बैसाखी पर्व पर पूर्व विधायक ने बधाई दी व समस्त संगत के उज्जवल भविष्य की कामना की

बैसाखी पर्व पर पूर्व विधायक ने बधाई दी व समस्त संगत के उज्जवल भविष्य की कामना की

Apr 15, 2025 - 08:31
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बैसाखी पर्व पर पूर्व विधायक ने बधाई दी व समस्त संगत के उज्जवल भविष्य की कामना की

बैसाखी पर्व पर पूर्व विधायक ने बधाई दी व समस्त संगत के उज्जवल भविष्य की कामना की

रूद्रपुर। बैसाखी पर्व पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने ग्राम बिंदुखेड़ा स्थित गुरूद्वारा मेहर सिंह, गुरूद्वारा सिंह सभा बिंदुखेड़ा, आदर्श कालोनी स्थित रामगढ़िया गुरूद्वारा तथा गुरूद्वारा जगतपुरा में गुरू ग्रंथ साहिब के सम्मुख शीश नवाकर आम जनमानस को बैसाखी पर्व की बधाई दी व समस्त संगत के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर बिंदुखेड़ा गुरूद्वारा के पदाधिकारियों ने ठुकराल को सरोपा भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक ठुकराल ने कहा कि बैसाखी का त्यौहार वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस महीने में रबी की फसल पककर पूरी तरह से तैयार हो जाती है और उनकी कटाई भी शुरू हो जाती है। इसीलिए बैसाखी को फसल पकने और सिख धर्म की स्थापना के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन सिख पंथ के 10वें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह दिन न सिर्फ किसानों के लिए बल्कि सिख धर्म के अनुयायियों के लिए भी बहुत खास है। बैसाखी के दिन का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है, जिसकी झलक हर घर और गुरुद्वारे में देखी जा सकती है। गुरु गोविंद सिंह जी ने समाज में ऊंच-नीच के भेदभाव को खत्म करने का संदेश दिया था और सबको एक समान मानने की सीख दी।