कल खरना- गुड़ की खीर-रोटी का प्रसाद बनाएंगे व्रती:कई जगहों पर अरवा चावल-चने की दाल का लगेगा भोग, जानिए इसके पीछे की मान्यता,VIDEO

लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत की आज नहाय खाए से हो गई है। छठ महापर्व के दूसरे दिन व्रती खरना करेंगे, जिसमें गन्ने के कच्चे रस या गुड़, दूध और अरवा चावल से महाप्रसाद(खीर) तैयार किया जाएगा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, खरना के प्रसाद में ईख के कच्चे रस, गुड़ के सेवन से त्वचा रोग, आंख की पीड़ा, शरीर के दाग-धब्बे समाप्त हो जाते हैं। वहीं, इसके प्रसाद से तेजस्विता, निरोगिता और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है I कई जगहों पर चावल और चने की दाल का भोग लगाया जाता है, जो सेंधा नमक का बना होता है। दैनिक भास्कर की इस रिपोर्ट में जानिए नमक वर्जित होने के बावजूद कई जगहों पर सेंधा नमक पर बने प्रसाद क्यों ग्रहण करते हैं। इसकी पौराणिक मान्यता और परंपरा से जुड़ी सभी जानकारी.....वीडियो के लिए ऊपर क्लिक करें।

Oct 25, 2025 - 08:02
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कल खरना- गुड़ की खीर-रोटी का प्रसाद बनाएंगे व्रती:कई जगहों पर अरवा चावल-चने की दाल का लगेगा भोग, जानिए इसके पीछे की मान्यता,VIDEO
लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत की आज नहाय खाए से हो गई है। छठ महापर्व के दूसरे दिन व्रती खरना करेंगे, जिसमें गन्ने के कच्चे रस या गुड़, दूध और अरवा चावल से महाप्रसाद(खीर) तैयार किया जाएगा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, खरना के प्रसाद में ईख के कच्चे रस, गुड़ के सेवन से त्वचा रोग, आंख की पीड़ा, शरीर के दाग-धब्बे समाप्त हो जाते हैं। वहीं, इसके प्रसाद से तेजस्विता, निरोगिता और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है I कई जगहों पर चावल और चने की दाल का भोग लगाया जाता है, जो सेंधा नमक का बना होता है। दैनिक भास्कर की इस रिपोर्ट में जानिए नमक वर्जित होने के बावजूद कई जगहों पर सेंधा नमक पर बने प्रसाद क्यों ग्रहण करते हैं। इसकी पौराणिक मान्यता और परंपरा से जुड़ी सभी जानकारी.....वीडियो के लिए ऊपर क्लिक करें।