स्कूल में लगाया ताला 5 दिनों से क्लास बंद:जमुई के उत्क्रमित विद्यालय मगही का मामला, टीचरों की कमी से नाराज ग्रामीण
जमुई के लक्ष्मीपुर प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगही में पिछले 5 दिनों से पढ़ाई पूरी तरह ठप है। स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर नाराजगी जताते हुए शुक्रवार से सभी क्लास में ताला लगा दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल में केवल 4 शिक्षक हैं, जिनमें से 2 शिक्षक लगातार B.L.O. के काम में लगे रहते हैं, ऐसे में 700 बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है। सातवीं क्लास का छात्र ललन कुमार और छठी क्लास का विवेक कुमार ने बताया कि स्कूल तो खुलता है लेकिन टीचर नहीं होने के कारण पढ़ाई नहीं हो पा रही। क्लासरूम बंद रहने से बच्चे सिर्फ स्कूल ग्राउंड में खेलकर लौट जाते हैं। मिड डे मील भी नियमित रूप से नहीं मिल पा रहा। ग्रामीण बोले- बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ग्रामीण मोहन यादव ,हरदेव यादव का कहना है कि जब तक शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी और शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त नहीं होगी, तब तक स्कूल के कमरे नहीं खुलेंगे। ग्रामीण मोहन यादव और हरदेव यादव ने स्पष्ट कहा कि यह बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी गई मामले की जानकारी स्कूल की शिक्षिका मीना मरांडी और नवीन कुमार ने बताया कि वे रोज समय पर स्कूल पहुंचते हैं, लेकिन ताले के कारण क्लास नहीं ले पाते। बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही और वे निराश होकर वापस लौट जाते हैं। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दे दी गई है और समाधान की मांग की है। ग्रामीणों की इस पहल ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले पर कितनी जल्दी संज्ञान लेता है और समाधान करता है। इस मामले में आज जिला शिक्षा पदाधिकारी दयाशंकर कैमरे के सामने कुछ भी बताने से परहेज कर रहे है, उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि मामले की जानकारी हुई है, स्कूल खुलवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है, जल्द ही स्कूल खुलवाया जाएगा।
जमुई के लक्ष्मीपुर प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगही में पिछले 5 दिनों से पढ़ाई पूरी तरह ठप है। स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर नाराजगी जताते हुए शुक्रवार से सभी क्लास में ताला लगा दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल में केवल 4 शिक्षक हैं, जिनमें से 2 शिक्षक लगातार B.L.O. के काम में लगे रहते हैं, ऐसे में 700 बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है। सातवीं क्लास का छात्र ललन कुमार और छठी क्लास का विवेक कुमार ने बताया कि स्कूल तो खुलता है लेकिन टीचर नहीं होने के कारण पढ़ाई नहीं हो पा रही। क्लासरूम बंद रहने से बच्चे सिर्फ स्कूल ग्राउंड में खेलकर लौट जाते हैं। मिड डे मील भी नियमित रूप से नहीं मिल पा रहा। ग्रामीण बोले- बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ग्रामीण मोहन यादव ,हरदेव यादव का कहना है कि जब तक शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी और शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त नहीं होगी, तब तक स्कूल के कमरे नहीं खुलेंगे। ग्रामीण मोहन यादव और हरदेव यादव ने स्पष्ट कहा कि यह बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी गई मामले की जानकारी स्कूल की शिक्षिका मीना मरांडी और नवीन कुमार ने बताया कि वे रोज समय पर स्कूल पहुंचते हैं, लेकिन ताले के कारण क्लास नहीं ले पाते। बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही और वे निराश होकर वापस लौट जाते हैं। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दे दी गई है और समाधान की मांग की है। ग्रामीणों की इस पहल ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले पर कितनी जल्दी संज्ञान लेता है और समाधान करता है। इस मामले में आज जिला शिक्षा पदाधिकारी दयाशंकर कैमरे के सामने कुछ भी बताने से परहेज कर रहे है, उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि मामले की जानकारी हुई है, स्कूल खुलवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है, जल्द ही स्कूल खुलवाया जाएगा।