Modi-Putin Meeting: यूक्रेन जंग पर चर्चा, भारत आने का दिया न्योता, पुतिन-मोदी के बीच वार्ता में आखिर क्या हुई बात, खुद ही देख लें आप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। चीन के तियानजिन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे हमेशा लगता है कि आपसे मिलना एक यादगार बैठक होती है। हमें कई विषयों पर जानकारी साझा करने का अवसर मिला है। हम लगातार संपर्क में रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच नियमित रूप से कई उच्च-स्तरीय बैठकें हुई हैं। 140 करोड़ भारतीय इस वर्ष दिसंबर में होने वाले हमारे 23वें शिखर सम्मेलन के लिए आपका बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। यह हमारी विशेष साझेदारी की गहराई और व्यापकता को दर्शाता है। इसे भी पढ़ें: मोदी के लिए जिनपिंग ने निकाली अपनी फेवरेट कार, रेड फ्लैग के नाम से मशहूरचीन के तियानजिन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे हमेशा लगता है कि आपसे मिलना एक यादगार बैठक होती है। हमें कई विषयों पर जानकारी साझा करने का अवसर मिला है। हम लगातार संपर्क में रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच नियमित रूप से कई उच्च-स्तरीय बैठकें हुई हैं। 140 करोड़ भारतीय इस वर्ष दिसंबर में होने वाले हमारे 23वें शिखर सम्मेलन के लिए आपका बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। यह हमारी विशेष साझेदारी की गहराई और व्यापकता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर लगातार चर्चा करते रहे हैं। हम शांति के लिए हाल के सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि सभी पक्ष रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे। संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने और स्थायी शांति स्थापित करने का रास्ता खोजना होगा। यह पूरी मानवता की पुकार है। इसे भी पढ़ें: डियर फ्रेंड मोदी...पुतिन बोले- आज की मीटिंग के बाद और गहरे होंगे हमारे रिश्तेराष्ट्रपति पुतिन ने दिसंबर 2025 के आगामी मील के पत्थर पर भी बात की, जो भारत-रूस संबंधों के विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक पहुँचने की 15वीं वर्षगांठ होगी। पुतिन ने आशा व्यक्त की कि यह वार्ता इस दीर्घकालिक संबंध को महत्वपूर्ण बढ़ावा देगी, जिसे उन्होंने"बहुआयामी और बहुत अच्छा बताया। उन्होंने दोहराया कि द्विपक्षीय संबंधों की स्थायी प्रकृति आपसी विश्वास और साझा लक्ष्यों पर आधारित है। अपने उद्घाटन भाषण में, राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों देशों के बीच एकजुटता पर ज़ोर देते हुए कहा, "हम अंतरराष्ट्रीय संगठनों में चाहे वह संयुक्त राष्ट्र हो या ब्रिक्स, अपनी आवाज़ एक साथ उठाते हैं। आज की यह बैठक हमारे साझा रास्ते को और मज़बूत करेगी। रूस और भारत के बीच एक विश्वसनीय साझेदारी है, और यह और भी मज़बूत हो रही है। यह किसी भी राजनीति से परे है; लोग इस रिश्ते का समर्थन करते हैं।" पुतिन की टिप्पणियों ने भारत-रूस संबंधों की स्थायी और जन-प्रेरित प्रकृति पर ज़ोर दिया, जो राजनीतिक हितों के दायरे से आगे भी विकसित हो रही है।Sharing my remarks during meeting with President Putin. https://t.co/PADOdRjsBs— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025

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Sharing my remarks during meeting with President Putin. https://t.co/PADOdRjsBs— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025