दीपोत्सव के समापन पर सजी अन्नकूट की झांकी:महालक्ष्मी मंदिर में विशेष आरती में शामिल हुए भक्त, सुबह 4 बजे से दर्शन शुरू हुए
उदयपुर में माता महालक्ष्मी मंदिर में गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव का आयोजन श्रद्धा और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। खेखरे के दिन सुबह से महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में गोवर्धन पूजा करती हुई नजर आईं, वहीं शाम होते ही मंदिर परिसर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। शाम करीब 5:30 बजे अन्नकूट आरती के साथ मंदिर के पट दर्शनार्थियों के लिए खोले गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहले से मंदिर के बाहर पंक्तिबद्ध होकर प्रतीक्षा कर रहे थे। आरती के साथ ही माता महालक्ष्मी के समक्ष सजे अन्नकूट के अलौकिक दर्शन ने भक्तों के मन को भक्ति भाव से भर दिया। इस अवसर पर मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव का समापन भी हुआ। सुबह 4 बजे से ही खेखरे के दर्शन प्रारंभ हुए, जिनमें सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया। इसके बाद अन्नकूट की तैयारी के चलते कुछ समय के लिए दर्शन बंद रहे। मंदिर में विविध प्रकार के पकवानों से सजे अन्नकूट को माता महालक्ष्मी को अर्पित किया गया। भोग के उपरांत विशेष आरती का आयोजन हुआ, जिसमें पूरे मंदिर परिसर में महालक्ष्मी के जयकारों की गूंज छा गई। अन्नकूट की विशेष आरती श्रीमाली जाति संपत्ति व्यवस्था ट्रस्ट के सचिव मधुसूदन बोहरा द्वारा संपन्न की गई। इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष भगवतीलाल दशोत्तर, मधुसूदन बोहरा, जतिन श्रीमाली, हेमेंद्र लाला, दिनेश लटावत, डॉ. देवेंद्र श्रीमाली, जयेश श्रीमाली, राजेंद्र ओझा, भूपेंद्र श्रीमाली, जमनालाल ओझा, कुलदीप श्रीमाली सहित बड़ी संख्या में समाजजन एवं श्रद्धालु मौजूद रहे।
उदयपुर में माता महालक्ष्मी मंदिर में गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव का आयोजन श्रद्धा और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। खेखरे के दिन सुबह से महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में गोवर्धन पूजा करती हुई नजर आईं, वहीं शाम होते ही मंदिर परिसर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। शाम करीब 5:30 बजे अन्नकूट आरती के साथ मंदिर के पट दर्शनार्थियों के लिए खोले गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहले से मंदिर के बाहर पंक्तिबद्ध होकर प्रतीक्षा कर रहे थे। आरती के साथ ही माता महालक्ष्मी के समक्ष सजे अन्नकूट के अलौकिक दर्शन ने भक्तों के मन को भक्ति भाव से भर दिया। इस अवसर पर मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव का समापन भी हुआ। सुबह 4 बजे से ही खेखरे के दर्शन प्रारंभ हुए, जिनमें सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया। इसके बाद अन्नकूट की तैयारी के चलते कुछ समय के लिए दर्शन बंद रहे। मंदिर में विविध प्रकार के पकवानों से सजे अन्नकूट को माता महालक्ष्मी को अर्पित किया गया। भोग के उपरांत विशेष आरती का आयोजन हुआ, जिसमें पूरे मंदिर परिसर में महालक्ष्मी के जयकारों की गूंज छा गई। अन्नकूट की विशेष आरती श्रीमाली जाति संपत्ति व्यवस्था ट्रस्ट के सचिव मधुसूदन बोहरा द्वारा संपन्न की गई। इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष भगवतीलाल दशोत्तर, मधुसूदन बोहरा, जतिन श्रीमाली, हेमेंद्र लाला, दिनेश लटावत, डॉ. देवेंद्र श्रीमाली, जयेश श्रीमाली, राजेंद्र ओझा, भूपेंद्र श्रीमाली, जमनालाल ओझा, कुलदीप श्रीमाली सहित बड़ी संख्या में समाजजन एवं श्रद्धालु मौजूद रहे।