हरियाणा आईपीएस सुसाइड केस:शोक सभा की डेट फाइनल; 26 को नोडा साहब गुरुद्वारा में आयोजन होगा, कमेटी की मीटिंग में फैसला
हरियाणा आईपीएस सुसाइड आईपीएस पूरन कुमार की शोक सभा की डेट फाइनल हो गई है। 26 अक्टूबर को नाडा साहब गुरुद्वारा में इस शोक सभा का आयोजन किया जाएगा। ये फैसला 51 मेंबरी कमेटी ने बैठक कर परिजनों की सहमति के बाद फैसला किया है। इससे पहले शनिवार को 51 सदस्यीय कमेटी ने इस मुद्दे पर एक मीटिंग की थी, लेकिन परिवार की सहमति के कारण कोई डेट फाइनल नहीं हो पाई थी। इसके बाद कमेटी ने बुलाई मीटिंग में इस पर चर्चा कर डेट फाइनल की है। 7 अक्टूबर को आईपीएस ने किया सुसाइड रोहतक में सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (PTC) में पोस्टेड IG वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। उन्होंने 8 पेज का सुसाइड नोट और एक पेज की वसीयत छोड़ी है। सुसाइड नोट में उन्होंने हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया समेत 15 मौजूदा व पूर्व अधिकारियों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। कमेटी अब इन फैसलों फैसलों पर कर रही फोकस... 1. शोकसभा में सभी IAS-IPS अधिकारियों को बुलाएंगे चंडीगढ़ के सेक्टर-20 स्थित रविदास मंदिर में हुई मीटिंग में तय किया गया कि IPS अफसर पूरन कुमार की शोकसभा का आयोजन भव्य किया जाएगा। इसमें प्रदेशभर से करीब 15 हजार लोगों को निमंत्रण भेजा जाएगा। कमेटी के लीगल एडवाइजर ओपी इंदल ने बताया कि हरियाणा के सभी IAS और IPS अधिकारियों को बुलाया जाएगा। परिवार से बातचीत के बाद शोकसभा की तारीख तय की जाएगी। 2. ऑल इंडिया लेवल पर कमेटी बनेगी 31 मेंबरी कमेटी ने यह भी तय किया कि इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाएंगे। इसके लिए ऑल इंडिया लेवल पर एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इस कमेटी में राष्ट्रीय स्तर के समाज से जुड़े नेताओं को जोड़ा जाएगा। कमेटी इस मामले को लेकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से भी दिल्ली जाकर मिलेगी। 3. वर्ल्ड बैंक को लेटर लिखकर फंड रोकने की मांग करेंगे कमेटी के लीगल एडवाइजर और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट ओपी इंदल ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर वर्ल्ड बैंक को भी लेटर लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हमारे पैसे का इस्तेमाल हमारे समाज के खिलाफ ही कर रही है। ऐसे में कमेटी वर्ल्ड बैंक को लेटर लिखकर सरकार को दिए जाने वाले पैसे पर रोक लगाने और पहले दिए जा चुके पैसे को वापस लेने की मांग करेगी।



