बिहार शरीफ से झारखंड के लिए चलेगी सरकारी बस:रांची और बोकारो रूट पर चार नई बसों का होगा संचालन; किराया और शेड्यूल जारी
झारखंड के लिए सरकारी बस सेवा अब एक बार फिर शुरू होने जा रही है। बिहारशरीफ सरकारी बस स्टैंड से रांची और बोकारो के लिए चार बसों का संचालन शुरू होगा। इस ऐतिहासिक फैसले से न केवल यात्रियों की दशकों पुरानी मांग पूरी होगी, बल्कि दोनों राज्यों के बीच परिवहन संपर्क भी मजबूत होगा। झारखंड विभाजन के बाद से ठप थी सेवा झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद से नालंदा जिले से सरकारी बस सेवा लगभग ठप हो चुकी थी। पिछले तीन दशकों से बिहारशरीफ के यात्री रांची और बोकारो के लिए निजी वाहनों पर निर्भर रहने को मजबूर थे। अब इस समस्या का स्थायी समाधान मिलने की उम्मीद जगी है। बिहारशरीफ सरकारी डिपो को इस नई सेवा के लिए चार बसें आवंटित की गई है। इनमें 2 डीलक्स बसें और दो सामान्य बसें शामिल है। रांची में पथ परिवहन विभाग को इस रूट पर बसों के संचालन के लिए पत्र भेजा जा चुका है। अंतिम चरण में परमिट की प्रक्रिया डिपो प्रबंधक राज प्रकाश सिंह ने बताया कि बिहार सरकार से परमिट की अनुमति मिल चुकी है। रांची के पथ परिवहन विभाग से अनुमति की प्रतीक्षा है। वहां से स्वीकृति मिलते ही रांची और बोकारो के लिए दो-दो बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। किफायती किराया और आधुनिक सुविधाएं नई डीलक्स बसों में यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। 40 यात्रियों की क्षमता वाली इन बसों में हर सीट के पास चार्जिंग पॉइंट की सुविधा उपलब्ध है। बोकारो के लिए बस शाम 7 बजे खुलेगी। किराया 370 रुपए होगा। रांची के लिए शाम 8 बजे बस रवाना होगी। किराया 348 रुपए निर्धारित किया गया है। सुविधाओं का किया जा रहा विस्तार फिलहाल बिहारशरीफ डिपो से पटना के लिए 40 बसों का संचालन हो रहा है। इसके अलावा जमुई, बाढ़, मुंगेर, नवादा समेत अन्य जिलों के लिए भी बसें खुलती हैं। स्थानीय दामोदर मिस्त्री, धनंजय देव समेत अन्य यात्रियों ने इस फैसले पर खुशी जताई है। यात्रियों का कहना है कि एसी बसें न केवल आरामदायक होती है, बल्कि लंबी यात्रा में भी राहत प्रदान करती हैं। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि भविष्य में इस रूट पर एसी बसों का भी संचालन किया जाए। डिपो की बुनियादी सुविधाओं में सुधार की मांग यात्रियों ने बिहारशरीफ सरकारी बस डिपो पर बुनियादी सुविधाओं के सुधार की भी मांग की है। उनका कहना है कि पानी, शौचालय, यात्री शेड, प्रतीक्षालय और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना जरूरी है। वर्तमान में बस पकड़ने के लिए खुले आसमान के नीचे भीषण गर्मी, बारिश या ठंड में इंतजार करना पड़ता है।
झारखंड के लिए सरकारी बस सेवा अब एक बार फिर शुरू होने जा रही है। बिहारशरीफ सरकारी बस स्टैंड से रांची और बोकारो के लिए चार बसों का संचालन शुरू होगा। इस ऐतिहासिक फैसले से न केवल यात्रियों की दशकों पुरानी मांग पूरी होगी, बल्कि दोनों राज्यों के बीच परिवहन संपर्क भी मजबूत होगा। झारखंड विभाजन के बाद से ठप थी सेवा झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद से नालंदा जिले से सरकारी बस सेवा लगभग ठप हो चुकी थी। पिछले तीन दशकों से बिहारशरीफ के यात्री रांची और बोकारो के लिए निजी वाहनों पर निर्भर रहने को मजबूर थे। अब इस समस्या का स्थायी समाधान मिलने की उम्मीद जगी है। बिहारशरीफ सरकारी डिपो को इस नई सेवा के लिए चार बसें आवंटित की गई है। इनमें 2 डीलक्स बसें और दो सामान्य बसें शामिल है। रांची में पथ परिवहन विभाग को इस रूट पर बसों के संचालन के लिए पत्र भेजा जा चुका है। अंतिम चरण में परमिट की प्रक्रिया डिपो प्रबंधक राज प्रकाश सिंह ने बताया कि बिहार सरकार से परमिट की अनुमति मिल चुकी है। रांची के पथ परिवहन विभाग से अनुमति की प्रतीक्षा है। वहां से स्वीकृति मिलते ही रांची और बोकारो के लिए दो-दो बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। किफायती किराया और आधुनिक सुविधाएं नई डीलक्स बसों में यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। 40 यात्रियों की क्षमता वाली इन बसों में हर सीट के पास चार्जिंग पॉइंट की सुविधा उपलब्ध है। बोकारो के लिए बस शाम 7 बजे खुलेगी। किराया 370 रुपए होगा। रांची के लिए शाम 8 बजे बस रवाना होगी। किराया 348 रुपए निर्धारित किया गया है। सुविधाओं का किया जा रहा विस्तार फिलहाल बिहारशरीफ डिपो से पटना के लिए 40 बसों का संचालन हो रहा है। इसके अलावा जमुई, बाढ़, मुंगेर, नवादा समेत अन्य जिलों के लिए भी बसें खुलती हैं। स्थानीय दामोदर मिस्त्री, धनंजय देव समेत अन्य यात्रियों ने इस फैसले पर खुशी जताई है। यात्रियों का कहना है कि एसी बसें न केवल आरामदायक होती है, बल्कि लंबी यात्रा में भी राहत प्रदान करती हैं। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि भविष्य में इस रूट पर एसी बसों का भी संचालन किया जाए। डिपो की बुनियादी सुविधाओं में सुधार की मांग यात्रियों ने बिहारशरीफ सरकारी बस डिपो पर बुनियादी सुविधाओं के सुधार की भी मांग की है। उनका कहना है कि पानी, शौचालय, यात्री शेड, प्रतीक्षालय और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना जरूरी है। वर्तमान में बस पकड़ने के लिए खुले आसमान के नीचे भीषण गर्मी, बारिश या ठंड में इंतजार करना पड़ता है।