आजमगढ़ में जेलर के घर में रहेंगे जेल अधीक्षक:कराई गई पूजा, सुपरिंटेंडेंट के घर में रहने वाले चार अधीक्षकों का हो चुका है निलंबन

आजमगढ़ में 52.85 लाख की धोखाधड़ी के मामले में आजमगढ़ के जेल अधीक्षक रहे आदित्य कुमार सिंह को शिथिल पर्यवेक्षण के आरोप में निलंबित कर दिया है। आजमगढ़ की जेल अधीक्षकों के लिए अपसकुन साबित हो रही है। श्रावस्ती के जेल अधीक्षक आशीष रंजन झा को आजमगढ़ जेल का अस्थाई सुपरिंटेंडेंट बनाया गया है। ऐसे में आशीष रंजन झा ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया पर नए सुपरीटेंडेंट अब उसे घर में नहीं रहेंगे। जिस घर में पर के सुपरिंटेंडेंट रहते थे। नए सुपरिंटेंडेंट आशीष रंजन झा आजमगढ़ जेल से ट्रांसफर होकर चले गए जेलर विकास कटियार के आवास में रहेंगे। दीपावली के अवसर पर इस आवास में पूजा पाठ और सुंदरकांड का आयोजन भी किया गया। वहीं जेल के कर्मचारी दबी जुबान इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि जेल अधीक्षक के आवास में अब तक जो भी रहा है। वह निलंबित होकर ही गया है। यही कारण है की नई जेल अधीक्षक आने के बाद जेलर के आवास में ही रहना मुनासिब समझा। इसके साथ ही पूजा पाठ भी कराई गई। हालांकि इस बारे में जेल अधीक्षक आशीष रंजन झा कुछ भी बोलने से इनकार करते हुए कहते हैं कि यह व्यक्तिगत मामला है। जेल में यदि पूजा पाठ होगी तो उसकी जानकारी दी जाएगी। जून 2017 में निलंबित हुए थे डॉक्टर रामधनी आजमगढ़ जेल का सुपरिटेंडेंट बनकर 2015 में आए डॉ रामधनी 2017 तक आजमगढ़ जिले के जेल सुपरिंटेंडेंट रहे। 2017 में आजमगढ़ की जेल से तीन मुसहर कैदी 22 फीट की दीवार फांदकर फरार हो गए थे। इस मामले में शासन के निर्देश पर जेल अधीक्षक रामधनी और जेलर रहे रमाकांत दोहरे के साथ जेल वार्डन और डिप्टी जेलर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। डॉ रामधनी के बाद अनिल कुमार गौतम को आजमगढ़ जेल का नया जेल अधीक्षक बनाया गया था। मार्च 2019 में बरामद हुए थे 36 मोबाइल फोन वर्ष 2019 में आजमगढ़ जिले के तत्कालीन डीएम रहे शिवाकांत द्विवेदी और पुलिस कप्तान त्रिवेदी सिंह की टीम ने जब आजमगढ़ की जेल में दो गुटों के बीच हुए विवाद के बाद जब छापेमारी की गई तो 36 मोबाइल फोन बरामद हुए थे। इस मामले की सूचना शासन को भेजी गई थी। इसके बाद शासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन जेल अधीक्षक अनिल गौतम जिला हरीश कुमार के साथ ही पांच बंदी रक्षको और मुख्य कार्यपाल को निलंबित किया था। मुख्यालय से अटैच किए गए राधा कृष्ण आजमगढ़ के जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम को निलंबित किए जाने के बाद शासन ने राधा कृष्ण को आजमगढ़ का जेल अधीक्षक बनाया था। आजमगढ़ में तैनाती के दौरान जेल परिसर में एक मंदिर बनाए जाने को लेकर शासन में शिकायत की गई थी जिसके बाद जेल अधीक्षक राधाकृष्ण मिश्र को लखनऊ से अटैच कर दिया गया था। जेल अधीक्षक विनोद कुमार के कार्यकाल में भी जमकर चले मोबाइल 2021 में शासन ने विनोद कुमार को आजमगढ़ का जेल अधीक्षक बनाया। 