MCD उपचुनाव परिणाम से भड़की AAP, सांसद संजय सिंह ने CEC को कहा 'मुख्‍य चोर... '

Delhi MCD election results: दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों के उपचुनाव के नतीजों के बाद राजनीतिक घमासान मच गया है। महज तीन सीटें जीतने में सफल रही आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर वोट चोरी और नतीजों में हेरफेर का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी का ...

Dec 3, 2025 - 16:35
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MCD उपचुनाव परिणाम से भड़की AAP, सांसद संजय सिंह ने CEC को कहा 'मुख्‍य चोर... '


Delhi MCD election results: दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों के उपचुनाव के नतीजों के बाद राजनीतिक घमासान मच गया है। महज तीन सीटें जीतने में सफल रही आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर वोट चोरी और नतीजों में हेरफेर का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी का मुख्य गुस्सा अशोक विहार सीट के नतीजों को लेकर है, जहां 'आप' का दावा है कि पहले उनकी जीत घोषित की गई, लेकिन अचानक रिकाउंटिंग के बाद भाजपा को विजेता घोषित कर दिया गया।

 

संजय सिंह का भड़काऊ ट्वीट : 'आप' के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए देश के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार पर हमला किया। उन्होंने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज के ट्वीट को साझा करते हुए लिखा- BJP वोट चोर है मोदी उनका सरगना है। ज्ञानेश कुमार ‘मुख्य चोर आयुक्त’। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी संजय सिंह CEC पर हमलावर रहे हैं और उन्हें 'अज्ञानेश कुमार' कह चुके हैं।

 

भारद्वाज का आरोप : दिल्ली 'आप' अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने सीधे गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने ट्वीट किया- अशोक विहार सीट - आम आदमी पार्टी जीती, ये वेबसाइट पर रिजल्ट है, अब कह रहे हैं रिकाउंटिंग में भाजपा जीत गई। ऐसे कैसे हो सकता है? दिल्ली की पूर्व मुख्‍यमंत्री आतिशी ने इसे 'लोकतंत्र के साथ खिलवाड़' बताया। उन्होंने कहा कि अशोक विहार वार्ड में लोकतंत्र के साथ खिलवाड़? वेबसाइट पर साफ लिखा था, आम आदमी पार्टी जीती। लेकिन अब अचानक 'रिकाउंटिंग' के नाम पर नतीजे पलट दिए गए। भाजपा दिल्ली की जनता का जनादेश चुराने की हर कोशिश कर रही है।

भाजपा 12 में से 7 पर जीती : MCD के 12 वार्डों में हुए उपचुनाव में भाजपा ने सबसे अधिक 7 सीटें जीतीं, जबकि आम आदमी पार्टी को तीन सीटें मिलीं। कांग्रेस और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने भी एक-एक वार्ड पर जीत दर्ज की। यह उपचुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण थे क्योंकि इस साल फरवरी में दिल्ली में सत्ता में आने के बाद यह उनकी पहली बड़ी चुनावी लड़ाई थी। 30 नवंबर को जिन 12 वार्डों पर मतदान हुआ था, उनमें से नौ पर पहले भाजपा और तीन पर आप का कब्जा था। 

Edited by: Vrijendra Singh Jhala