नूंह में दिल्ली- भिवाड़ी के साइबर ठग अरेस्ट:थोक में साड़ी बेचने के नाम पर धोखाधड़ी, आरोपियों में पूर्व बैंक कर्मचारी भी शामिल
नूंह जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में दो ऐसे आरोपी शामिल है जो फर्जी सिम कार्ड और बैंक खाता साइबर ठगों को उपलब्ध करवाने का काम करते थे। सभी आरोपी फर्जी सिम कार्डों का इस्तेमाल कर आम लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार बना रहे थे। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड सहित अन्य सामान बरामद किए हैं। ये गिरफ्तारी विभिन्न एफआईआर के तहत की गई हैं, जिनमें फर्जी सिम जारी करना, म्यूल अकाउंट खोलना और पहचान छिपाकर ठगी शामिल है। दो आरोपी पहचान छुपाकर साड़ी बेचने के नाम पर करते थे ठगी सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष यादव ने बताया कि ये गिरफ्तारियां पुलिस द्वारा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर की गई हैं। पहले मामले में फर्जी सिम का इस्तेमाल कर साड़ी बेचने के नाम पर ठगी करने वाले आरिफ अली और रहीस की गिरफ्तारी की गई है। आरोपी आरिफ अली और रहीस दोनों निवासी पचगांव थाना सदर तावडू ने फर्जी सिम कार्डों पर अपनी पहचान छिपाकर साड़ी के थोक विक्रेता बनकर ऑनलाइन साड़ियां बेचने के नाम पर आम जनता को झांसा देकर धोखाधड़ी की। आरिफ अली की तलाशी में एक मोबाइल फोन और एक जियो सिम बरामद हुई वहीं रहीस से एक मोबाइल और दो सिम बरामद किए गए । साइबर ठगों के पैसे कमीशन पर निकालने वाला अरेस्ट दूसरे मामले में नूंह जिले के गांव जैतलाका के रहने वाले आरोपी नदीम इशाक को गिरफ्तार किया गया। आरोपी साइबर फ्रॉड के विभिन्न मामलों में संलिप्त पाया गया। आरोपी नदीम का काम साइबर ठगों को बारकोड, स्कैनर उपलब्ध करवाने का काम करता था। साइबर ठगों के पैसों को निकलवाने के लिए आरोपी मोटा कमीशन भी लेता था। नदीम का काम फर्जी खातों के बार कोड, स्कैनर में साइबर ठगी के पैसे लेना था। अभी आरोपी से पूछताछ जारी है। फर्जी सिम कार्ड बेचने वाला जियो केयर पीओएस एजेंट अरेस्ट आयुष यादव ने बताया कि एक पुराने मुकदमे में आरोपी राकेश कुमार निवासी महिपालपुर साउथ वेस्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। आरोपी जियो केयर पीओएस एजेंट के रूप में काम करता था और सिम होल्डर की जानकारी के बिना दो जियो सिम जारी कर साइबर अपराधियों को प्रदान करता था। आरोपी पहले ग्राहक को सिम कार्ड के लिए उसका फिंगर लगवा लेता बाद में सर्वर डाउन होने की बात कहकर ग्राहक को गुमराह कर सिम कार्ड को साइबर ठगों को उपलब्ध करवा देता था। इसके बदले आरोपी को मोटी रकम भी मिलती थी। पुलिस ने इसके पास से एक मोबाइल फोन और एक जियो सिम बरामद किया । बैंक खाते उपलब्ध करवाने वाला बैंक का पूर्व कर्मचारी अरेस्ट आयुष यादव ने कहा कि चौथे मामलें में आरोपी आशीष कुमार पुत्र सुरेश चंद्रा निवासी टावर 14 कोस्मोस सोसाइटी भिवाड़ी स्थायी पता गांव कुनैया, पोस्ट अभिन्यापुर थाना बसरेहर, जिला इटावा, यूपी को गिरफ्तार किया गया। जिसके खिलाफ 2023 में साइबर थाने में केस दर्ज था। आरोपी फर्जी अकाउंट खोलकर साइबर अपराधियों को प्रदान करता था। आशीष कुमार पूर्व में एचडीएफसी बैंक भिवाड़ी ब्रांच का कर्मचारी था। पुलिस ने इसके पास से एक मोबाइल फोन और एक एयरटेल सिम बरामद की है। इस दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक नूंह ने कहा कि ये गिरफ्तारियां साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। आगे की जांच जारी है और अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
