सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जून से मिलेंगी सुविधाएं:353 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति की जगह 10 ही नियुक्त, आधुनिक मशीनें भी इंस्टॉल नहीं
भागलपुर के बरारी रोड स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का मंगलवार को अधीक्षक अभिलेश कुमार निरीक्षण किया। बताया कि यह अस्पताल भागलपुर वासियों के लिए वरदान है जबकि इसे पूर्ण रूप से चालू करने के लिए कवायद की जा रही है। अस्पताल प्रबंधन सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को जल्द से जल्द पूरा कर स्वास्थ्य सेवा शुरू करने के लिए तत्पर है। हालांकि कुछ आधुनिक उपकरण नहीं होने के कारण इसकी शुरुआत अब तक नहीं हो पाई है। जून में इसे सुचारू रूप से चालू करने की बात कही गई है। उपाधीक्षक डॉक्टर रमेश कुमार ने बताया कि 2018 में अस्पताल की स्वीकृति मिल गई थी, लेकिन 2020 में कोरोना काल के कारण विलंब हुआ, जबकि अस्पताल बनने के बाद तमाम उपकरण की बारीकी से जांच की गई। फाइनल असेसमेंट के बाद ही मशीनों का इंस्टॉलेशन किया गया। हालांकि कुछ उपकरण नहीं है जिसे जल्द ही मंगवा लिया जाएगा। साथी यह भी कहा कि 353 डॉक्टरों की प्रति नियुक्ति की जानी थी, लेकिन अस्पताल में अब तक 10 डॉक्टर ही नियुक्त हो पाए हैं। बुनियादी सेवा अबतक अस्पताल में लोगों को नहीं मिल रही सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनकर तैयार है। केंद्र सरकार की ओर से इस बजट को 2018 में ही स्वीकृत किया गया था। तब स्वास्थ विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के ने 200 करोड़ की लागत से बने इस अस्पताल का उद्घाटन भी किया था। अस्पताल बनने के दौरान विलंब को लेकर सवाल भी उठे, हालांकि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से इसको जल्द पूरा करने का अल्टीमेटम भी कई बार जारी किया गया था। अस्पताल का काम पूरा नहीं होने पर कार्रवाई भी की गई थी। सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पूरी तरह से बनकर तैयार तो हो गया, लेकिन बुनियादी सेवा अबतक अस्पताल में लोगों को नहीं मिल पा रही है।
