मुनीम की हत्या का 24 घंटे बाद भी सुराग नहीं:गोंडा में पांच पुलिस टीमों की जांच जारी, धारदार हथियार से की गई हत्या

गोंडा जिले के छपिया थाना क्षेत्र में 40 वर्षीय मुनीम राम सजीवन वर्मा की हत्या को 24 घंटे गुजर चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। बृहस्पतिवार रात हुई इस सनसनीखेज वारदात के पीछे का कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस की पांच टीमें मामले की तहकीकात में लगातार जुटी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका।अयोध्या में करवाए गए पोस्टमॉर्टम में यह सामने आया है कि राम सजीवन की हत्या धारदार हथियार से किए गए हमले के कारण हुई। इसी आधार पर पुलिस जांच की दिशा तय कर रही है। मोबाइल कॉल डिटेल से नहीं मिला सुराग पुलिस ने मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली, लेकिन इससे भी हत्या की वजह का पता नहीं चल सका। पुलिस टीमों ने मृतक के मामा काशीराम वर्मा के ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों से भी पूछताछ की, पर यहां से भी कोई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल नहीं हुई। अज्ञात हमलावरों के खिलाफ FIR मृतक के मामा काशीराम वर्मा ने छपिया थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर के मुताबिक, बृहस्पतिवार रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने राम सजीवन वर्मा पर धारदार हथियार से हमला किया था, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पांच पुलिस टीमों को जिम्मेदारी छपिया थाना अध्यक्ष प्रबोध कुमार ने बताया कि पुलिस की टीमें लगातार जांच कर रही हैं और जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। वहीं पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि हत्या के कारणों और आरोपियों की पहचान को लेकर पांच पुलिस टीमों को अलग-अलग बिंदुओं पर काम सौंपा गया है। मामले में सर्विलांस टीम और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है।

Dec 5, 2025 - 11:32
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मुनीम की हत्या का 24 घंटे बाद भी सुराग नहीं:गोंडा में पांच पुलिस टीमों की जांच जारी, धारदार हथियार से की गई हत्या
गोंडा जिले के छपिया थाना क्षेत्र में 40 वर्षीय मुनीम राम सजीवन वर्मा की हत्या को 24 घंटे गुजर चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। बृहस्पतिवार रात हुई इस सनसनीखेज वारदात के पीछे का कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस की पांच टीमें मामले की तहकीकात में लगातार जुटी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका।अयोध्या में करवाए गए पोस्टमॉर्टम में यह सामने आया है कि राम सजीवन की हत्या धारदार हथियार से किए गए हमले के कारण हुई। इसी आधार पर पुलिस जांच की दिशा तय कर रही है। मोबाइल कॉल डिटेल से नहीं मिला सुराग पुलिस ने मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली, लेकिन इससे भी हत्या की वजह का पता नहीं चल सका। पुलिस टीमों ने मृतक के मामा काशीराम वर्मा के ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों से भी पूछताछ की, पर यहां से भी कोई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल नहीं हुई। अज्ञात हमलावरों के खिलाफ FIR मृतक के मामा काशीराम वर्मा ने छपिया थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर के मुताबिक, बृहस्पतिवार रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने राम सजीवन वर्मा पर धारदार हथियार से हमला किया था, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पांच पुलिस टीमों को जिम्मेदारी छपिया थाना अध्यक्ष प्रबोध कुमार ने बताया कि पुलिस की टीमें लगातार जांच कर रही हैं और जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। वहीं पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि हत्या के कारणों और आरोपियों की पहचान को लेकर पांच पुलिस टीमों को अलग-अलग बिंदुओं पर काम सौंपा गया है। मामले में सर्विलांस टीम और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है।