अमेरिका ने अपने वीजा नियमों को और सख्त कर दिया है, खासकर छात्रों के लिए। अब F, M, और J कैटेगरी के वीजा के लिए अप्लाई करने वाले सभी छात्रों को पिछले पांच सालों में इस्तेमाल किए गए अपने सोशल मीडिया अकाउंट के नाम (हैंडल) बताने होंगे। साथ ही, इन अकाउंट्स को पब्लिक (सबके देखने लायक) भी करना होगा।
यह बदलाव क्यों?
अमेरिकी विदेश विभाग ने यह निर्देश इसलिए जारी किया है ताकि वीजा अधिकारी आवेदक की पहचान पक्की कर सकें और यह जांच सकें कि कहीं आवेदक अमेरिका के खिलाफ तो नहीं है, आतंकवाद का समर्थन तो नहीं करता, या उसमें यहूदी विरोधी भावना या किसी को परेशान करने वाली सामग्री तो नहीं है।
कब से लागू?
यह नई नीति 18 जून, 2025 को घोषित की गई थी। इसके बाद दुनियाभर के अमेरिकी दूतावासों को नए छात्र वीजा इंटरव्यू को तब तक रोकने का निर्देश दिया गया, जब तक ये नए सोशल मीडिया जांच नियम लागू नहीं हो जाते। लगभग 25 जून तक, वीजा के लिए पहली बार आवेदन करने वाले या उसे रिन्यू कराने वाले सभी आवेदकों को इन नियमों का पालन करना होगा।
किन प्लेटफॉर्म्स की जानकारी देनी होगी?
आवेदकों को DS-160 फॉर्म (या अप्रवासी वीजा के लिए DS-260) भरते समय लगभग 20 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में से चुनना होगा। इनमें Facebook, X (पहले Twitter), Instagram, YouTube, LinkedIn, Reddit, TikTok, Snapchat, Pinterest, Tumblr, Weibo, Douban जैसे प्लेटफॉर्म शामिल हैं। आपको पिछले पांच सालों में इस्तेमाल किए गए सभी यूजरनेम या हैंडल देने होंगे।
क्या-क्या देखा जाएगा?
वीजा अधिकारी इन अकाउंट्स पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सभी गतिविधियों की जांच करेंगे। वे यह भी देखेंगे कि आपकी ऑनलाइन मौजूदगी कैसी है। अधिकारी खासकर इन चीजों पर ध्यान देंगे:
1) अमेरिकी नागरिकों, संस्कृति, सरकार या उसके मूल विचारों के प्रति दुश्मनी के संकेत।
2) हमास जैसे आतंकवादी समूहों का समर्थन या वकालत।
3) गैरकानूनी यहूदी विरोधी उत्पीडन या हिंसा।
4) ऐसा कोई भी व्यवहार जिससे लगे कि आप भरोसेमंद नहीं हैं या वीजा नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं।
5) अगर उन्हें कुछ भी चिंताजनक मिलता है, तो वे उसका स्क्रीनशॉट लेंगे और पूरी जानकारी दर्ज करेंगे।
अगर आप नियमों का पालन नहीं करते तो क्या होगा?
अगर आप अपने सोशल मीडिया हैंडल की जानकारी नहीं देते, उन्हें पब्लिक नहीं करते, या अकाउंट बंद कर देते हैं/प्राइवेट रखते हैं, तो इसे टालमटोल माना जाएगा। इससे आपकी विश्वसनीयता पर सवाल उठेगा और आपका वीजा आवेदन खारिज हो सकता है, या भविष्य में आपको वीजा के लिए अयोग्य भी ठहराया जा सकता है।
छात्रों को अब क्या करना चाहिए?
1) पिछले पांच सालों में आपने जिन सोशल मीडिया अकाउंट्स का इस्तेमाल किया है, उन सभी के यूजरनेम की लिस्ट बनाएं।
2) उन अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग को 'पब्लिक' पर अपडेट करें।
3) वीजा आवेदन करने से ठीक पहले अपनी सामग्री को डिलीट करने या सेटिंग्स को अचानक बदलने से बचें, क्योंकि इससे संदेह पैदा हो सकता है।
4) अपनी पुरानी पोस्ट्स को ध्यान से देखें और अगर कुछ भी ऐसा है जिसे अमेरिका के खिलाफ या अतिवादी माना जा सकता है, तो उसे हटा दें या आर्काइव कर दें।
अमेरिका में दस लाख से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय छात्र हैं, और हर साल भारत से हजारों छात्र आवेदन करते हैं। इन नए नियमों से छात्रों पर बडा असर पडने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि छात्रों को अब अपने डिजिटल पदचिह्नों के बारे में बहुत सावधान रहना चाहिए और वीजा आवेदन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता दिखानी चाहिए।