सिंधी समाज का सामूहिक विवाह समारोह:11 जोड़ों ने लिए सनातन और सिंधी रीति-रिवाज से फेरे
जयपुर में सिंधी समाज के अबुज सावे बन बंदड़ी पर भगवान झूलेलाल सेवा समिति द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। गुरुवार को सूर्यगढ़ स्थित लायंस पैराडाइस में ग्यारह जोड़ों ने नए जीवन की शुरुआत की। अग्रवाल फार्म के झूलेलाल मंदिर से जयपुर की सुन्दर बेंड की धुन पर बारात निकाली गई। दादा सुन्दर ठकुर के मार्गदर्शन में पल्लव प्रार्थना के साथ गणेश जी और भगवान झूलेलाल की पूजा की गई। महासचिव लालचंद खानवानी और वरिष्ठ समाजसेवी नारायण दास नाजवानी ने बारात को रवाना किया। सभी दूल्हे घोड़ियों पर सवार होकर निकले। मुख्य संयोजिका शोभा बसंतानी के नेतृत्व में बारातियों ने होजमालों और सिंधी संगीत पर जमकर नृत्य किया। पंडित धीरज शर्मा सहित 10 पंडितों ने सनातन पद्धति और सिंधी रीति-रिवाजों से विवाह संपन्न कराए। अमरापुरा दरबार के संत मोनू साई और मुकेश साध ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आईएएस पुष्पा सत्यानी थीं। अध्यक्षता शोभा बसंतानी ने की। द्रोपदी नाज़वानी, रेनू गुरनानी, रेखा मनकानी समेत कई गणमान्य महिलाएं मंच पर उपस्थित रहीं। समाज के भामाशाहों के सहयोग से मिले 108 उपहार मीडिया प्रभारी पियूष बच्चानी ने बताया कि समाज के भामाशाहों के सहयोग से इस बार 108 उपहार प्राप्त हुए हैं। साथ ही गुलाब धीरवानी, किशनचंद कुंदनानी, भगवान बच्चानी, कमल जयरामाणी, अशोक छाबड़ा, इंदर ज्ञानानी, मनोहर अलवानी, धनराज चंदानी, भगवान दास बब्बल, ललित जेसवानी, डॉ. ईश्वर दास तारानी, अर्जुन ढोलानी, किशन चंद विशनानी, गिरधारी मनकानी, जेठानंद नंदवानी, गोरधन आसनानी, नंदलाल वासुजा, सुरेंद्र भम्भानी, राजेंद्र टेकवानी, अर्जुन चंदानी, दीपक बादलानी, नंदलाल संभनानी, कन्हैया लाल मूलराजांनी, सीमा गोलानी, रजनी ग्वालानी, रुक्मणी सम्भनानी, सोनिया गिदवानी, ज्योति कवलानी, प्रिया ज्ञानानी सहित समाज के लोगों का भी विशिष्ट सहयोग रहा।
जयपुर में सिंधी समाज के अबुज सावे बन बंदड़ी पर भगवान झूलेलाल सेवा समिति द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। गुरुवार को सूर्यगढ़ स्थित लायंस पैराडाइस में ग्यारह जोड़ों ने नए जीवन की शुरुआत की। अग्रवाल फार्म के झूलेलाल मंदिर से जयपुर की सुन्दर बेंड की धुन पर बारात निकाली गई। दादा सुन्दर ठकुर के मार्गदर्शन में पल्लव प्रार्थना के साथ गणेश जी और भगवान झूलेलाल की पूजा की गई। महासचिव लालचंद खानवानी और वरिष्ठ समाजसेवी नारायण दास नाजवानी ने बारात को रवाना किया। सभी दूल्हे घोड़ियों पर सवार होकर निकले। मुख्य संयोजिका शोभा बसंतानी के नेतृत्व में बारातियों ने होजमालों और सिंधी संगीत पर जमकर नृत्य किया। पंडित धीरज शर्मा सहित 10 पंडितों ने सनातन पद्धति और सिंधी रीति-रिवाजों से विवाह संपन्न कराए। अमरापुरा दरबार के संत मोनू साई और मुकेश साध ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आईएएस पुष्पा सत्यानी थीं। अध्यक्षता शोभा बसंतानी ने की। द्रोपदी नाज़वानी, रेनू गुरनानी, रेखा मनकानी समेत कई गणमान्य महिलाएं मंच पर उपस्थित रहीं। समाज के भामाशाहों के सहयोग से मिले 108 उपहार मीडिया प्रभारी पियूष बच्चानी ने बताया कि समाज के भामाशाहों के सहयोग से इस बार 108 उपहार प्राप्त हुए हैं। साथ ही गुलाब धीरवानी, किशनचंद कुंदनानी, भगवान बच्चानी, कमल जयरामाणी, अशोक छाबड़ा, इंदर ज्ञानानी, मनोहर अलवानी, धनराज चंदानी, भगवान दास बब्बल, ललित जेसवानी, डॉ. ईश्वर दास तारानी, अर्जुन ढोलानी, किशन चंद विशनानी, गिरधारी मनकानी, जेठानंद नंदवानी, गोरधन आसनानी, नंदलाल वासुजा, सुरेंद्र भम्भानी, राजेंद्र टेकवानी, अर्जुन चंदानी, दीपक बादलानी, नंदलाल संभनानी, कन्हैया लाल मूलराजांनी, सीमा गोलानी, रजनी ग्वालानी, रुक्मणी सम्भनानी, सोनिया गिदवानी, ज्योति कवलानी, प्रिया ज्ञानानी सहित समाज के लोगों का भी विशिष्ट सहयोग रहा।