नूंह जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में दो ऐसे आरोपी शामिल है जो फर्जी सिम कार्ड और बैंक खाता साइबर ठगों को उपलब्ध करवाने का काम करते थे। सभी आरोपी फर्जी सिम कार्डों का इस्तेमाल कर आम लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार बना रहे थे। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड सहित अन्य सामान बरामद किए हैं। ये गिरफ्तारी विभिन्न एफआईआर के तहत की गई हैं, जिनमें फर्जी सिम जारी करना, म्यूल अकाउंट खोलना और पहचान छिपाकर ठगी शामिल है। दो आरोपी पहचान छुपाकर साड़ी बेचने के नाम पर करते थे ठगी सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष यादव ने बताया कि ये गिरफ्तारियां पुलिस द्वारा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर की गई हैं। पहले मामले में फर्जी सिम का इस्तेमाल कर साड़ी बेचने के नाम पर ठगी करने वाले आरिफ अली और रहीस की गिरफ्तारी की गई है। आरोपी आरिफ अली और रहीस दोनों निवासी पचगांव थाना सदर तावडू ने फर्जी सिम कार्डों पर अपनी पहचान छिपाकर साड़ी के थोक विक्रेता बनकर ऑनलाइन साड़ियां बेचने के नाम पर आम जनता को झांसा देकर धोखाधड़ी की। आरिफ अली की तलाशी में एक मोबाइल फोन और एक जियो सिम बरामद हुई वहीं रहीस से एक मोबाइल और दो सिम बरामद किए गए । साइबर ठगों के पैसे कमीशन पर निकालने वाला अरेस्ट दूसरे मामले में नूंह जिले के गांव जैतलाका के रहने वाले आरोपी नदीम इशाक को गिरफ्तार किया गया। आरोपी साइबर फ्रॉड के विभिन्न मामलों में संलिप्त पाया गया। आरोपी नदीम का काम साइबर ठगों को बारकोड, स्कैनर उपलब्ध करवाने का काम करता था। साइबर ठगों के पैसों को निकलवाने के लिए आरोपी मोटा कमीशन भी लेता था। नदीम का काम फर्जी खातों के बार कोड, स्कैनर में साइबर ठगी के पैसे लेना था। अभी आरोपी से पूछताछ जारी है। फर्जी सिम कार्ड बेचने वाला जियो केयर पीओएस एजेंट अरेस्ट आयुष यादव ने बताया कि एक पुराने मुकदमे में आरोपी राकेश कुमार निवासी महिपालपुर साउथ वेस्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। आरोपी जियो केयर पीओएस एजेंट के रूप में काम करता था और सिम होल्डर की जानकारी के बिना दो जियो सिम जारी कर साइबर अपराधियों को प्रदान करता था। आरोपी पहले ग्राहक को सिम कार्ड के लिए उसका फिंगर लगवा लेता बाद में सर्वर डाउन होने की बात कहकर ग्राहक को गुमराह कर सिम कार्ड को साइबर ठगों को उपलब्ध करवा देता था। इसके बदले आरोपी को मोटी रकम भी मिलती थी। पुलिस ने इसके पास से एक मोबाइल फोन और एक जियो सिम बरामद किया । बैंक खाते उपलब्ध करवाने वाला बैंक का पूर्व कर्मचारी अरेस्ट आयुष यादव ने कहा कि चौथे मामलें में आरोपी आशीष कुमार पुत्र सुरेश चंद्रा निवासी टावर 14 कोस्मोस सोसाइटी भिवाड़ी स्थायी पता गांव कुनैया, पोस्ट अभिन्यापुर थाना बसरेहर, जिला इटावा, यूपी को गिरफ्तार किया गया। जिसके खिलाफ 2023 में साइबर थाने में केस दर्ज था। आरोपी फर्जी अकाउंट खोलकर साइबर अपराधियों को प्रदान करता था। आशीष कुमार पूर्व में एचडीएफसी बैंक भिवाड़ी ब्रांच का कर्मचारी था। पुलिस ने इसके पास से एक मोबाइल फोन और एक एयरटेल सिम बरामद की है। इस दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक नूंह ने कहा कि ये गिरफ्तारियां साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। आगे की जांच जारी है और अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।