वर्तमान समय में भी ज्योतिष शास्त्र का बेहद ही ज्यादा महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के जरिए भी देश-दुनिया में क्या होने वाला है, इसका अनुमान लगाया जा सकता है। प्रभासाक्षी ने भी अपने खास कार्यक्रम समय चक्र में जाने-माने एस्ट्रोलॉजर रोहिताश्व त्रिवेदी को इस बार आमंत्रित किया। हमने अपने कार्यक्रम में रोहिताश्व त्रिवेदी से यह जानने की कोशिश की कि आखिर आने वाला समय देश-दुनिया के लिए कैसा रहने वाला है? ऑपरेशन सिंदूर का क्या असर होने वाला है? हमने भारत को लेकर भी रोहिताश्व त्रिवेदी से कुछ सवाल किए जिसका जवाब उन्होंने ज्योतिष शास्त्र के अनुरूप दिया।
क्या आगे भी पाकिस्तान भारत के खिलाफ नापाक हरकते करता रहेगा?
- यह समय युद्ध का है। भारत युद्ध करना नहीं चाहता था। लेकिन भारत पर युद्ध थोप दिया गया। हमने पाकिस्तान को जो प्रति उत्तर दिया उससे साफ तौर पर पता चलता है कि हमारी तैयारी अच्छी थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हम सैन्य दंड हम देते रहेंगे। पाकिस्तान जहरीला सांप है। हमने उसकी पुंछ तोड़ी है। यह मई के अंतिम सप्ताह में कुछ शरारत कर सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अगर कोई नापाक हरकत करता है तो अब उसकी कमर तोड़ी जाएगी।
क्या पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक्शन जारी रहेगा?
- यह अभी शुरुआत थी। यह सीजन 1 का एपिसोड वन था। यह सीजन खत्म होगा मार्च अप्रैल 2026 में। 2026 आते-आते पाकिस्तान कमजोर होता जाएगा। हम उसके ऊपर सैन्य ताकत से कंट्रोल कर सकते हैं। हम पूर्ण समाधान की ओर बढ़ रहे हैं। 2027 आते-आते हमारे मानचित्र में बदल सकते हैं।
जम्मू-कश्मिर में शांति कब आएगी? अमरनाथ यात्रा सुचारू रहेगा?
- अमरनाथ यात्रा के समय में भी मजहबी हिंसा और आतंकवादी हिंसा की संभावना बनी रहेगी। जम्मू कश्मीर में शांति पाकिस्तान की समाप्ति के बाद ही आएगी।
बलूचिस्तान पाकिस्तान से अलग होगा? कब?
- बलूचिस्तान की स्वतंत्रता संग्राम उग्र होगा और निकट भविष्य में बलूचिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम में मित्र सेना हस्तक्षेप कर सकती है।
अक्साई चीन/पीओके भारत का हिसा बनेंगे? कब?
- हम युद्ध अपना क्षेत्रफल बड़ा करने के लिए नहीं कर रहे हैं। यह हमारा क्षेत्र है लेकिन हमारे अधिकार में नहीं है। हम पूर्ण समाधान की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में भविष्य में कुछ भी हो सकता है।
चीन और बांग्लादेश से भारत के संबंध कैसे रहेंगे?
- बांग्लादेश को लेकर अब तक हमारी पॉलिसी कुछ और थी लेकिन आगे पॉलिसी कुछ और होने वाली है। आने वाले भविष्य में बांग्लादेश में अगर मजहबी हिंसा होती है तो भारतीय सेना इसका जवाब देगी। चीच के साथ तनाव और बढ़ सकता है।
पीएम मोदी का भविष्य?
- महाकुंभ के समापन के बाद हम युद्ध काल में प्रवेश कर चुके हैं। मोदी के मन में देशवासियों का बल है। आने वाले दिनों में असमंजस की स्थिति हो सकती है। मोदी जी को आर्य गुण धारण करके राष्ट्र नायक की तरह आगे बढ़ना होगा। जून-जुलाई में राजनीतिक अस्थिरता भी देखने को मिल सकती है। भाजपा सरकार पर संकट आ सकती है। ऐसे में मोदी जी को आर्य गुण को धारण करने होंगे।
अमेरिका के साथ भारत के रिश्ते?
- यह अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप की कूटनीति है। सितंबर अक्टूबर आते-आते डोनाल्ड ट्रंप पूरी तरीके से भारत के साथ होंगे। वह चीन के विस्तार को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
देश की राजनीति कैसी रहने वाली है?
- देश के राजनीति में फिलहाल स्थिरता देखने को मिलेगी। हालांकि जून-जुलाई में विपक्ष भारत सरकार के खिलाफ हावी हो सकता है। राहुल गांधी, अखिलेश यादव के उत्साह में वृद्धि देखने को मिलेगी।
भाजपा के लिए आगे के रास्ते, नया अध्यक्ष कब?
भाजपा के लिए आगे के रास्ते कठिन है। सरकार पर भी संकट के बादल आ सकते हैं। भाजपा के भविष्य में असमंजस की स्थिति है। भाजपा ने कई राजनीतिक गलतियां की हैं।
राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति क्या रहेगी?
- पाकिस्तान पूरा प्रयास करेगा कि भारत में मजहबी हिंसा कराई जाए। ऐसे में यह संकट बना हुआ है। राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति को मजबूत रखने की जरूरत होगी।
क्या प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी रहेगा? भारत को नुक्सान?
- प्राकृतिक में बदलाव का दौर जारी रहेगा। ऋतु चक्र पूरी तरीके से हिला हुआ है। बाढ़ का खतरा बना हुआ है। उपमहाद्वीप के ऊपर बड़े भूकंप का भी खतरा है। पिछले कुछ दिनों में सैन्य घमासान भी देखने को मिले और छोटे-छोटे भूकंप पर भी सामने आए।
पूर्वोत्तर और पूर्वी क्षेत्र की स्थिति कैसी रहने वाली है?
- पूर्वोत्तर में सेना के पराक्रम के कारण ही शांति रह पाएगी।
नेतन्याहू की कुंडली क्या कहती है?
- गाजा को लेकर नेतन्याहू का संकल्प अभी पूरा नहीं है। यह काम हो रहा है। इस बार गाजा की जनसंख्या को कहीं और शिफ्ट करना पड़ेगा। इसराइल और हमास के बीच युद्ध चलता रहेगा।
रूस-युक्रेन युद्ध में आगे क्या होगा? पुतिन की कुंडली क्या कहती है?
- रूस यूक्रेन के बीच भी जंग चलता रहेगा। रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर जो शांति का दौर था वह बीत चुका है। अब घमासान बढ़ सकता है। पुतिन जिस अभियान पर चल रहे हैं, वह उसे पूरा करेंगे।
अमेरिका और ट्रम्प?
- अमेरिका के लिए ट्रंप अभी बेहद ही फायदेमंद है। अमेरिका का वर्चस्व स्थापित करने की फिर से कोशिश कर रहे हैं।