पटना जू में बढ़ेगी रौनक, रांची-दिल्ली-चेन्नई से आएंगे नए जानवर:मार्च तक दिखेंगे गौर और स्वैम्प डियर, राजगीर जू सफारी से आएगा बब्बर शेर

पटना जू में रांची, दिल्ली और चेन्नई से एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत नए जानवर लाए जाएंगे। इसके लिए रांची जू, दिल्ली जू और चेन्नई जू से गौर, स्वैम्प डियर सहित कुछ अन्य जानवर लाने की तैयारी है। इसके बदले पटना जू से घड़ियाल और भेड़िए का एक्सचेंज करेगी, क्योंकि इनकी संख्या चिड़ियाघर में ज्यादा है। जानवरों की संख्या ज्यादा होने के कारण बाड़ों की भी दिक्कत आ रही है। जानवरों के अदला-बदली को लेकर तीनों जू प्रशासन से बातचीत चल रही है। अगले साल मार्च तक नए जानवर पटना जू में देखने को मिल सकते हैं। जून महीने में एक साथ 60 घड़ियाल के बच्चों ने लिया था जन्म पटना जू घड़ियाल प्रजनन के लिए एक सफल केंद्र है। पटना जू में जून महीने में 60 बच्चों का जन्म हुआ था। वर्तमान में पटना जू में 200 के आसपास घड़ियाल है। वहीं, फरवरी में पटना जू में एक साथ 12 भेड़ियों का जन्म हुआ था। इस जानवर की प्रजाति को ग्रे वुल्फ के नाम से जाना जाता है, जो कि विलुप्तप्राय प्रजाति हैं। पटना जू में पहली बार एक नर और एक मादा मैसूर जू से 2014 में लाया गया था। उसके बाद 2017 और 2018 में एक जोड़ा भेड़िया वंदालुर जू से लाया गया था। राजगीर जू सफारी के बब्बर शेर को लाने की तैयारी शुरू दूसरी ओर राजगीर जू सफारी के बब्बर शेर को लाने की तैयारी शुरू हो गई है। इस शेर को गुजरात से लाया गया है। शेरों की प्रजाति में बब्बर शेर का नस्ल अच्छा होता है। यह जू की शोभा बढ़ाएगा। इसके लिए दिल्ली स्थित सेन्ट्रल जू ऑथोरिटी ऑफ इंडिया से बातचीत चल रही है। वन विभाग के अधिकारी की मानें तो जू सफारी में शेर की संख्या ठीक है। CZA से अनुमति मिलने के बाद पटना जू को शेर दिया जाएगा। पटना जू में बब्बर शेर को रखने के लिए केज को बनाया जा रहा है। इसके लिए लोहे की जाली की जगह ग्लास लगाया जाएगा। इससे दर्शकों को आसानी से बब्बर शेर दिखेगा।

Dec 6, 2025 - 09:55
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पटना जू में बढ़ेगी रौनक, रांची-दिल्ली-चेन्नई से आएंगे नए जानवर:मार्च तक दिखेंगे गौर और स्वैम्प डियर, राजगीर जू सफारी से आएगा बब्बर शेर
पटना जू में रांची, दिल्ली और चेन्नई से एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत नए जानवर लाए जाएंगे। इसके लिए रांची जू, दिल्ली जू और चेन्नई जू से गौर, स्वैम्प डियर सहित कुछ अन्य जानवर लाने की तैयारी है। इसके बदले पटना जू से घड़ियाल और भेड़िए का एक्सचेंज करेगी, क्योंकि इनकी संख्या चिड़ियाघर में ज्यादा है। जानवरों की संख्या ज्यादा होने के कारण बाड़ों की भी दिक्कत आ रही है। जानवरों के अदला-बदली को लेकर तीनों जू प्रशासन से बातचीत चल रही है। अगले साल मार्च तक नए जानवर पटना जू में देखने को मिल सकते हैं। जून महीने में एक साथ 60 घड़ियाल के बच्चों ने लिया था जन्म पटना जू घड़ियाल प्रजनन के लिए एक सफल केंद्र है। पटना जू में जून महीने में 60 बच्चों का जन्म हुआ था। वर्तमान में पटना जू में 200 के आसपास घड़ियाल है। वहीं, फरवरी में पटना जू में एक साथ 12 भेड़ियों का जन्म हुआ था। इस जानवर की प्रजाति को ग्रे वुल्फ के नाम से जाना जाता है, जो कि विलुप्तप्राय प्रजाति हैं। पटना जू में पहली बार एक नर और एक मादा मैसूर जू से 2014 में लाया गया था। उसके बाद 2017 और 2018 में एक जोड़ा भेड़िया वंदालुर जू से लाया गया था। राजगीर जू सफारी के बब्बर शेर को लाने की तैयारी शुरू दूसरी ओर राजगीर जू सफारी के बब्बर शेर को लाने की तैयारी शुरू हो गई है। इस शेर को गुजरात से लाया गया है। शेरों की प्रजाति में बब्बर शेर का नस्ल अच्छा होता है। यह जू की शोभा बढ़ाएगा। इसके लिए दिल्ली स्थित सेन्ट्रल जू ऑथोरिटी ऑफ इंडिया से बातचीत चल रही है। वन विभाग के अधिकारी की मानें तो जू सफारी में शेर की संख्या ठीक है। CZA से अनुमति मिलने के बाद पटना जू को शेर दिया जाएगा। पटना जू में बब्बर शेर को रखने के लिए केज को बनाया जा रहा है। इसके लिए लोहे की जाली की जगह ग्लास लगाया जाएगा। इससे दर्शकों को आसानी से बब्बर शेर दिखेगा।