26 जुलाई को आजमगढ़ के डीएम विशाल भारद्वाज और तत्कालीन पुलिस कप्तान रहे अनुराग आर्य ने आजमगढ़ की जेल में छापेमारी की थी। इस छापेमारी में 12 मोबाइल फोन चार्ज एलसीडी टीवी और 97 पुड़िया गांजा बरामद किया गया था। इस मामले की भी जांच में जेल अधीक्षक विनोद कुमार सोनी, जेलर रविंद्र नाथ सरोज, डिप्टी जेलर श्रीधर यादव निलंबित कर दिए गए थे। इसके बाद कुछ दिनों तक जेल की जिम्मेदारी मुख्य राजस्व अधिकारी ने भी निभाई। पांचवें अधीक्षक पर लगा शिथिल पर्यवेक्षण का आरोप आजमगढ़ की नई जेल में 15 दिसंबर 2023 को आदित्य कुमार सिंह की तैनाती की गई। इस दौरान 20 मई 2024 को जेल में बंद कैदी की जमानत हो गई और जेल से निकलते समय वह जेल की चेक बुक चुरा ले गया। जिससे जेल का खाता संचालित होता था। यह खाता जेल अधीक्षक के नाम दर्ज था। जिसमें सरकार द्वारा कैदियों के काम किए जाने के पैसे आते थे। जेल से निकले कैदी रामजीत यादव ने जेल के कर्मचारियों से मिली भगत करके 18 महीने में 52 लाख 85 हजार रुपए निकाल लिए। इस पूरे मामले की भनक जेल प्रशासन को नहीं लगी। यही कारण है कि जब 25 सितंबर 2025 को खाते से 2 लाख 60 हजार निकले तब मामले की जानकारी जेल अधिकारियों को हुई जिसके बाद चार आरोपियों के विरुद्ध कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में अभी तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं मामले की जांच करने पहुंचे डीआईजी जेल ने अपनी रिपोर्ट शासन को दी। जिसके आधार पर जेल अधीक्षक आदित्य कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया।

Oct 22, 2025 - 12:23
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आजमगढ़ में जेलर के घर में रहेंगे जेल अधीक्षक:कराई गई पूजा, सुपरिंटेंडेंट के घर में रहने वाले चार अधीक्षकों का हो चुका है निलंबन
आजमगढ़ में 52.85 लाख की धोखाधड़ी के मामले में आजमगढ़ के जेल अधीक्षक रहे आदित्य कुमार सिंह को शिथिल पर्यवेक्षण के आरोप में निलंबित कर दिया है। आजमगढ़ की जेल अधीक्षकों के लिए अपसकुन साबित हो रही है। श्रावस्ती के जेल अधीक्षक आशीष रंजन झा को आजमगढ़ जेल का अस्थाई सुपरिंटेंडेंट बनाया गया है। ऐसे में आशीष रंजन झा ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया पर नए सुपरीटेंडेंट अब उसे घर में नहीं रहेंगे। जिस घर में पर के सुपरिंटेंडेंट रहते थे। नए सुपरिंटेंडेंट आशीष रंजन झा आजमगढ़ जेल से ट्रांसफर होकर चले गए जेलर विकास कटियार के आवास में रहेंगे। दीपावली के अवसर पर इस आवास में पूजा पाठ और सुंदरकांड का आयोजन भी किया गया। वहीं जेल के कर्मचारी दबी जुबान इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि जेल अधीक्षक के आवास में अब तक जो भी रहा है। वह निलंबित होकर ही गया है। यही कारण है की नई जेल अधीक्षक आने के बाद जेलर के आवास में ही रहना मुनासिब समझा। इसके साथ ही पूजा पाठ भी कराई गई। हालांकि इस बारे में जेल अधीक्षक आशीष रंजन झा कुछ भी बोलने से इनकार करते हुए कहते हैं कि यह व्यक्तिगत मामला है। जेल में यदि पूजा पाठ होगी तो उसकी जानकारी दी जाएगी। जून 2017 में निलंबित हुए थे डॉक्टर रामधनी आजमगढ़ जेल का सुपरिटेंडेंट बनकर 2015 में आए डॉ रामधनी 2017 तक आजमगढ़ जिले के जेल सुपरिंटेंडेंट रहे। 