भले ही गाजा में शांति के दावे और सीजफायर कराने का क्रेडिट दुनिया में घूम घूम कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ले रहे हैं। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ट्रंप की शान में संसद में कसीदे पढ़ रहे हो। लेकिन गाजा से आ रही ताजा तस्वीरें तो अलग ही कहानी बयां कर रही हैं। गाज़ा में अभी भी हमास आतंकियों और इजराइल डिफेंस फोर्सेस के बीच संघर्ष जारी है। जिसकी ताजा तस्वीरें सामने आई हैं। हमास के गढ़ तलल हवा शहर में हमास आतंकियों ने इजरायली सेना पर बड़ा हमला बोला। इजरायली सैनिकों पर हमास ने अचानक हमला बोल दिया। जिसमें एक इजरायली फौजी की मौत हो गई। वहीं दर्जनों घायल हुए। उधर हमास के हमलों के जवाब में इजराइल गाज़ा में लगातार बम बरसा रहा है। हमास के ठिकानों पर इजरायली सेना चुन-चुन कर बमबारी कर रही है। गाजा में हो रही इसी बमबारी की वजह से मिस्र में जो शांति समझौता हुआ वो अमल में नहीं आ पा रहा है।
गाज़ा के पुनर्निर्माण के लिए अरब देशों में भी तकरार शुरू हो गई है। खाड़ी क्षेत्र के तीन प्रमुख देश क़तर, सऊदी अरब और यूएई गाज़ा के भविष्य को लेकर आमने-सामने खड़े हो गए हैं। एक तरफ जहां यूएई और सऊदी अरब ने यह शर्त रख दी है कि वो गाज़ा में तभी पुनर्निर्माण का कार्य शुरू करेगा जब हमास अपने सारे हथियारों को सरेंडर कर देगा। दूसरी तरफ क़तर इस पूरे समीकरण में खुद को मध्यस्थ और गाजा के लोगों को पालने वाले देश के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहा है। उसका कहना है कि गाजा में तत्काल राहत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू होने चाहिए।
कतर, अमेरिका ने गाजा और कब्जे वाले पश्चिमी तट की स्थिति पर चर्चा की
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के एयर फ़ोर्स वन जेट में ईंधन भरने के लिए अल उदीद एयरबेस पर ट्रंप से मुलाकात की। कतर की समाचार एजेंसी QNA द्वारा प्रकाशित एक बयान के अनुसार, ट्रंप ने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में उनकी भूमिका के लिए अमीर और कतर को धन्यवाद और प्रशंसा व्यक्त की। बयान में कहा गया है कि उन्होंने प्रमुख क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों और घटनाक्रमों के साथ-साथ गाजा पट्टी और कब्जे वाले फिलिस्तीन की वर्तमान स्थिति पर भी चर्चा की, विशेष रूप से क्षेत्र में शांति बनाए रखने, गाजा में युद्ध समाप्त करने के समझौते को मजबूत करने और पक्षों द्वारा इसके सभी प्रावधानों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने से संबंधित मुद्दों पर।"