समस्तीपुर में घना कुहासा, विजिबिलिटी 50 मीटर:जयनगर उधना स्पेशल ट्रेन 11 घंटे लेट, सुबह 9 बजे तक गाड़ी की लाइट जला कर सफर
समस्तीपुर और आसपास के इलाके में दो दिनों से लगातार घना कुहासा छा रहा है। दिन के 9:00 बजे तक कुहासा के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर की रही। जिसे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग दिन के 9 बजे तक वाहनों का हेडलाइट जला कर चल रहे थे। उधर कुहासे के कारण ट्रेनों की स्पीड पर भी ब्रेक लगी है। कई महत्वपूर्ण ट्रेन लेट चल रही है। जिससे यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। जयनगर से उधना के बीच चलने वाली 09030 स्पेशल ट्रेन करीब 11 घंटा लेट समस्तीपुर पहुंची। इसके अलावा 04651 जयनगर अमृतसर एक्सप्रेस भी करीब 8 घंटे लेट से समस्तीपुर से अमृतसर के लिए रवाना हुई। इसके साथ ही एक 2565 डाउन बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस करीब 40 मिनट लेट से चल रही है। गाड़ी संख्या 12562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस भी करीब एक घंटा विलंब से चल रही है। 2 से 3 डिग्री तक गिरेगा रात का तापमान डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग की ओर से 14 दिसंबर तक के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है। जिसमें बतलाया गया है कि इस अवधि में उत्तर बिहार के जिले में मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है। सुबह में घना कोहरा छाएगा । इस अवधि में पछिया हवा चलने की संभावना है, जिसे रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी। इस दौरान सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से लेकर 95% और दोपहर में 40 से 45% रहने की संभावना है। जिसे कनकनी बढ़ेगी। इस अवधि में अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। किसानों के लिए जारी की गई एडवाइजरी मौसम विभाग की ओर से जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार गेहूं की फसल जो 21 से 25 दिनों की हो गई है। उनमें हल्की सिंचाई करें। सिंचाई के बाद 1 दिनों बाद प्रति हेक्टेयर 30 किलोग्राम नेत्रजन उर्वरक का उपयोग करें। गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण की सबसे उपयुक्त अवस्था बोआई के 30 से 35 दिनों बाद होती है। गेहूं में उगने वाले सभी प्रकार के खरपतवार के नियंत्रण के लिए पहली सिंचाई के बाद छिड़काव करें। चना की बुआई अति शीघ्र संपन्न करने का प्रयास करें। आलू की फसल में निकोनी करें। पिछात गोभी सब्जियों में गोभी की तितली पत्ती खाने वाले कीट से निगरानी करें। प्याज के 50 से 55 दिनों के तैयार पौधे की रोपाई करें । टमाटर की फसल में फल छेदक कीट की निगरानी करें बैगन की फसल को ताना और फल छेदक कीट से बचने के लिए ग्रसित तना व फलों को इकट्ठा कर नष्ट कर दें ।ज्ञलहसुन की फसल में निकाय गुनाई करें। कम अवधि के अंतराल में नियमित रूप से सिंचाई करें। इसके साथ ही मौसम विभाग ने पशुओं को रात में खुले स्थान पर नहीं रखने की सलाह दी है। बिछावन के लिए सूखी घास या घर का उपयोग करें दुधारू पशुओं को हर चारा व सुखा चारे के मिश्रण के साथ नियमित रूप से दाने और कैल्शियम खिलाएं।
Dec 10, 2025 - 11:37
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समस्तीपुर और आसपास के इलाके में दो दिनों से लगातार घना कुहासा छा रहा है। दिन के 9:00 बजे तक कुहासा के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर की रही। जिसे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग दिन के 9 बजे तक वाहनों का हेडलाइट जला कर चल रहे थे। उधर कुहासे के कारण ट्रेनों की स्पीड पर भी ब्रेक लगी है। कई महत्वपूर्ण ट्रेन लेट चल रही है। जिससे यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। जयनगर से उधना के बीच चलने वाली 09030 स्पेशल ट्रेन करीब 11 घंटा लेट समस्तीपुर पहुंची। इसके अलावा 04651 जयनगर अमृतसर एक्सप्रेस भी करीब 8 घंटे लेट से समस्तीपुर से अमृतसर के लिए रवाना हुई। इसके साथ ही एक 2565 डाउन बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस करीब 40 मिनट लेट से चल रही है। गाड़ी संख्या 12562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस भी करीब एक घंटा विलंब से चल रही है। 2 से 3 डिग्री तक गिरेगा रात का तापमान डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग की ओर से 14 दिसंबर तक के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है। जिसमें बतलाया गया है कि इस अवधि में उत्तर बिहार के जिले में मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है। सुबह में घना कोहरा छाएगा । इस अवधि में पछिया हवा चलने की संभावना है, जिसे रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी। इस दौरान सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से लेकर 95% और दोपहर में 40 से 45% रहने की संभावना है। जिसे कनकनी बढ़ेगी। इस अवधि में अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। किसानों के लिए जारी की गई एडवाइजरी मौसम विभाग की ओर से जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार गेहूं की फसल जो 21 से 25 दिनों की हो गई है। उनमें हल्की सिंचाई करें। सिंचाई के बाद 1 दिनों बाद प्रति हेक्टेयर 30 किलोग्राम नेत्रजन उर्वरक का उपयोग करें। गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण की सबसे उपयुक्त अवस्था बोआई के 30 से 35 दिनों बाद होती है। गेहूं में उगने वाले सभी प्रकार के खरपतवार के नियंत्रण के लिए पहली सिंचाई के बाद छिड़काव करें। चना की बुआई अति शीघ्र संपन्न करने का प्रयास करें। आलू की फसल में निकोनी करें। पिछात गोभी सब्जियों में गोभी की तितली पत्ती खाने वाले कीट से निगरानी करें। प्याज के 50 से 55 दिनों के तैयार पौधे की रोपाई करें । टमाटर की फसल में फल छेदक कीट की निगरानी करें बैगन की फसल को ताना और फल छेदक कीट से बचने के लिए ग्रसित तना व फलों को इकट्ठा कर नष्ट कर दें ।ज्ञलहसुन की फसल में निकाय गुनाई करें। कम अवधि के अंतराल में नियमित रूप से सिंचाई करें। इसके साथ ही मौसम विभाग ने पशुओं को रात में खुले स्थान पर नहीं रखने की सलाह दी है। बिछावन के लिए सूखी घास या घर का उपयोग करें दुधारू पशुओं को हर चारा व सुखा चारे के मिश्रण के साथ नियमित रूप से दाने और कैल्शियम खिलाएं।
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