बिहार में बाल विवाह रोकने की मुहिम:अक्षय तृतीया पर मंदिरों में विशेष निगरानी, 158 नाबालिग बच्चों की शादी रुकी
बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले में बाल विवाह रोकने के लिए प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर ने विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत रक्सौल और मोतिहारी अनुमंडल के पांच प्रखंडों के 50 गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। नाबालिग बच्चों की शादी रोकने के लिए प्रशासन की सक्रियता संस्था ने उन परिवारों को चिन्हित किया, जो नाबालिग बच्चों की शादी की योजना बना रहे थे। जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी के अनुसार, जागरूकता कार्यक्रमों के प्रभाव से कुल 158 बाल विवाह रोके गए। इसके अलावा, अभिभावकों ने बाल विवाह न करने की शपथ ली और प्रशासन को सूचित किया। अक्षय तृतीया पर धार्मिक स्थलों पर कड़ी निगरानी अक्षय तृतीया के दिन, विशेष रूप से मानसा माई मंदिर, हनुमान मंदिर रक्सौल समेत सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों पर कड़ी निगरानी रखी गई। इस अभियान को प्रयास संस्था, बाल विकास परियोजना रक्सौल और बचपन बचाओ आंदोलन के संयुक्त प्रयास से संचालित किया गया। धार्मिक गुरु और सामाजिक कार्यकर्ताओं का योगदान इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता, अभिषेक कुमार, उमेश कुमार श्रीवास्तव, सेविका विजन देवी, अंजू देवी, शिवपूजन कुमार और कई मंदिर पुजारियों ने भाग लिया। सभी धर्मगुरुओं ने बाल विवाह न कराने की शपथ ली। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों पर होने वाले बाल विवाह को रोकना है।
बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले में बाल विवाह रोकने के लिए प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर ने विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत रक्सौल और मोतिहारी अनुमंडल के पांच प्रखंडों के 50 गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। नाबालिग बच्चों की शादी रोकने के लिए प्रशासन की सक्रियता संस्था ने उन परिवारों को चिन्हित किया, जो नाबालिग बच्चों की शादी की योजना बना रहे थे। जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी के अनुसार, जागरूकता कार्यक्रमों के प्रभाव से कुल 158 बाल विवाह रोके गए। इसके अलावा, अभिभावकों ने बाल विवाह न करने की शपथ ली और प्रशासन को सूचित किया। अक्षय तृतीया पर धार्मिक स्थलों पर कड़ी निगरानी अक्षय तृतीया के दिन, विशेष रूप से मानसा माई मंदिर, हनुमान मंदिर रक्सौल समेत सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों पर कड़ी निगरानी रखी गई। इस अभियान को प्रयास संस्था, बाल विकास परियोजना रक्सौल और बचपन बचाओ आंदोलन के संयुक्त प्रयास से संचालित किया गया। धार्मिक गुरु और सामाजिक कार्यकर्ताओं का योगदान इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता, अभिषेक कुमार, उमेश कुमार श्रीवास्तव, सेविका विजन देवी, अंजू देवी, शिवपूजन कुमार और कई मंदिर पुजारियों ने भाग लिया। सभी धर्मगुरुओं ने बाल विवाह न कराने की शपथ ली। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों पर होने वाले बाल विवाह को रोकना है।