Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने हाल ही में X पर एक पोस्ट शेयर कर क्वांटम कंप्यूटिंग में एक बड़ा औपचारिक सफलता हासिल होने की जानकारी दी है। पिचाई ने बताया कि कंपनी के Willow चिप ने पहली बार “सत्यापित क्वांटम श्रेष्ठता” हासिल की है। उन्होंने लिखा कि यह चिप दुनिया के सबसे तेज़ सुपरकंप्यूटर पर चलने वाले किसी भी क्लासिकल एल्गोरिदम से 13,000 गुना तेज़ है।
पिचाई के अनुसार, इस चिप पर विकसित नया एल्गोरिदम Quantum Echoes अणुओं के अंदर परमाणुओं के आपसी इंटरैक्शन को न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेज़ोनेंस के जरिए समझने में सक्षम है। इसका प्रयोग दवा की खोज और सामग्री विज्ञान जैसी क्षेत्रों में भविष्य में हो सकता है।
गौरतलब है कि इस सफलता से यह साबित हुआ कि क्वांटम कंप्यूटिंग अब केवल सैद्धांतिक शोध तक सीमित नहीं है, बल्कि वास्तविक दुनिया की समस्याओं में इसका प्रयोग संभव है। Elon Musk ने भी पिचाई की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “क्वांटम कंप्यूटिंग अब प्रासंगिक होती जा रही है।”
मौजूदा जानकारी के अनुसार, Willow चिप का प्रयोग Quantum Echoes एल्गोरिदम के लिए किया गया, जो क्वांटम सिस्टम में जानकारी के फैलाव का अध्ययन करता है। यह एल्गोरिदम अणु, मैग्नेट या ब्लैक होल जैसी जटिल प्रणालियों की जानकारी समझने में मदद करता है। इस ऐतिहासिक सफलता को क्वांटम कंप्यूटिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है और विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्र अब तेजी से व्यावहारिक अनुप्रयोगों की ओर बढ़ रहा है।