सिरसा में क्लब चुनाव टला, उम्मीदवारों को झटका:स्टेट रजिस्ट्रार ने मांगी दुरुस्त रिपोर्ट, नई सदस्यता सूची में धवल कांडा

सिरसा जिले में क्लब के चुनाव पर रोक लगाए जाने से उम्मीदवारों को गहरा झटका लगा है। सभी उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे और तैयारी में जुटे थे। 10 दिसंबर यानी आज यह चुनाव होना था, पर टल गया। अब स्टेट रजिस्ट्रार मामले पर 15 दिन में अपना फैसला सुनाएंगे। स्टेट रजिस्ट्रार ने जिला रजिस्ट्रार से सदस्यता सूची दुरुस्त करने एवं जांच रिपोर्ट मांगी है। खासकर, जो नए सदस्य बनाए थे, उन्हीं पर संशय बना है कि वे मतदान कर पाएंगे या नहीं। पूर्व गृहमंत्री के बेटे सदस्यता सूची में इस नई सदस्यता सूची में पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा के बेटे धवल कांडा भी शामिल है। नई सदस्यता सूची में शामिल नए मेंबर की ओर से ही स्टेट रजिस्ट्रार को याचिका दायर की थी और मतदान का अधिकारी देने की मांग की थी। इसी पर यह फैसला सुनाया गया है। अगर नए मेंबर को वोट डालने का अधिकार मिलता है, तो चुनाव में भी रोचकता बन सकती है। किसी भी पदाधिकारी को चुनने में इनकी अहम भूमिका हो सकती है। चुनावी प्रक्रिया दोबारा से शुरू होगी तत्कालीन पदाधिकारियों के अनुसार, इस तरह चुनाव पर रोक लगने से चुनावी प्रक्रिया दोबारा से शुरू होगी और उम्मीदवारों को नामांकन दोबारा करना होगा। इसके लिए नया शेड्यूल जारी होगा। ऐसे में एक माह तक का समय लग सकता है। चुनाव होने में उम्मीदवारों व मेंबरों को एक माह तक इंतजार करना पड़ेगा। नियमों के अनुसार किया जाए फैसला तत्कालीन पदाधिकारी ने कहा कि नए मेंबरों से कोई दिक्कत नहीं है। अच्छी बात है कि कार्यकारिणी में नए मेंबर जुड़ रहे हैं। ये अपील है कि नियमों के अनुसार ही फैसला किया जाए, ताकि कोई सवाल न उठाए। अगर नियमों में नए मेंबरों को चुनाव में भाग लेने का अधिकार दिया जा सकता है, तो दिया जाए। जब नियमों के तहत नए मेंबर नहीं बनाए, तो आपत्ति जताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। ईवीएम रिहर्सल की चल रही थी तैयारियां यह क्लब का चुनाव बुधवार को ईवीएम से होना था। इसके लिए मंगलवार तक रिहर्सल की तैयारियां चल रही थी। अचानक जैसे ही यह फैसला आया, तो सभी हैरान रह गए। सिरसा क्लब के करीब 950 सदस्य है। कार्यकारिणी का कार्यकाल 9 अक्टूबर को पूरा हो चुका है, डीसी क्लब के प्रशासक है। आरोप है कि सचिव क्लब पर जबरन हक जता रहे हैं और खुद ही चुनाव करवा रहे हैं। जिला रजिस्ट्रार ने 25 की सदस्यता रद्द कर दी, जिससे 950 ही वोट डाल पाएंगे।

Dec 10, 2025 - 11:36
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सिरसा में क्लब चुनाव टला, उम्मीदवारों को झटका:स्टेट रजिस्ट्रार ने मांगी दुरुस्त रिपोर्ट, नई सदस्यता सूची में धवल कांडा
सिरसा जिले में क्लब के चुनाव पर रोक लगाए जाने से उम्मीदवारों को गहरा झटका लगा है। सभी उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे और तैयारी में जुटे थे। 10 दिसंबर यानी आज यह चुनाव होना था, पर टल गया। अब स्टेट रजिस्ट्रार मामले पर 15 दिन में अपना फैसला सुनाएंगे। स्टेट रजिस्ट्रार ने जिला रजिस्ट्रार से सदस्यता सूची दुरुस्त करने एवं जांच रिपोर्ट मांगी है। खासकर, जो नए सदस्य बनाए थे, उन्हीं पर संशय बना है कि वे मतदान कर पाएंगे या नहीं। पूर्व गृहमंत्री के बेटे सदस्यता सूची में इस नई सदस्यता सूची में पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा के बेटे धवल कांडा भी शामिल है। नई सदस्यता सूची में शामिल नए मेंबर की ओर से ही स्टेट रजिस्ट्रार को याचिका दायर की थी और मतदान का अधिकारी देने की मांग की थी। इसी पर यह फैसला सुनाया गया है। अगर नए मेंबर को वोट डालने का अधिकार मिलता है, तो चुनाव में भी रोचकता बन सकती है। किसी भी पदाधिकारी को चुनने में इनकी अहम भूमिका हो सकती है। चुनावी प्रक्रिया दोबारा से शुरू होगी तत्कालीन पदाधिकारियों के अनुसार, इस तरह चुनाव पर रोक लगने से चुनावी प्रक्रिया दोबारा से शुरू होगी और उम्मीदवारों को नामांकन दोबारा करना होगा। इसके लिए नया शेड्यूल जारी होगा। ऐसे में एक माह तक का समय लग सकता है। चुनाव होने में उम्मीदवारों व मेंबरों को एक माह तक इंतजार करना पड़ेगा। नियमों के अनुसार किया जाए फैसला तत्कालीन पदाधिकारी ने कहा कि नए मेंबरों से कोई दिक्कत नहीं है। अच्छी बात है कि कार्यकारिणी में नए मेंबर जुड़ रहे हैं। ये अपील है कि नियमों के अनुसार ही फैसला किया जाए, ताकि कोई सवाल न उठाए। अगर नियमों में नए मेंबरों को चुनाव में भाग लेने का अधिकार दिया जा सकता है, तो दिया जाए। जब नियमों के तहत नए मेंबर नहीं बनाए, तो आपत्ति जताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। ईवीएम रिहर्सल की चल रही थी तैयारियां यह क्लब का चुनाव बुधवार को ईवीएम से होना था। इसके लिए मंगलवार तक रिहर्सल की तैयारियां चल रही थी। अचानक जैसे ही यह फैसला आया, तो सभी हैरान रह गए। सिरसा क्लब के करीब 950 सदस्य है। कार्यकारिणी का कार्यकाल 9 अक्टूबर को पूरा हो चुका है, डीसी क्लब के प्रशासक है। आरोप है कि सचिव क्लब पर जबरन हक जता रहे हैं और खुद ही चुनाव करवा रहे हैं। जिला रजिस्ट्रार ने 25 की सदस्यता रद्द कर दी, जिससे 950 ही वोट डाल पाएंगे।