एमपी में बनेगा इंजीनियर्स रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, सीएम डॉ.मोहन ने क्यों कहा भगवान हनुमान के समान हैं हमारे इंजीनियर?
'मध्यप्रदेश में इंजीनियर्स रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा। प्रदेश में इंजीनियरों को नई तकनीक और कार्यपद्धति का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे हमारी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। इंजीनियर्स एक प्रकार से भगवान हनुमान के समान हैं। देश के ...

भोपाल। 'मध्यप्रदेश में इंजीनियर्स रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा। प्रदेश में इंजीनियरों को नई तकनीक और कार्यपद्धति का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे हमारी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। इंजीनियर्स एक प्रकार से भगवान हनुमान के समान हैं। देश के अभियंताओं ने चिनाब ब्रिज जैसे निर्माण कर हर अवसर पर अपनी उत्कृष्टता सिद्ध की है।' यह अहम घोषणा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंजीनियरिंग डे पर की। सीएम डॉ. यादव राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कंवेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने लोक निर्माण सर्वेक्षण ऐप, न्यूज लेटर और लोक परियोजना प्रबंधन प्रणाली का भी शुभारंभ किया। उन्होंने 7 इंजीनियरों को मोक्षगुंडम विश्वैशरैया पुरस्कार और 4 ठेकेदारों को विश्वकर्मा पुस्कार से सम्मानित किया। इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अभियंता का अर्थ है आरंभ और शुभारंभ कर्ता। ईश्वर सबसे बड़ा अभियंता है। ईश्वर ने संसार रचा है। सर मोक्षगुंडम विश्वैश्वरैया ने 20वीं शताब्दी में देश के कठिन समय में अभियांत्रिकी के नए कीर्तिमान गढ़े। महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु ने पहली बार दुनिया को बताया कि पौधों में प्राण होते हैं। लोक निर्माण विभाग में अच्छा कार्य करने वाले इंजीनियर्स आज पुरस्कृत हुए हैं। सभी का अभिनंदन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम गति शक्ति जैसे अनेक कार्यों से इंजीनियर्स को प्रोत्साहित कर रहे हैं। जब हमारा अंतरिक्ष मिशन फेल हुआ तो वे वैज्ञानिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए। वैज्ञानिकों ने चुनौतीपूर्ण समय में महत्वपूर्ण काम किए। आज हमारी संसद के दोनों भवन मध्यप्रदेश की प्राचीन संरचनाओं से प्रेरित हैं।
लोक कल्याण के काम कर रहे सभी विभाग-सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने लोक कल्याण की शुरुआत की है। राज्य सरकार के सभी विभाग इसी भावना के साथ कार्य कर रहे हैं। लोक निर्माण विभाग ने लोकपथ ऐप लॉन्च किया है। कभी ताज महल बनाने पर कारीगरों के हाथ काट लिए जाते थे। आज अपनी तकनीकी नवाचारों के माध्यम से हम एक नहीं अनेक ताजमहल खड़े करने की क्षमता रखते हैं। भगवान विश्वकर्मा हमारे सबसे बड़े इंजीनियर हैं। उन्होंने पु्ष्पक विमान की रचना की। यह विमान श्रीराम और सीताजी को लंका से वापस लेकर आया। इंजीनियर्स एक प्रकार से भगवान हनुमान के समान हैं। देश के अभियंताओं ने चिनाब ब्रिज जैसे निर्माण कर हर अवसर पर अपनी उत्कृष्टता सिद्ध की है। इस मौके उन्होंने घोषणा की, कि मध्यप्रदेश में इंजीनियर्स रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा। प्रदेश में अभियंताओं को नवीन तकनीक और कार्यपद्धति का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे हमारी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।
इन्हें मिला सम्मान-सुनील कौरव, प्रीति यादव, प्रमेश कोरी, संजीव कालरा, भुवना जोशी, राजीव श्रीवास्तव, दीपक शर्मा और विक्रम सोनी को मोक्षगुंडम विश्वैशरैया पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विश्वकर्मा पुरस्कार हैदराबाद की फर्म मेसर्स एनसीसी लिमिटेड, भोपाल की फर्म मेसर्स निविक कंस्ट्रक्शन, गुरुग्राम की फर्म मेसर्स आरके जैन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. और नौगांव की फर्म मेसर्स हरगोविंग गुप्ता को विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। एमपीआरडीसी भोपाल के सहायक महाप्रबंधन डॉ. दीपक पांडे को रानी दुर्गावती पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार प्रदान किया गया।