17 सितंबर से स्वच्छता ही सेवा अभियान:स्वच्छोत्सव थीम पर 16 दिन चलेगा विशेष अभियान, पांच स्तंभों पर होगा फोकस

शिवहर में जलशक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की तरफ से स्वच्छता ही सेवा-2025 का आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगा। इस वर्ष अभियान का थीम स्वच्छोत्सव रखा गया है। इस अभियान के पांच प्रमुख स्तंभ हैं। पहला स्तंभ लक्षित स्वच्छता इकाई की पहचान और सफाई द्वारा रूपांतरण है। दूसरा स्तंभ सार्वजनिक स्थलों की सफाई पर केंद्रित है। तीसरे स्तंभ के तहत स्वच्छता मित्र सुरक्षा शिविर का आयोजन कर स्वच्छता कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। साथ ही उन्हें सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। चौथे स्तंभ में स्वच्छ एवं हरित उत्सवों का आयोजन किया जाएगा। इसमें पूजा और उत्सवों को प्लास्टिक मुक्त और शून्य अपशिष्ट आयोजन बनाने पर जोर दिया जाएगा। पांचवें स्तंभ के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे और नागरिक सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में स्वच्छोत्सव का आयोजन होगा। इसमें जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी, मुखिया और स्वच्छता चैंपियन भाग लेंगे। स्वच्छता कर्मियों के लिए प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया जाएगा। नवरात्र के दौरान पूजा पंडालों, मंदिरों और मेला परिसर में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर रोक रहेगी। 25 सितंबर को राष्ट्रव्यापी एक दिन, एक घंटा, एक साथ श्रमदान का आयोजन किया जाएगा।

Sep 15, 2025 - 20:18
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17 सितंबर से स्वच्छता ही सेवा अभियान:स्वच्छोत्सव थीम पर 16 दिन चलेगा विशेष अभियान, पांच स्तंभों पर होगा फोकस
शिवहर में जलशक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की तरफ से स्वच्छता ही सेवा-2025 का आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगा। इस वर्ष अभियान का थीम स्वच्छोत्सव रखा गया है। इस अभियान के पांच प्रमुख स्तंभ हैं। पहला स्तंभ लक्षित स्वच्छता इकाई की पहचान और सफाई द्वारा रूपांतरण है। दूसरा स्तंभ सार्वजनिक स्थलों की सफाई पर केंद्रित है। तीसरे स्तंभ के तहत स्वच्छता मित्र सुरक्षा शिविर का आयोजन कर स्वच्छता कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। साथ ही उन्हें सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। चौथे स्तंभ में स्वच्छ एवं हरित उत्सवों का आयोजन किया जाएगा। इसमें पूजा और उत्सवों को प्लास्टिक मुक्त और शून्य अपशिष्ट आयोजन बनाने पर जोर दिया जाएगा। पांचवें स्तंभ के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे और नागरिक सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में स्वच्छोत्सव का आयोजन होगा। इसमें जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी, मुखिया और स्वच्छता चैंपियन भाग लेंगे। स्वच्छता कर्मियों के लिए प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया जाएगा। नवरात्र के दौरान पूजा पंडालों, मंदिरों और मेला परिसर में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर रोक रहेगी। 25 सितंबर को राष्ट्रव्यापी एक दिन, एक घंटा, एक साथ श्रमदान का आयोजन किया जाएगा।