फरीदाबाद में शहीद पैरा कमांडो की मूर्ति खंडित की:पुलवामा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में गोली लगी, शौर्य चक्र से सम्मानित हुए
हरियाणा में फरीदाबाद के गांव अटाली में शहीद संदीप कालीरमण की मूर्ति को कुछ शरारती तत्वों ने खंडित कर दिया। संदीप कालीरमण 2019 को पुलवामा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से शहीद हुए थे। संदीप 10 पैरा कमांडो में नायक के पद पर तैनात थे। छांयसा थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। गांव अटाली में बने खेल परिसर में पुलवामा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से शहीद हुए संदीप संदीप कालीरमण की मूर्ति लगी हुई है। सोमवार की सुबह जब लोग यहां पर घूमने के लिए आए ,तो उन्होंने देखा कि शहीद की मूर्ति को खंडित कर दिया गया है। शरारती तत्वों ने संदीप की मूर्ति की नाक को तोड़ दिया और मूर्ति के चारों तरफ लगे शीशे की खिड़की को तोड़ दिया है। ग्रामीणों में रोष का माहौल शहीद संदीप की मूर्ति को खंडित किए जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि शहीद की मूर्ति को खंडित करना हमारे शहीदों का अपमान है। रात के अंधेरे में शराब पीकर किसी शरारती तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया है। ग्रामीणों ने पुलिस से इस मामले को लेकर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। शहीद के भाई बोले -उच्च अधिकारियों तक जाएंगे शहीद संदीप कालीरमण के छोटे भाई सोनू ने बताया कि शहीद किसी एक घर या गांव का नहीं होता पूरे देश का होता है। इसलिए जिन लोगों ने यह काम किया है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाही की जाए। ताकि आगे कोई ऐसी हरकत न कर सके। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों तक जाएंगे और जिन लोगों ने ये गलत काम किया है उनको सजा दिलाकर रहेंगे। शहीद संदीप कालीरमण के बारे में शहीद संदीप कालीरमण का जन्म गांव अटाली निवासी किसान परिवार नयनपाल कालीरमण के घर 12 फरवरी 1983 को हुआ। संदीप कालीरमण 12वीं की परीक्षा पास करके 2005 में सेना में भर्ती हो गए। उनकी शादी गांव दयालपुर की गीता देवी से हुई। उनके तीन बच्चे बेटी लावण्या, जुड़वा बेटा रक्षित और रसित हैं। संदीप ने 33 वर्ष की आयु में 2019 में पुलवामा आंतकवादी सर्च अभियान के दौरान गोली लगने से शहादत दी थी । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संदीप सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया था संदीप 10 पैरा कमांडो में नायक के पद पर तैनात थे।
