पाकिस्तान एक बार फिर से भीषण बम धमाके से दहल उठा है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक बाजार के पास जोरदार बम धमाका हुआ। इस धमाके में चार लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। आपको बता दें कि ये घटना 18 मई को बलूचिस्तान के किला अब्दुलला के जफार मार्केट के पास हुई। धमाके की वजह से कई दुकानों और इमारतों को काफी नुकसान हुआ है और आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई है। धमाके के बाद कुछ दुकाने गिर गई और कुछ दुकानों में आग भी लग गई है। किला अब्दुल्ला के डिप्टी कमीश्नर रियाज खान ने बताया कि धमाके में चार लोग मारे गए और 20 से ज्यादा घायल हैं।
जानकारी के अनुसार, इस भीषण विस्फोट में इलाके में खड़ी कई दुकानें और वाहन नष्ट हो गए और एफसी फोर्ट की दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। स्थानीय लोगों ने बताया कि बाजार में कई दुकानों में आग भी लग गई। सूत्रों ने बताया कि हमले का निशाना एक आदिवासी सरदार फैजुल्लाह ग़बीज़ई भी था, जो सरकार समर्थक नेता था। जिस वक्त कार बम विस्फोट के समय बाजार में मौजूद था। हालांकि, ग़बीज़ई सुरक्षित रहा, जबकि विस्फोट में उसका एक गार्ड मारा गया और अन्य घायल हो गए। किला अब्दुल्ला के डिप्टी कमिश्नर मुहम्मद रियाज दावर ने कहा कि जाहिर है, हमलावर वाणिज्यिक बाजार से सटे एफसी किले की पिछली दीवार को निशाना बनाना चाहते थे। बड़े विस्फोट के बाद, सुरक्षा बलों ने हमलावरों के साथ भारी गोलीबारी की।
उन्होंने कहा कि कार में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाया गया था और विस्फोट के लिए इसका इस्तेमाल किया गया था। ऐसा लगता है कि कार को रिमोट कंट्रोल से विस्फोट किया गया था। प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने एफसी फोर्ट पर हमले की जिम्मेदारी ली है और पुलिस घटना की जांच कर रही है, जबकि किला अब्दुल्ला और चमन के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। विश्लेषकों का कहना है कि प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के बीच स्पष्ट समन्वय है, जिन्होंने हाल के दिनों में अपने हमलों को तेज कर दिया है।