15 साल बाद सुलझा बाल न काटने का विवाद:पुलिस ने कराया समझौता, यादव नाई ने वाल्मीकी समाज के लोगों से किया था मना
संभल में जातिगत भेदभाव का एक पुराना मामला शनिवार को फिर सुर्खियों में आ गया। आरोप है कि गांव के एक नाई ने वाल्मीकि समाज के लोगों के बाल काटने से इंकार कर दिया। मामला पुलिस के संज्ञान में आने के बाद अधिकारियों की मध्यस्थता से सुलझ गया। हालांकि, नाई का कहना है, उसने कभी वाल्मीकि समाज के लोगों के बाल काटने से मना किया। मैंने इंतजार करने को कहा था। मामले को जाति का रंग दे दिया गया। अब जानिए पूरा मामला... कैलादेवी थाना क्षेत्र के गांव सैंडा निवासी सत्यवीर बाल्मीकि ने बताया कि पिछले 14-15 सालों से गांव का नाई उनके समाज के लोगों के बाल काटने से मना करता रहा है। हमारे समाज के लोग बाल कटवाने के लिए दो-तीन किलोमीटर दूर दूसरे गांव जाते हैं। जब बाल कटवाने की बात होती है तो नाई साफ कह देता है कि वह हमारे समाज के बाल नहीं काटेगा। इसी तरह राजकुमार बाल्मीकि ने भी आरोप लगाया आज जब वह बाल कटवाने पहुंचे तो नाई ने मना कर दिया। उसने कहा कि मैं आपके समाज के बाल नहीं काटूंगा। हालांकि बाद में अधिकारी आए, समझौता कराया और बाल काट दिए। वहीं नाई देशवीर यादव ने बताया- मामला गलत तरीके से पेश किया गया। वाल्मीकि समाज के लोग पहली बार मेरी दुकान पर आए थे। मैंने उनसे कहा था कि एक ग्राहक का काम निपटाकर दाढ़ी बना दूंगा। उन्होंने कहा शाम को आएंगे और जब आए तो मैंने उनकी दाढ़ी बना दी। आरोप उन्होंने नहीं, किसी और ने लगाए हैं। मैं सभी समाज के लोगों के बाल काटता हूं। मामला दोपहर करीब 2 बजे पुलिस के संज्ञान में आया। इसके बाद थाना कैलादेवी के इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम गांव पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत की और मध्यस्थता कराई। पुलिस की पहल पर नाई ने वाल्मीकि समाज के लोगों के बाल काटने पर सहमति जताई। मौके पर ही उनकी दाढ़ी बनाई गई। अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी किसी तरह का भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। अब वह आए तो मैंने उनकी दाढ़ी बना दी है और जो आरोप लगाए हैं उन्होंने नहीं लगाया किसी ओर ने लगाए हैं मैं सभी समाज के बाल काटता हूं।इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता की। पुलिस की पहल पर नाई ने वाल्मीकि समाज के लोगों के बाल काटे और मामले का निस्तारण कर दिया गया।
