्ट जैसी धाराएं इनकी फाइलों में भरी पड़ी हैं। SSP के निर्देश पर घोषित हुआ 25-25 हजार का इनाम 2024 की घटना के बाद जब कुछ आरोपी फरार हो गए, तो SSP बरेली ने टिंकू, रजत और अभिषेक पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। इसके बाद कुछ आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया, जबकि बाकी ने कोर्ट में सरेंडर किया। पुलिस की कार्रवाई से इन बदमाशों का नेटवर्क पूरी तरह से बेनकाब हो गया। गैंग लीडर और उसके गुर्गे: एक संगठित गिरोह की पूरी तस्वीर पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस गिरोह का लीडर सौरभ राठौर है, जो जोगीनवादा इलाके में रहता है और पहले से कई गंभीर मामलों में नामजद है। उसके साथ मिलकर कुल छह अन्य लोग इस गिरोह को संचालित करते हैं। इनमें शिवम राठौर, आकाश राठौर, विशाल राठौर, लालू पटेल उर्फ शिवराज, टिंकू राठौर और संतोष साहू राठौर शामिल हैं। सभी आरोपी एक ही मोहल्ले के हैं और लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय हैं। पुलिस के अनुसार, ये सभी सदस्य मिलकर समाज में दहशत फैलाने, फायरिंग करने, वसूली, जमीन कब्जा जैसे अपराधों को अंजाम देते हैं। गिरोह का नेटवर्क न सिर्फ बरेली में बल्कि आसपास के जिलों तक फैला हुआ है। इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। सौरभ राठौर: एक नहीं, 9 केसों का हिस्ट्रीशीटर गैंग लीडर सौरभ राठौर के खिलाफ दर्ज केसों की सूची चौंकाने वाली है। उस पर अब तक कम से कम 9 संगीन केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, मारपीट, अवैध हथियार, बलवा, शराब तस्करी और गिरोहबंदी शामिल हैं। सौरभ 2015 से लेकर अब तक लगातार आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। लालू पटेल: अलग-अलग थानों में दर्ज हैं 14 केस लालू पटेल उर्फ शिवराज भी इस गैंग का अहम सदस्य है। उसके खिलाफ इज्जतनगर, बारादरी और सुभाषनगर थानों में दर्जनों केस हैं। डकैती, अवैध हथियार, फायरिंग, धोखाधड़ी से लेकर मारपीट और धमकी तक—हर तरह के मामले लालू के नाम पर दर्ज हैं। गैंग की रणनीति, डर फैलाकर कब्जे और दबाव जांच में पता चला कि ये पूरा गिरोह मिलकर इलाके में अवैध वसूली, जमीन कब्जा और लोगों को धमका कर अपना प्रभुत्व जमाता है। फायरिंग कर लोगों में डर पैदा करना इनकी सामान्य रणनीति बन चुकी है। SSP अनुराग आर्य के अनुसार, यह गिरोह पूरी तरह समाज विरोधी है और इनके खुले घूमने से आम नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे थे। संपत्ति जब्ती और निगरानी की प्रक्रिया शुरू पुलिस ने गिरोह की गतिविधियों को देखते हुए अब इनकी संपत्तियों की जांच और जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बरेली पुलिस की निगरानी सूची में अब यह गैंग टॉप पर है और हर सदस्य पर नजर रखी जा रही है। SSP के अनुसार, गैंग के नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जाएगा।

Jul 11, 2025 - 02:16
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पुलिस चौकी से फरार हुआ जोगीनवादा गोलीकांड का आरोपी:SSP ने चौकी प्रभारी और सिपाही को किया सस्पेंड, बदमाश को सता रहा था एनकाउंटर का डर
बरेली में पुलिस चौकी से एक बदमाश के फरार होने के बाद हड़कंप मच गया। इसके बाद एसएसपी ने इस मामले में चौकी इंचार्ज और सिपाही को सस्पेंड कर दिया। हालांकि बदमाश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। यह मामला रुहेलखंड पुलिस चौकी का है, जहां अमित राठौर नाम के बदमाश को SOG ने गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले किया था। लेकिन पुलिस की लापरवाही की वजह से बदमाश फरार हो गया। मंगलवार को अमित राठौर के खिलाफ बारादरी थाने के इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। चौकी से भागा, कोर्ट में किया सरेंडर बरेली के जोगीनवादा में पिछले साल दिसंबर में हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस ने मंगलवार को गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में बदमाश अमित राठौर को गिरफ्तार किया गया, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने रुहेलखंड पुलिस चौकी के प्रभारी जगत सिंह और सिपाही सचिन को सस्पेंड कर दिया। वहीं बदमाश अमित राठौर पुलिस को चकमा देकर सीधे कोर्ट पहुंच गया और वहां से उसे जेल भेज दिया गया। कोर्ट ने भेजा जेल दरअसल, बदमाश अमित राठौर को अपने एनकाउंटर का डर सता रहा था। यही वजह रही कि वह किसी तरह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। बदमाश अमित सीधे कोर्ट पहुंचा और अपने आपको सरेंडर कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। अब जानें विस्तार से पूरा मामला कैबिनेट मंत्री के भतीजे समेत 7 पर गैंगस्टर का मुकदमा बरेली पुलिस ने उत्तराखंड सरकार में मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी पप्पू के भतीजे टिंकू राठौर समेत 7 बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की बड़ी कार्रवाई की है। इन सभी पर संगठित अपराध में लिप्त होने, खुलेआम हथियार लहराकर दहशत फैलाने और बार-बार जानलेवा हमले करने का आरोप है। SSP बरेली की पहल पर गैंग को सूचीबद्ध कर गैंग नंबर 235/2025 के तहत कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस ने इनके खिलाफ मंगलवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर गैंग की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जोगीनवादा में अंधाधुंध फायरिंग: वकील के पति और देवर हुए थे गंभीर घायल 8 दिसंबर 2024 की शाम को बारादरी थाना क्षेत्र के जोगीनवादा इलाके में अधिवक्ता रीना सिंह के पति लखन राठौर, प्रेमपाल और सूरज राठौर पर करीब 10 बदमाशों ने रास्ता रोककर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। हमलावरों के पास अवैध तमंचे थे। हमले में तीनों को गंभीर चोटें आई थीं। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई थी। पीड़िता ने तत्काल बारादरी थाने में सौरभ, टिंकू, रजत, शिवम, आकाश, विशाल, हिमालय, अमित राठौर समेत 11 के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। 2023 में भी कर चुके हैं फायरिंग, जेल जा चुके हैं आरोपी पुलिस रिकॉर्ड में सामने आया कि टिंकू राठौर और उसके साथी सौरभ ने 23 जनवरी 2023 को भी इसी परिवार पर जानलेवा हमला किया था। उस समय भी केस दर्ज हुआ था और टिंकू-सौरभ को अवैध तमंचों समेत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। केस अब भी कोर्ट में लंबित है। यही नहीं, इन बदमाशों पर पहले से कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं—307, 323, 354, 147, 148, 504, 506 और आर्म्स एक्ट जैसी धाराएं इनकी फाइलों में भरी पड़ी हैं। SSP के निर्देश पर घोषित हुआ 25-25 हजार का इनाम 2024 की घटना के बाद जब कुछ आरोपी फरार हो गए, तो SSP बरेली ने टिंकू, रजत और अभिषेक पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। इसके बाद कुछ आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया, जबकि बाकी ने कोर्ट में सरेंडर किया। पुलिस की कार्रवाई से इन बदमाशों का नेटवर्क पूरी तरह से बेनकाब हो गया। गैंग लीडर और उसके गुर्गे: एक संगठित गिरोह की पूरी तस्वीर पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस गिरोह का लीडर सौरभ राठौर है, जो जोगीनवादा इलाके में रहता है और पहले से कई गंभीर मामलों में नामजद है। उसके साथ मिलकर कुल छह अन्य लोग इस गिरोह को संचालित करते हैं। इनमें शिवम राठौर, आकाश राठौर, विशाल राठौर, लालू पटेल उर्फ शिवराज, टिंकू राठौर और संतोष साहू राठौर शामिल हैं। सभी आरोपी एक ही मोहल्ले के हैं और लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय हैं। पुलिस के अनुसार, ये सभी सदस्य मिलकर समाज में दहशत फैलाने, फायरिंग करने, वसूली, जमीन कब्जा जैसे अपराधों को अंजाम देते हैं। गिरोह का नेटवर्क न सिर्फ बरेली में बल्कि आसपास के जिलों तक फैला हुआ है। इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। सौरभ राठौर: एक नहीं, 9 केसों का हिस्ट्रीशीटर गैंग लीडर सौरभ राठौर के खिलाफ दर्ज केसों की सूची चौंकाने वाली है। उस पर अब तक कम से कम 9 संगीन केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, मारपीट, अवैध हथियार, बलवा, शराब तस्करी और गिरोहबंदी शामिल हैं। सौरभ 2015 से लेकर अब तक लगातार आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। लालू पटेल: अलग-अलग थानों में दर्ज हैं 14 केस लालू पटेल उर्फ शिवराज भी इस गैंग का अहम सदस्य है। उसके खिलाफ इज्जतनगर, बारादरी और सुभाषनगर थानों में दर्जनों केस हैं। डकैती, अवैध हथियार, फायरिंग, धोखाधड़ी से लेकर मारपीट और धमकी तक—हर तरह के मामले लालू के नाम पर दर्ज हैं। गैंग की रणनीति, डर फैलाकर कब्जे और दबाव जांच में पता चला कि ये पूरा गिरोह मिलकर इलाके में अवैध वसूली, जमीन कब्जा और लोगों को धमका कर अपना प्रभुत्व जमाता है। फायरिंग कर लोगों में डर पैदा करना इनकी सामान्य रणनीति बन चुकी है। SSP अनुराग आर्य के अनुसार, यह गिरोह पूरी तरह समाज विरोधी है और इनके खुले घूमने से आम नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे थे। संपत्ति जब्ती और निगरानी की प्रक्रिया शुरू पुलिस ने गिरोह की गतिविधियों को देखते हुए अब इनकी संपत्तियों की जांच और जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बरेली पुलिस की निगरानी सूची में अब यह गैंग टॉप पर है और हर सदस्य पर नजर रखी जा रही है। SSP के अनुसार, गैंग के नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जाएगा।