राहुल का जय शाह पर तीखा सवाल, Amit Shah भी तिलमिला जाएंगे, ट्रोल भी हुए गांधी
Rahul Gandhi questions on Jay Shah: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार की एक चुनावी रैली में अमित शाह के बेटे जय शाह पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शाह के बेटे जय को क्रिेकेट का बल्ला पकड़ना नहीं आता, ...
Rahul Gandhi questions on Jay Shah: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार की एक चुनावी रैली में अमित शाह के बेटे जय शाह पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शाह के बेटे जय को क्रिेकेट का बल्ला पकड़ना नहीं आता, रन लेना तो छोड़ ही दो। लेकिन, वो क्रिकेट का चीफ बना बैठा है।
सिर्फ ये लोग सपने देख सकते हैं : राहुल गांधी ने कहा कि देश में 50-60 लोग ही सपना देख सकते हैं। आप अंबानी के बेटे हो, अडाणी के बेटे हो, अमित शाह के बेटे हो, जो सपने देखना हो देख लो। जय शाह पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि अमित शाह के बेटे को बल्ला पकड़ना भी नहीं आता, रन लेना तो छोड़ ही दो। वो क्रिकेट का चीफ है, पूरी क्रिकेट कंट्रोल कर रखी है, क्यों कर रखी है? पैसा, सब पैसे के मामला है। उल्लेखनीय है कि जय शाह 27 अगस्त 2024 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के चेयरमैन हैं।
अमित शाह के बेटे को क्रिकेट बैट पकड़ना नहीं आता, लेकिन वो क्रिकेट बोर्ड का चीफ है- क्रिकेट कंट्रोल करता है।
ऐसा क्यों? pic.twitter.com/fHasYaXGiq — Congress (@INCIndia) November 7, 2025
एक्स पर ट्रोल हुए राहुल : राहुल के इस बयान पर एक्स पर यूजर्स ने उन्हें काफी ट्रोल किया। पल्लवी सीटी ने लिखा- तो शरद पवार महान क्रिकेटर थे? फिर आप राजीव शुक्ला जी को क्रिकेट बोर्ड से इस्तीफा देने का बोलो। अमित शाह जी के बेटे ने भारतीय क्रिकेट में चार चांद लगा दिए। महिला क्रिकेट को प्रोत्साहन दिया। सोनिया गांधी जी के बेटे ने क्या किया? वैसे, राजीव शुक्ला जी का इस्तीफा कब मांग रहे हो? वहीं, अनुपमा सिंह ने लिखा- माधवराव सिंधिया, राजीव शुक्ला, शरद पवार, एन. श्रीनिवासन, ये सभी कांग्रेसी थे और कोई भी क्रिकेट नहीं जानता था।
एडवोकेट विशाल दुबे ने लिखा- राहुल गांधी जी, आप यहां इसलिए हैं क्योंकि आप राजीव गांधी के बेटे हैं, वरना आप भी उसी भीड़ का हिस्सा होते, जिसे आज आप नेपोटिज़्म पर ज्ञान दे रहे हैं। आपकी राजनीति वंश की देन है, संघर्ष की नहीं। आपका नाम पहचान से पहले आता है, काम से नहीं। नेतृत्व विरासत में मिला है, योग्यता से नहीं। और जो बिना मेहनत के ऊंचाई पाता है, वो जनता की नजरों में कभी नेता नहीं, वारिस कहलाता है।
एक अन्य एक्स हैंडल से लिखा गया- ऐसा बोलकर राहुल गांधी जय शाह पर नहीं बल्कि राजीव शुक्ला और शरद पवार पर सवाल उठा रहे हैं। वैसे राहुल गांधी को भी राजनीति का बैट पकड़ना नहीं आता फिर वो राजनीति में सिर्फ 'सरनेम' के कारण हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala



