लखनऊ में आज से शुरू हुआ SIR अभियान:जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील की; 39 लाख वोटर्स की खामियां होगी दूर

राजधानी लखनऊ में मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) अभियान आज से शुरू हो गया है। इस अभियान का उद्देश्य है कि कोई भी पात्र नागरिक मतदान अधिकार से वंचित न रहे। अभियान के तहत नाम जोड़ने, संशोधन, विलोपन और सत्यापन का व्यापक कार्य किया जाएगा। इस संबंध में जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी विशाख जी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सभागार में बैठक आयोजित की गई, जिसमें राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और निर्वाचन अधिकारी मौजूद रहे। 1 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि के आधार पर होगा पुनरीक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी विशाख जी ने बताया कि यह अभियान 1 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि के आधार पर संचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक पुनरीक्षण कार्य की तैयारी, प्रशिक्षण और गणना प्रपत्रों का मुद्रण किया जाएगा। इसके बाद 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्रों का वितरण करेंगे ताकि प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल किया जा सके। 9 दिसंबर को ड्राफ्ट सूची, 7 फरवरी को अंतिम प्रकाशन निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि 9 दिसंबर 2025 को ड्राफ्ट (आलेख्य) मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इसके बाद 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां दर्ज की जा सकेंगी। इनका निस्तारण 31 जनवरी 2026 तक किया जाएगा और 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। मतदेय स्थलों के पुनर्गठन के निर्देश डीएम विशाख जी ने सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बीएलओ, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और सुपरवाइजरों को पूर्ण प्रशिक्षण दें। उन्होंने कहा कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होने चाहिए, इसलिए मतदेय स्थलों के पुनर्गठन और सत्यापन की प्रक्रिया भी इसी अवधि में पूरी की जाएगी। राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील बैठक के दौरान डीएम ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने-अपने बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त करें और गणना प्रपत्रों के संकलन में प्रशासन की मदद करें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों का सहयोग इस प्रक्रिया को पारदर्शी और सटीक बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। लखनऊ में 39.94 लाख मतदाता, 3,789 बीएलओ तैनात फिलहाल लखनऊ जिले में कुल 39,94,535 मतदाता रजिस्टर हैं। जिले में 3,789 मतदेय स्थल और 1,550 मतदान केंद्र हैं। अभियान में 9 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, 45 सहायक अधिकारी और 3,789 बूथ लेवल अधिकारी सक्रिय रूप से भाग लेंगे। बैठक में मौजूद रहे अधिकारी और प्रतिनिधि बैठक में अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी शुभी सिंह, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी अभय किशोर, सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक अधिकारी तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के जिला प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक के अंत में यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया कि कोई भी पात्र नागरिक मतदान सूची से बाहर न रहे और अभियान पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न हो।

Oct 30, 2025 - 12:04
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लखनऊ में आज से शुरू हुआ SIR अभियान:जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील की; 39 लाख वोटर्स की खामियां होगी दूर
राजधानी लखनऊ में मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) अभियान आज से शुरू हो गया है। इस अभियान का उद्देश्य है कि कोई भी पात्र नागरिक मतदान अधिकार से वंचित न रहे। अभियान के तहत नाम जोड़ने, संशोधन, विलोपन और सत्यापन का व्यापक कार्य किया जाएगा। इस संबंध में जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी विशाख जी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सभागार में बैठक आयोजित की गई, जिसमें राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और निर्वाचन अधिकारी मौजूद रहे। 1 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि के आधार पर होगा पुनरीक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी विशाख जी ने बताया कि यह अभियान 1 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि के आधार पर संचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक पुनरीक्षण कार्य की तैयारी, प्रशिक्षण और गणना प्रपत्रों का मुद्रण किया जाएगा। इसके बाद 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्रों का वितरण करेंगे ताकि प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल किया जा सके। 9 दिसंबर को ड्राफ्ट सूची, 7 फरवरी को अंतिम प्रकाशन निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि 9 दिसंबर 2025 को ड्राफ्ट (आलेख्य) मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इसके बाद 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां दर्ज की जा सकेंगी। इनका निस्तारण 31 जनवरी 2026 तक किया जाएगा और 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। मतदेय स्थलों के पुनर्गठन के निर्देश डीएम विशाख जी ने सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बीएलओ, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और सुपरवाइजरों को पूर्ण प्रशिक्षण दें। उन्होंने कहा कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होने चाहिए, इसलिए मतदेय स्थलों के पुनर्गठन और सत्यापन की प्रक्रिया भी इसी अवधि में पूरी की जाएगी। राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील बैठक के दौरान डीएम ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने-अपने बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त करें और गणना प्रपत्रों के संकलन में प्रशासन की मदद करें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों का सहयोग इस प्रक्रिया को पारदर्शी और सटीक बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। लखनऊ में 39.94 लाख मतदाता, 3,789 बीएलओ तैनात फिलहाल लखनऊ जिले में कुल 39,94,535 मतदाता रजिस्टर हैं। जिले में 3,789 मतदेय स्थल और 1,550 मतदान केंद्र हैं। अभियान में 9 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, 45 सहायक अधिकारी और 3,789 बूथ लेवल अधिकारी सक्रिय रूप से भाग लेंगे। बैठक में मौजूद रहे अधिकारी और प्रतिनिधि बैठक में अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी शुभी सिंह, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी अभय किशोर, सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक अधिकारी तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के जिला प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक के अंत में यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया कि कोई भी पात्र नागरिक मतदान सूची से बाहर न रहे और अभियान पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न हो।