2017 में आजमगढ़ की जेल से तीन मुसहर कैदी 22 फीट की दीवार फांदकर फरार हो गए थे। इस मामले में शासन के निर्देश पर जेल अधीक्षक रामधनी और जेलर रहे रमाकांत दोहरे के साथ जेल वार्डन और डिप्टी जेलर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। डॉ रामधनी के बाद अनिल कुमार गौतम को आजमगढ़ जेल का नया जेल अधीक्षक बनाया गया था। मार्च 2019 में बरामद हुए थे 36 मोबाइल फोन वर्ष 2019 में आजमगढ़ जिले के तत्कालीन डीएम रहे शिवाकांत द्विवेदी और पुलिस कप्तान त्रिवेदी सिंह की टीम ने जब आजमगढ़ की जेल में दो गुटों के बीच हुए विवाद के बाद जब छापेमारी की गई तो 36 मोबाइल फोन बरामद हुए थे। इस मामले की सूचना शासन को भेजी गई थी। इसके बाद शासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन जेल अधीक्षक अनिल गौतम जिला हरीश कुमार के साथ ही पांच बंदी रक्षको और मुख्य कार्यपाल को निलंबित किया था। मुख्यालय से अटैच किए गए राधा कृष्ण आजमगढ़ के जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम को निलंबित किए जाने के बाद शासन ने राधा कृष्ण को आजमगढ़ का जेल अधीक्षक बनाया था। आजमगढ़ में तैनाती के दौरान जेल परिसर में एक मंदिर बनाए जाने को लेकर शासन में शिकायत की गई थी जिसके बाद जेल अधीक्षक राधाकृष्ण मिश्र को लखनऊ से अटैच कर दिया गया था। जेल अधीक्षक विनोद कुमार के कार्यकाल में भी जमकर चले मोबाइल 2021 में शासन ने विनोद कुमार को आजमगढ़ का जेल अधीक्षक बनाया। 26 जुलाई को आजमगढ़ के डीएम विशाल भारद्वाज और तत्कालीन पुलिस कप्तान रहे अनुराग आर्य ने आजमगढ़ की जेल में छापेमारी की थी। इस छापेमारी में 12 मोबाइल फोन चार्ज एलसीडी टीवी और 97 पुड़िया गांजा बरामद किया गया था। इस मामले की भी जांच में जेल अधीक्षक विनोद कुमार सोनी, जेलर रविंद्र नाथ सरोज, डिप्टी जेलर श्रीधर यादव निलंबित कर दिए गए थे। इसके बाद कुछ दिनों तक जेल की जिम्मेदारी मुख्य राजस्व अधिकारी ने भी निभाई। पांचवें अधीक्षक पर लगा शिथिल पर्यवेक्षण का आरोप आजमगढ़ की नई जेल में 15 दिसंबर 2023 को आदित्य कुमार सिंह की तैनाती की गई। इस दौरान 20 मई 2024 को जेल में बंद कैदी की जमानत हो गई और जेल से निकलते समय वह जेल की चेक बुक चुरा ले गया। जिससे जेल का खाता संचालित होता था। यह खाता जेल अधीक्षक के नाम दर्ज था। जिसमें सरकार द्वारा कैदियों के काम किए जाने के पैसे आते थे। जेल से निकले कैदी रामजीत यादव ने जेल के कर्मचारियों से मिली भगत करके 18 महीने में 52 लाख 85 हजार रुपए निकाल लिए। इस पूरे मामले की भनक जेल प्रशासन को नहीं लगी। यही कारण है कि जब 25 सितंबर 2025 को खाते से 2 लाख 60 हजार निकले तब मामले की जानकारी जेल अधिकारियों को हुई जिसके बाद चार आरोपियों के विरुद्ध कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में अभी तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं मामले की जांच करने पहुंचे डीआईजी जेल ने अपनी रिपोर्ट शासन को दी। जिसके आधार पर जेल अधीक्षक आदित्य कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया।