सभी दलों के प्रतिनिधियों को दुनिया भर में भेजने की नौबत क्यों आई? आदित्य ठाकरे ने पहलगाम अटैक को लेकर सरकार से पूछे सवाल

शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारी भूमिका पहले दिन से ही स्पष्ट है... पहले दिन से विपक्ष के सारे दलों ने एक सुर में कहा था कि हम प्रधानमंत्री के साथ हैं क्योंकि हमें पाकिस्तान को दिखाना है कि हमारी ताकत क्या है और आतंक के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे और एक साथ रहेंगे लेकिन कहीं न कहीं उन्होंने(भाजपा) राजनीति शुरू की है... राजनीति ना करते हुए सभी दलों को साथ रखना चाहिए।  विदेश मंत्री को बताना चाहिए कि क्यों ऐसी नौबत आई कि आज सभी दलों के प्रतिनिधियों को दुनिया भर में भेजना पड़ रहा है? कोई भी इस बारे में बात नहीं कर रहा है कि पहलगाम में आतंकवादी आए कैसे?इसे भी पढ़ें: गलत साबित होने पर CM पद से इस्तीफा दे दूंगा, गौरव गोगोई की पाकिस्तान यात्रा वाले दावे पर बोले हिमंत बिस्व सरमाकेंद्र ने रविवार को सात प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों के नामों की घोषणा की, जिनमें विभिन्न दलों के राजनीतिक नेता, सांसद और पूर्व मंत्री शामिल होंगे, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में आतंकवाद से निपटने के भारत के संकल्प को सामने रखने के लिए विश्व की राजधानियों की यात्रा करेंगे। प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व बैजयंत पांडा, रविशंकर प्रसाद (दोनों भाजपा), संजय कुमार झा (जदयू), श्रीकांत शिंदे (शिवसेना), शशि थरूर (कांग्रेस), कनिमोई (द्रमुक) और सुप्रिया सुले (राकांपा-एसपी) कर रहे हैं। वे कुल 32 देशों तथा बेल्जियम के ब्रसेल्स में स्थित यूरोपीय संघ के मुख्यालय का दौरा करेंगे। इसे भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर, सैन्य तनाव से लेकर सीजफायर तक...विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संसदीय समिति को दी हर जानकारीविदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद हुए भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष पर सोमवार को एक संसदीय समिति को जानकारी दी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता में विदेश मामलों पर संसद की स्थायी समिति की बैठक में तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, कांग्रेस के राजीव शुक्ला और दीपेंद्र हुड्डा, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अपराजिता सारंगी एवं अरुण गोविल आदि ने भाग लिया।  

May 19, 2025 - 20:33
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सभी दलों के प्रतिनिधियों को दुनिया भर में भेजने की नौबत क्यों आई? आदित्य ठाकरे ने पहलगाम अटैक को लेकर सरकार से पूछे सवाल
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारी भूमिका पहले दिन से ही स्पष्ट है... पहले दिन से विपक्ष के सारे दलों ने एक सुर में कहा था कि हम प्रधानमंत्री के साथ हैं क्योंकि हमें पाकिस्तान को दिखाना है कि हमारी ताकत क्या है और आतंक के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे और एक साथ रहेंगे लेकिन कहीं न कहीं उन्होंने(भाजपा) राजनीति शुरू की है... राजनीति ना करते हुए सभी दलों को साथ रखना चाहिए।  विदेश मंत्री को बताना चाहिए कि क्यों ऐसी नौबत आई कि आज सभी दलों के प्रतिनिधियों को दुनिया भर में भेजना पड़ रहा है? कोई भी इस बारे में बात नहीं कर रहा है कि पहलगाम में आतंकवादी आए कैसे?

इसे भी पढ़ें: गलत साबित होने पर CM पद से इस्तीफा दे दूंगा, गौरव गोगोई की पाकिस्तान यात्रा वाले दावे पर बोले हिमंत बिस्व सरमा

केंद्र ने रविवार को सात प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों के नामों की घोषणा की, जिनमें विभिन्न दलों के राजनीतिक नेता, सांसद और पूर्व मंत्री शामिल होंगे, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में आतंकवाद से निपटने के भारत के संकल्प को सामने रखने के लिए विश्व की राजधानियों की यात्रा करेंगे। प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व बैजयंत पांडा, रविशंकर प्रसाद (दोनों भाजपा), संजय कुमार झा (जदयू), श्रीकांत शिंदे (शिवसेना), शशि थरूर (कांग्रेस), कनिमोई (द्रमुक) और सुप्रिया सुले (राकांपा-एसपी) कर रहे हैं। वे कुल 32 देशों तथा बेल्जियम के ब्रसेल्स में स्थित यूरोपीय संघ के मुख्यालय का दौरा करेंगे। 

इसे भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर, सैन्य तनाव से लेकर सीजफायर तक...विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संसदीय समिति को दी हर जानकारी

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद हुए भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष पर सोमवार को एक संसदीय समिति को जानकारी दी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता में विदेश मामलों पर संसद की स्थायी समिति की बैठक में तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, कांग्रेस के राजीव शुक्ला और दीपेंद्र हुड्डा, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अपराजिता सारंगी एवं अरुण गोविल आदि ने भाग लिया।