दिल्ली में होगी हरियाणा कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की पहली मीटिंग:24 को इंदिरा भवन में संगठन पर होगा मंथन, बड़े नेताओं को न्योता नहीं
हरियाणा कांग्रेस के नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की पहली दिल्ली में बुलाई गई है। 24 अगस्त को दिल्ली में इंदिरा भवन में ये मीटिंग होगी। इस मीटिंग में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की टीम ग्राउंड का फीडबैक लेगी। साथ ही संगठन बनाने को लेकर भी मंथन किया जाएगा। इस मीटिंग के लिए हरियाणा के बड़े नेताओं को न्योता नहीं दिया गया है। हालांकि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा 22 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र के लिए चंडीगढ़ में रहेंगे। उनके साथ पार्टी के सभी विधायक भी चंडीगढ़ में रहेंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो सेशन से कांग्रेस पार्टी सभी विधायकों के साथ एक मीटिंग कर सत्र में प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाएगी। एक हफ्ते पहले बनाए गए हैं 32 नए जिलाध्यक्ष कांग्रेस हाईकमान ने गत मंगलवार को हरियाणा में अपने जिलाध्यक्षों का ऐलान किया था। पार्टी की ओर से जारी लेटर में कुल 32 नामों का ऐलान किया गया है। हरियाणा में 11 साल बाद पार्टी ने अपने जिलाध्यक्ष बनाए हैं। इस लिस्ट में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट का दबदबा साफ दिख रहा है। हालांकि, सैलजा खेमे के भी कई नेताओं को जिलाध्यक्ष की कुर्सी मिली है। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का लेटर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी किया गया। हरियाणा कांग्रेस संगठन में कुल 33 जिलाध्यक्ष हैं। इनमें से पानीपत शहरी जिलाध्यक्ष को छोड़कर बाकी 32 अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी गई है। यहां पढ़िए कैसे 11 साल बाद खड़ा हुआ संगठन... 1. राहुल गांधी ने खुद संभाली कमान कांग्रेस नेता एवं सांसद राहुल गांधी ने 4 जून 2025 को हरियाणा का दौरा किया था। वह चंडीगढ़ में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय गए और कांग्रेस की ओर से नियुक्त किए गए AICC और PCC पर्यवेक्षकों से मिले। राहुल गांधी ने हरियाणा में संगठन बनाने का टास्क दिया। 2. केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने 22 जिलों का दौरा किया राहुल गांधी की ओर से नियुक्त किए गए केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सभी 22 जिलों का दौरा किया। नेताओं और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर उन नामों को शॉर्ट-लिस्ट किया, जिन्होंने जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन किया था। 6-6 नेताओं के नाम के पैनल बनाकर प्रदेश प्रभारी को भेजे गए। 3. राहुल की टीम ने वन टू वन की चर्चा इसके बाद केसी वेणुगोपाल और बीके हरिप्रसाद ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग कर एक-एक पैनल पर चर्चा की और छंटनी के बाद फाइनल पैनल बनाए गए थे। इसके बाद ही पिछले सप्ताह 12 अगस्त को देर शाम लिस्ट जारी की गई। चुनाव हार चुके 3 नेताओं को जिम्मा 2024 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके 3 नेताओं को भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें अंबाला कैंट के प्रधान परविंदर परी, भिवानी रूरल के प्रधान अनिरुद्ध चौधरी और गुरुग्राम रूरल के अध्यक्ष वर्धन यादव शामिल हैं। परविंदर परी अंबाला कैंट से, अनिरुद्ध चौधरी भिवानी जिले की तोशाम सीट और वर्धन यादव गुरुग्राम जिले की बादशाहपुर सीट से चुनाव हार गए थे। तीनों को भाजपा उम्मीदवारों ने हराया था। 30 जून को होना था ऐलान कांग्रेस हाईकमान ने इससे पहले हरियाणा के सभी जिलों में 30 जून तक अध्यक्ष नियुक्त करने की बात कही थी। उसके बाद यह डेटलाइन बढ़ाकर 31 जुलाई की गई। हालांकि, जुलाई अंत तक भी जिलाध्यक्षों का ऐलान नहीं किया जा सका। अब पार्टी ने 12 अगस्त को जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी।
हरियाणा कांग्रेस के नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की पहली दिल्ली में बुलाई गई है। 24 अगस्त को दिल्ली में इंदिरा भवन में ये मीटिंग होगी। इस मीटिंग में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की टीम ग्राउंड का फीडबैक लेगी। साथ ही संगठन बनाने को लेकर भी मंथन किया जाएगा। इस मीटिंग के लिए हरियाणा के बड़े नेताओं को न्योता नहीं दिया गया है। हालांकि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा 22 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र के लिए चंडीगढ़ में रहेंगे। उनके साथ पार्टी के सभी विधायक भी चंडीगढ़ में रहेंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो सेशन से कांग्रेस पार्टी सभी विधायकों के साथ एक मीटिंग कर सत्र में प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाएगी। एक हफ्ते पहले बनाए गए हैं 32 नए जिलाध्यक्ष कांग्रेस हाईकमान ने गत मंगलवार को हरियाणा में अपने जिलाध्यक्षों का ऐलान किया था। पार्टी की ओर से जारी लेटर में कुल 32 नामों का ऐलान किया गया है। हरियाणा में 11 साल बाद पार्टी ने अपने जिलाध्यक्ष बनाए हैं। इस लिस्ट में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट का दबदबा साफ दिख रहा है। हालांकि, सैलजा खेमे के भी कई नेताओं को जिलाध्यक्ष की कुर्सी मिली है। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का लेटर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी किया गया। हरियाणा कांग्रेस संगठन में कुल 33 जिलाध्यक्ष हैं। इनमें से पानीपत शहरी जिलाध्यक्ष को छोड़कर बाकी 32 अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी गई है। यहां पढ़िए कैसे 11 साल बाद खड़ा हुआ संगठन... 1. राहुल गांधी ने खुद संभाली कमान कांग्रेस नेता एवं सांसद राहुल गांधी ने 4 जून 2025 को हरियाणा का दौरा किया था। वह चंडीगढ़ में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय गए और कांग्रेस की ओर से नियुक्त किए गए AICC और PCC पर्यवेक्षकों से मिले। राहुल गांधी ने हरियाणा में संगठन बनाने का टास्क दिया। 2. केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने 22 जिलों का दौरा किया राहुल गांधी की ओर से नियुक्त किए गए केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सभी 22 जिलों का दौरा किया। नेताओं और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर उन नामों को शॉर्ट-लिस्ट किया, जिन्होंने जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन किया था। 6-6 नेताओं के नाम के पैनल बनाकर प्रदेश प्रभारी को भेजे गए। 3. राहुल की टीम ने वन टू वन की चर्चा इसके बाद केसी वेणुगोपाल और बीके हरिप्रसाद ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग कर एक-एक पैनल पर चर्चा की और छंटनी के बाद फाइनल पैनल बनाए गए थे। इसके बाद ही पिछले सप्ताह 12 अगस्त को देर शाम लिस्ट जारी की गई। चुनाव हार चुके 3 नेताओं को जिम्मा 2024 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके 3 नेताओं को भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें अंबाला कैंट के प्रधान परविंदर परी, भिवानी रूरल के प्रधान अनिरुद्ध चौधरी और गुरुग्राम रूरल के अध्यक्ष वर्धन यादव शामिल हैं। परविंदर परी अंबाला कैंट से, अनिरुद्ध चौधरी भिवानी जिले की तोशाम सीट और वर्धन यादव गुरुग्राम जिले की बादशाहपुर सीट से चुनाव हार गए थे। तीनों को भाजपा उम्मीदवारों ने हराया था। 30 जून को होना था ऐलान कांग्रेस हाईकमान ने इससे पहले हरियाणा के सभी जिलों में 30 जून तक अध्यक्ष नियुक्त करने की बात कही थी। उसके बाद यह डेटलाइन बढ़ाकर 31 जुलाई की गई। हालांकि, जुलाई अंत तक भी जिलाध्यक्षों का ऐलान नहीं किया जा सका। अब पार्टी ने 12 अगस्त को जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी।