स्ट्रेचर नहीं मिला, मरीज को गोद में ले गए परिजन:चाचा के साथ मिलकर पिता को घंटों तक लेकर अस्पताल में टहलता रहा बेटा
मायागंज अस्पताल में एक बुजुर्ग मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिलने का मामला सामने आया है। स्ट्रेचर नहीं मिलने पर बुजुर्ग के बेटे ने अपने चाचा के साथ मिलकर मरीज को गोद में उठाया और उन्हें लेकर अस्पताल के एक डिपार्टमेंट से दूसरे डिपार्टमेंट तक घंटों घूमते रहे। मरीज के परिजन का आरोप है कि अस्पताल के कर्मी स्ट्रेचर पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आते-जाते दिखे, लेकिन मरीज के लिए स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया। पूरे मामले का वीडियो भी सामने आया है। दरअसल, 30 अप्रैल को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (मायागंज) में इलाज के लिए 60 साल के बुजुर्ग को लाया गया था। बुजुर्ग का पिछले दिनों एक हादसे में पैर टूट गया था। बुजुर्ग मरीज के साथ उनका बेटा और भाई अस्पताल आया था। आरोप है कि बुजुर्ग को अस्पताल के गेट से अंदर तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला। मरीज की पहचान बिंदेश्वरी राम के रूप में हुई है। बिंदेश्वरी के मुताबिक, वे जयरामपुर ननकार गांव के रहने वाले हैं। पैर टूटने के बाद बेटा अजीत राम और भाई इलाज के लिए मायागंज अस्पताल लेकर पहुंचे। बिंदेश्वरी ने बताया कि पैर टूटने के वजह से दर्द है और मैं चलने में असमर्थ हूं। उन्होंने बताया कि मुझे स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके बाद मेरे बेटे ने अपने चाचा के साथ मुझे गोद में उठाया और इमरजेंसी, मेडिसिन और एक्स-रे विभागों तक लेकर घूमता रहा। मरीज के बेटे अजीत राम ने बताया, "हम अपने पिताजी को टेंपो से लेकर अस्पताल आए थे, लेकिन यहां किसी तरह की मदद नहीं मिली। हम एक घंटे से पिताजी को गोद में उठाए घूम रहे हैं। ना स्ट्रेचर मिला, ना कोई मदद करने आया। मेरे भाई पर्ची कटाने गए थे और वो भी एक घंटे से नहीं लौटे।" अस्पताल के अधीक्षक ने संयोगवश घटना करार दिया जब इस मामले को लेकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने इसे 'संयोगवश' हुई घटना करार दिया और कहा कि स्ट्रेचर की सुविधा अस्पताल में मौजूद हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच की जाएगी और ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों से जवाब तलब कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि स्ट्रेचर पर ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं ले जाया जाना चाहिए और इस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मायागंज अस्पताल में एक बुजुर्ग मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिलने का मामला सामने आया है। स्ट्रेचर नहीं मिलने पर बुजुर्ग के बेटे ने अपने चाचा के साथ मिलकर मरीज को गोद में उठाया और उन्हें लेकर अस्पताल के एक डिपार्टमेंट से दूसरे डिपार्टमेंट तक घंटों घूमते रहे। मरीज के परिजन का आरोप है कि अस्पताल के कर्मी स्ट्रेचर पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आते-जाते दिखे, लेकिन मरीज के लिए स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया। पूरे मामले का वीडियो भी सामने आया है। दरअसल, 30 अप्रैल को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (मायागंज) में इलाज के लिए 60 साल के बुजुर्ग को लाया गया था। बुजुर्ग का पिछले दिनों एक हादसे में पैर टूट गया था। बुजुर्ग मरीज के साथ उनका बेटा और भाई अस्पताल आया था। आरोप है कि बुजुर्ग को अस्पताल के गेट से अंदर तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला। मरीज की पहचान बिंदेश्वरी राम के रूप में हुई है। बिंदेश्वरी के मुताबिक, वे जयरामपुर ननकार गांव के रहने वाले हैं। पैर टूटने के बाद बेटा अजीत राम और भाई इलाज के लिए मायागंज अस्पताल लेकर पहुंचे। बिंदेश्वरी ने बताया कि पैर टूटने के वजह से दर्द है और मैं चलने में असमर्थ हूं। उन्होंने बताया कि मुझे स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके बाद मेरे बेटे ने अपने चाचा के साथ मुझे गोद में उठाया और इमरजेंसी, मेडिसिन और एक्स-रे विभागों तक लेकर घूमता रहा। मरीज के बेटे अजीत राम ने बताया, "हम अपने पिताजी को टेंपो से लेकर अस्पताल आए थे, लेकिन यहां किसी तरह की मदद नहीं मिली। हम एक घंटे से पिताजी को गोद में उठाए घूम रहे हैं। ना स्ट्रेचर मिला, ना कोई मदद करने आया। मेरे भाई पर्ची कटाने गए थे और वो भी एक घंटे से नहीं लौटे।" अस्पताल के अधीक्षक ने संयोगवश घटना करार दिया जब इस मामले को लेकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने इसे 'संयोगवश' हुई घटना करार दिया और कहा कि स्ट्रेचर की सुविधा अस्पताल में मौजूद हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच की जाएगी और ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों से जवाब तलब कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि स्ट्रेचर पर ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं ले जाया जाना चाहिए और इस पर भी कार्रवाई की जाएगी।