एक बोरी खाद को घंटों लाइन में लग रहा किसान:सिद्धार्थनगर में तस्करों के यहां मिला स्टॉक, परसा समिति पर काला बाजारी का आरोप
सिद्धार्थनगर के बढ़नी विकास खंड की परसा खाद समिति में किसानों को खाद वितरण में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान सुबह 4 बजे से लाइन में लगते हैं। लेकिन शाम तक खाली हाथ लौटना पड़ता है। धान की फसल के निर्णायक समय में किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। जिन किसानों को 2-4 बोरी यूरिया की जरूरत है, उन्हें मुश्किल से एक बोरी मिल रही है। किसानों का कहना है कि खाद नहीं मिलने से खेत सूख रहे हैं। ग्रामीण महिलाएं सुबह से शाम तक लाइन में खड़ी रहती हैं। उनके बच्चे घर पर भूखे रहते हैं। शाम को जब नंबर आता है तो स्टॉक खत्म होने की बात कही जाती है। महिलाओं का आरोप है कि समिति पर सेटिंग और बैकडोर से खाद का वितरण हो रहा है। इस बीच तस्करों के घरों से यूरिया खाद बरामद हुई है। किसानों का सवाल है कि जब उन्हें एक बोरी नहीं मिल रही, तो तस्करों के पास इतनी मात्रा में खाद कैसे पहुंची। उनका आरोप है कि समिति से खाद सीधे काले बाजार में बेची जा रही है। ग्रामीणों ने कृषि अधिकारी मोहम्मद मुजम्मिल पर भी सवाल उठाए हैं। शिकायत के बाद भी वे मौके पर नहीं आते। किसानों का कहना है कि अधिकारी ईमानदारी से जांच करते तो खाद तस्करों तक नहीं पहुंचती।
