भागलपुर साइबर पुलिस ने एनसीसी कैडेट्स को किया जागरूक:बढ़ते साइबर अपराधों से बचने के बताए उपाय, शामिल हुईं स्कूल-कॉलेज की 500 से अधिक छात्राएं
भागलपुर में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से साइबर थाना पुलिस ने एनसीसी गर्ल्स कैडेट्स के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम एनसीसी भागलपुर द्वारा संचालित दस दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर के तहत एसएम कॉलेज परिसर में हुआ, जिसमें 47वीं बिहार बटालियन के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से लगभग 500 गर्ल्स कैडेट्स ने भाग लिया। कार्यक्रम में साइबर थाना, भागलपुर के अधिकारी राकेश कुमार, संतोष कुमार, रामकृष्ण और रितु कुमार उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने कैडेट्स को साइबर अपराधों के नवीनतम तरीकों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बोले- तस्वीरें शेयर करते समय सावधानी बरतें उन्होंने बताया कि आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से फोटो में छेड़छाड़ कर ब्लैकमेल करने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए, सोशल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरें साझा करते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। अधिकारियों ने APK फाइल डाउनलोड कर मोबाइल में वायरस या स्पाइवेयर डालने और फ्रॉड करने के तरीकों से भी अवगत कराया, साथ ही अनजान लिंक या थर्ड-पार्टी ऐप से दूर रहने की सलाह दी। अधिकारियों ने परीक्षा में नंबर बढ़ाने के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी, पार्ट टाइम जॉब और लोन देने के बहाने ठगी, बिजली बिल अपडेट करने के नाम पर जालसाजी, सेक्सटॉर्शन और क्रेडिट कार्ड फ्रॉड जैसे विभिन्न बढ़ते मामलों पर भी चर्चा की। प्रत्येक विषय पर कैडेट्स को सरल भाषा में समझाया गया कि धोखेबाज कैसे लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और उनसे बचने के लिए कौन सी सावधानियां आवश्यक हैं। सोशल मीडिया अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के तरीके बताए सोशल मीडिया सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए, अधिकारियों ने वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट को सुरक्षित रखने के तरीके बताए। इनमें टू-स्टेप वेरिफिकेशन, मजबूत पासवर्ड का उपयोग और अनजान नंबर या लिंक को ब्लॉक करना शामिल है। कार्यक्रम में यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि कोई व्यक्ति साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है, तो उसे घबराना नहीं चाहिए। इसके बजाय, तुरंत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करनी चाहिए या सीधे साइबर थाना से संपर्क करना चाहिए। कैडेट्स ने इस अभियान को अत्यंत उपयोगी बताया और साइबर सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क रहने का संकल्प लिया।
भागलपुर में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से साइबर थाना पुलिस ने एनसीसी गर्ल्स कैडेट्स के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम एनसीसी भागलपुर द्वारा संचालित दस दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर के तहत एसएम कॉलेज परिसर में हुआ, जिसमें 47वीं बिहार बटालियन के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से लगभग 500 गर्ल्स कैडेट्स ने भाग लिया। कार्यक्रम में साइबर थाना, भागलपुर के अधिकारी राकेश कुमार, संतोष कुमार, रामकृष्ण और रितु कुमार उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने कैडेट्स को साइबर अपराधों के नवीनतम तरीकों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बोले- तस्वीरें शेयर करते समय सावधानी बरतें उन्होंने बताया कि आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से फोटो में छेड़छाड़ कर ब्लैकमेल करने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए, सोशल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरें साझा करते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। अधिकारियों ने APK फाइल डाउनलोड कर मोबाइल में वायरस या स्पाइवेयर डालने और फ्रॉड करने के तरीकों से भी अवगत कराया, साथ ही अनजान लिंक या थर्ड-पार्टी ऐप से दूर रहने की सलाह दी। अधिकारियों ने परीक्षा में नंबर बढ़ाने के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी, पार्ट टाइम जॉब और लोन देने के बहाने ठगी, बिजली बिल अपडेट करने के नाम पर जालसाजी, सेक्सटॉर्शन और क्रेडिट कार्ड फ्रॉड जैसे विभिन्न बढ़ते मामलों पर भी चर्चा की। प्रत्येक विषय पर कैडेट्स को सरल भाषा में समझाया गया कि धोखेबाज कैसे लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और उनसे बचने के लिए कौन सी सावधानियां आवश्यक हैं। सोशल मीडिया अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के तरीके बताए सोशल मीडिया सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए, अधिकारियों ने वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट को सुरक्षित रखने के तरीके बताए। इनमें टू-स्टेप वेरिफिकेशन, मजबूत पासवर्ड का उपयोग और अनजान नंबर या लिंक को ब्लॉक करना शामिल है। कार्यक्रम में यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि कोई व्यक्ति साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है, तो उसे घबराना नहीं चाहिए। इसके बजाय, तुरंत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करनी चाहिए या सीधे साइबर थाना से संपर्क करना चाहिए। कैडेट्स ने इस अभियान को अत्यंत उपयोगी बताया और साइबर सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क रहने का संकल्प लिया।