जहानाबाद में JDU प्रत्याशी का विरोध:चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी से लोगों ने मांगा 5 साल का हिसाब

जहानाबाद में NDA गठबंधन से JDU प्रत्याशी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को चुनाव प्रचार के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। यह घटना पोखमा गांव में हुई, जहां लोग उनसे उनके पिछले 5 साल के कार्यकाल का हिसाब मांग रहे थे। प्रत्याशी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी पोखमा गांव में वोट मांगने पहुंचे थे। कुछ युवकों ने उनसे सवाल किया कि जहानाबाद के सांसद रहते हुए उन्होंने कौन से काम किए। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में युवक पूर्व सांसद से उनके कार्यकाल का हिसाब मांगते दिख रहे हैं। युवकों को समझाते हुए नजर आ रहे JDU प्रत्याशी वीडियो में चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी युवकों को समझाते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं इस चुनाव प्रचार में अशोक चौधरी भी मौजूद थे। बाद में गांव के अन्य लोगों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया। लोकसभा चुनाव में भी हुआ था विरोध यह पहली बार नहीं है जब चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को विरोध का सामना करना पड़ा है। लोकसभा चुनाव में भी इसी तरह के विरोध के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यदि यह विरोध जारी रहता है, तो NDA प्रत्याशी के लिए चुनाव जीतना मुश्किल हो सकता है।

Oct 22, 2025 - 19:13
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जहानाबाद में JDU प्रत्याशी का विरोध:चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी से लोगों ने मांगा 5 साल का हिसाब
जहानाबाद में NDA गठबंधन से JDU प्रत्याशी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को चुनाव प्रचार के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। यह घटना पोखमा गांव में हुई, जहां लोग उनसे उनके पिछले 5 साल के कार्यकाल का हिसाब मांग रहे थे। प्रत्याशी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी पोखमा गांव में वोट मांगने पहुंचे थे। कुछ युवकों ने उनसे सवाल किया कि जहानाबाद के सांसद रहते हुए उन्होंने कौन से काम किए। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में युवक पूर्व सांसद से उनके कार्यकाल का हिसाब मांगते दिख रहे हैं। युवकों को समझाते हुए नजर आ रहे JDU प्रत्याशी वीडियो में चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी युवकों को समझाते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं इस चुनाव प्रचार में अशोक चौधरी भी मौजूद थे। बाद में गांव के अन्य लोगों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया। लोकसभा चुनाव में भी हुआ था विरोध यह पहली बार नहीं है जब चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को विरोध का सामना करना पड़ा है। लोकसभा चुनाव में भी इसी तरह के विरोध के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यदि यह विरोध जारी रहता है, तो NDA प्रत्याशी के लिए चुनाव जीतना मुश्किल हो सकता है।