भारत-ब्राजील व्यापार संबंध मजबूत: अमेरिकी टैरिफ के बीच नई साझेदारी

ChatGPT said:भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंध नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ रहे हैं। बता दें कि अमेरिकी व्यापार नीतियों और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के प्रभाव से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा है, जिसके चलते वे आपसी सहयोग को मजबूत कर रहे हैं। मौजूदा जानकारी के अनुसार, इस सप्ताह ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्क्मिन और उनकी सरकारी व व्यापारिक टीम नई दिल्ली में भारत के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच 12 अरब डॉलर के व्यापार को बढ़ाना और कृषि, बायोफ्यूल, रक्षा जैसे क्षेत्रों में नई साझेदारियां स्थापित करना है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लुला दा सिल्वा का बढ़ता सहयोग वैश्विक व्यापार में बड़े फेरबदल का उदाहरण माना जा रहा है। अमेरिकी नीतियों के चलते कई देशों ने पारंपरिक व्यापारिक संरचनाओं को पुनर्व्यवस्थित करना शुरू किया है, और इसी क्रम में भारत ने चीन के साथ संबंधों में नरमी दिखाई तथा मर्कोसुर और यूरोपीय संघ के बीच लंबित व्यापार समझौते को गति दी। विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप की व्यापार नीतियों ने वैश्विक व्यापार पर व्यापक प्रभाव डाला है। ब्राजील ने अमेरिकी टैरिफ के चलते कुछ निर्यात को अर्जेंटीना और चीन की ओर मोड़ा है, जबकि भारत को सबसे अधिक संभावित वृद्धि वाला बाजार माना जा रहा है। BRICS के संस्थापक सदस्य होने के नाते दोनों देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी स्थिति मजबूत करने और अमेरिकी दबाव का मुकाबला करने की रणनीति अपना रहे हैं। इस साझेदारी से भारत और ब्राजील न केवल आर्थिक लाभ की उम्मीद कर रहे हैं, बल्कि वैश्विक व्यापार में अपनी पकड़ मजबूत करने और नए बाजार तलाशने में भी सफल हो सकते हैं हैं।

Oct 17, 2025 - 22:52
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ChatGPT said:

भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंध नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ रहे हैं। बता दें कि अमेरिकी व्यापार नीतियों और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के प्रभाव से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा है, जिसके चलते वे आपसी सहयोग को मजबूत कर रहे हैं।

मौजूदा जानकारी के अनुसार, इस सप्ताह ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्क्मिन और उनकी सरकारी व व्यापारिक टीम नई दिल्ली में भारत के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच 12 अरब डॉलर के व्यापार को बढ़ाना और कृषि, बायोफ्यूल, रक्षा जैसे क्षेत्रों में नई साझेदारियां स्थापित करना है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लुला दा सिल्वा का बढ़ता सहयोग वैश्विक व्यापार में बड़े फेरबदल का उदाहरण माना जा रहा है। अमेरिकी नीतियों के चलते कई देशों ने पारंपरिक व्यापारिक संरचनाओं को पुनर्व्यवस्थित करना शुरू किया है, और इसी क्रम में भारत ने चीन के साथ संबंधों में नरमी दिखाई तथा मर्कोसुर और यूरोपीय संघ के बीच लंबित व्यापार समझौते को गति दी।

विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप की व्यापार नीतियों ने वैश्विक व्यापार पर व्यापक प्रभाव डाला है। ब्राजील ने अमेरिकी टैरिफ के चलते कुछ निर्यात को अर्जेंटीना और चीन की ओर मोड़ा है, जबकि भारत को सबसे अधिक संभावित वृद्धि वाला बाजार माना जा रहा है। BRICS के संस्थापक सदस्य होने के नाते दोनों देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी स्थिति मजबूत करने और अमेरिकी दबाव का मुकाबला करने की रणनीति अपना रहे हैं।

इस साझेदारी से भारत और ब्राजील न केवल आर्थिक लाभ की उम्मीद कर रहे हैं, बल्कि वैश्विक व्यापार में अपनी पकड़ मजबूत करने और नए बाजार तलाशने में भी सफल हो सकते हैं हैं।