पोरबंदर से पहलगांव तक पैदल यात्रा पर निकले 2 युवक:2000 किमी का सफर कर देंगे आतंकवाद के खिलाफ संदेश, सिरोही पहुंचने पर स्वागत

गुजरात के पोरबंदर से दो युवक पहलगांव कश्मीर तक 2000 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकले हैं। सद्दाम बापू और कुमार मकवाना आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने की मुहिम पर हैं। सिरोही पहुंचने पर सर्व समाज ने नगर परिषद के बाहर फूल मालाओं से इन दोनों यात्रियों का स्वागत किया। बाबूखान के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में यात्रियों ने अपनी यात्रा का उद्देश्य साझा किया। उन्होंने बताया कि यह यात्रा पहलगांव में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए है। यात्रियों ने अब तक पोरबंदर से 470 किलोमीटर की दूरी तय की है। वे 15 अगस्त तक पहलगांव पहुंचने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। यात्रा का मुख्य संदेश है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। साथ ही वे आतंकवाद से प्रभावित परिवारों को सरकारी सहायता दिलाने की मांग कर रहे हैं। यात्रियों ने कहा कि भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकियों का सफाया किया। अब वे पहलगांव जाकर यह संदेश देंगे कि भारत किसी भी तरह के आतंकवाद से नहीं डरता। यह यात्रा सेना का मनोबल बढ़ाने और देश में आपसी प्रेम और भाईचारा मजबूत करने का प्रयास भी है। यह अहिंसा यात्रा पोरबंदर से पहलगाम पैदल यात्रा नफरत को तोड़कर मोहब्बत को जोडे़गी। स्वागत में जयविक्रम हरण, दिनेश सोलंकी, लक्ष्मण रावल, सब्बीर खान, रफीक खान, सरीफ भाई, इकबाल भाई, नासिर भाई, प्रीतम हरिजन, सुरेश हरिजन, जावेद खान, वसीम खान, दिनेश खान, जुमरदीन, आबिद खान, असलम खान, मोहसीन खान, आसीफ खान, मोहम्मद परवेश, शौकीन, सद्दाम, कालुराम सुआरा, अन्नुभाई आदि स्वागत में थे।

Jun 24, 2025 - 17:15
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पोरबंदर से पहलगांव तक पैदल यात्रा पर निकले 2 युवक:2000 किमी का सफर कर देंगे आतंकवाद के खिलाफ संदेश, सिरोही पहुंचने पर स्वागत
गुजरात के पोरबंदर से दो युवक पहलगांव कश्मीर तक 2000 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकले हैं। सद्दाम बापू और कुमार मकवाना आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने की मुहिम पर हैं। सिरोही पहुंचने पर सर्व समाज ने नगर परिषद के बाहर फूल मालाओं से इन दोनों यात्रियों का स्वागत किया। बाबूखान के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में यात्रियों ने अपनी यात्रा का उद्देश्य साझा किया। उन्होंने बताया कि यह यात्रा पहलगांव में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए है। यात्रियों ने अब तक पोरबंदर से 470 किलोमीटर की दूरी तय की है। वे 15 अगस्त तक पहलगांव पहुंचने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। यात्रा का मुख्य संदेश है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। साथ ही वे आतंकवाद से प्रभावित परिवारों को सरकारी सहायता दिलाने की मांग कर रहे हैं। यात्रियों ने कहा कि भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकियों का सफाया किया। अब वे पहलगांव जाकर यह संदेश देंगे कि भारत किसी भी तरह के आतंकवाद से नहीं डरता। यह यात्रा सेना का मनोबल बढ़ाने और देश में आपसी प्रेम और भाईचारा मजबूत करने का प्रयास भी है। यह अहिंसा यात्रा पोरबंदर से पहलगाम पैदल यात्रा नफरत को तोड़कर मोहब्बत को जोडे़गी। स्वागत में जयविक्रम हरण, दिनेश सोलंकी, लक्ष्मण रावल, सब्बीर खान, रफीक खान, सरीफ भाई, इकबाल भाई, नासिर भाई, प्रीतम हरिजन, सुरेश हरिजन, जावेद खान, वसीम खान, दिनेश खान, जुमरदीन, आबिद खान, असलम खान, मोहसीन खान, आसीफ खान, मोहम्मद परवेश, शौकीन, सद्दाम, कालुराम सुआरा, अन्नुभाई आदि स्वागत में थे।